ज्योतिष

आज का पंचांग रविवार, 20 नवम्बर 2022

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचांग 🧾
रविवार 20 नवम्बर 2022

भगवान सूर्य जी का मंत्र : ऊँ घृणि सूर्याय नम: ।।
🚩 20 नवम्बर 2022 दिन रविवार को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष कि उत्पन्ना नाम का एकादशी व्रत है। आप सभी एकादशी व्रतियों को एकादशी व्रत की हार्दिक शुभकामनायें। शास्त्रानुसार एकादशी सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वाधिक पुण्यदायी व्रत होता है। इसे हर एक व्यक्ति को अवश्य करना चाहिये।।
🌠 रविवार को की गई सूर्य पूजा से व्यक्ति को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है। रविवार के दिन उगते हुए सूर्य को देव को एक ताबें के लोटे में जल, चावल, लाल फूल और रोली डालकर अर्ध्य करें।
इस दिन आदित्य ह्रदय स्रोत्र का पाठ करें एवं यथा संभव मीठा भोजन करें। सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है, सूर्य देव को जल देने से पितृ कृपा भी मिलती है।
रविवार के दिन भैरव जी के दर्शन, आराधना से समस्त भय और संकट दूर होते है, साहस एवं बल की प्राप्ति होती है। रविवार के दिन जी के दर्शन अवश्य करें ।
रविवार के दिन भैरव जी के मन्त्र ” ॐ काल भैरवाय नमः “ या ” ॐ श्री भैरवाय नमः “ की एक माला जाप करने से समस्त संकट, भय दूर होते है, रोगो, अकाल मृत्यु से बचाव होता है, मनवांछित लाभ मिलता है।
🔮 शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
🌐 संवत्सर नाम-राक्षस
✡️ शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत 5123
☣️ सायन दक्षिणायन
🌦️ ऋतु – सौर हेमन्त ऋतु
🌤️ मास – मार्गशीर्ष माह
🌒 पक्ष – कृष्ण पक्ष
📆 तिथिः- एकादशी 07:07:00 तक तदोपरान्त द्वादशी तिथि
✏️ तिथि स्वामीः- एकादशी तिथि के स्वामी विश्वदेव जी हैं तथा द्वादशी तिथि के स्वामी भगवान विष्णु जी हैं।
💫 नक्षत्रः- हस्त 07:41:00 तक तदोपरान्त चित्रा नक्षत्र
🪐 नक्षत्र स्वामीः- हस्त नक्षत्र के स्वामी चन्द्र देव हैं तथा चित्रा नक्षत्र के स्वामी मंगल देव जी हैं।
📣 योगः- प्रीति 23:02:00 तक तदोपरान्त आयुष्मान
प्रथम करण : बालव – 10:41 ए एम तक
द्वितीय करण : कौलव – 10:29 पी एम तक तैतिल
⚜️ दिशाशूलः- रविवार को पश्चिम दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना आवश्यक हो तो घर से पान या घी खाकर निकलें।
🔥 गुलिक कालः- शुभ गुलिक काल 12:19:00 P.M से 01:57:00 P.M बजे तक।
🤖 राहुकालः- राहुकाल 03:36:00P.M से 05:14:00 P.M बजे तक राहू काल में शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है।
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 06:28:00
🌅 सूर्यास्तः- सायं 05:21:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 05:01 ए एम से 05:54 ए एम
🌆 प्रातः सन्ध्या : 05:27 ए एम से 06:47 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:45 ए एम से 12:28 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 01:53 पी एम से 02:35 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 05:15 पी एम से 05:39 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 05:26 पी एम से 06:46 पी एम
💧 अमृत काल : 06:31 पी एम से 08:08 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:40 पी एम से 12:34 ए एम, नवम्बर 21
🌸 द्विपुष्कर योग : 12:36 ए एम, नवम्बर 21 से 06:48 ए एम, नवम्बर 21
सर्वार्थ सिद्धि योग : 06:47 ए एम से 12:36 ए एम, नवम्बर 21
☄️ प्रीति योग – रात 11 बजकर 4 मिनट तक
🌊 अमृत सिद्धि योग सर्वार्थ सिद्धि योग – सुबह सूर्योदय से देर रात 12 बजकर 36 मिनट तक
🚓 यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-किसी विप्र को भोजन उपरान्त पीला वस्त्र भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – अमृतयोग/उत्पन्ना (उत्पत्ति) एकादशी व्रत (सर्वे.), उत्पन्ना एकादशी, टीपू सुल्तान, मैसूर राज्य का शासक जन्म दिवस, मिलखा सिंह जयन्ती, राष्ट्रीय पुस्तक दिवस (सप्ताह), नवजात शिशु दिवस (सप्ताह), राष्ट्रीय औषधि दिवस (सप्ताह), विश्व शौचालय दिवस
✍🏽 विशेष – एकादशी तिथि को चावल एवं दाल नहीं खाना चाहिये तथा द्वादशी को मसूर नहीं खाना चाहिये। यह इस तिथि में त्याज्य बताया गया है। एकादशी को चावल न खाने अथवा रोटी खाने से व्रत का आधा फल सहज ही प्राप्त हो जाता है। एकादशी तिथि एक आनन्द प्रदायिनी और शुभफलदायिनी तिथि मानी जाती है। एकादशी को सूर्योदय से पहले स्नान के जल में आँवला या आँवले का रस डालकर स्नान करना चाहिये। इससे पुण्यों कि वृद्धि, पापों का क्षय एवं भगवान नारायण के कृपा कि प्राप्ति होती है।
🗣️ श्लोक : १.१९१.१२(1.191.12) सूक्त (१९१)
त्रिः स॒प्त वि॑ष्पुलिङ्ग॒का वि॒षस्य॒ पुष्य॑मक्षन् । ताश्चि॒न्नु न म॑रन्ति॒ नो व॒यं म॑रामा॒रे अ॑स्य॒ योज॑नं हरि॒ष्ठा मधु॑ त्वा मधु॒ला च॑कार ।।
अग्नि की सातों जिह्लाओं में सफेद, लाल और काले इस प्रकार मिलकर इक्कीस वर्ण पक्षी के रूप में विष का नाश करते हैं. जब वे नहीं मरते तो हम भी नहीं मरेंगे. अपने घोड़ों द्वारा गमनशील सूर्य दूर रखे विष का नाश करते हैं. हे विष! सूर्य की मधुविद्या तुझे अमृत बना देती है.
🏘️ Vastu tips 🛕
हनुमान जी की तस्वीर से जुड़े वास्तु टिप्स
बता दें कि यदि हनुमान जी की तस्वीर में हनुमान जी दक्षिण दिशा की तरफ देख रहे हैं तो ऐसी तस्वीर घर में जरूर लगानी चाहिए. यह बुरी शक्तियों को घर में प्रवेश नहीं करने देती और इससे सुख समृद्धि घर में आती है.
हमें हमारे घर में हनुमान जी की उत्तर मुखी तस्वीर भी लगानी चाहिए. बता दें कि यह तस्वीर बेहद शुभ मानी जाती है. इस तस्वीर को घर में लगाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
आप अपने घर में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर भी लगा सकते हैं. यह न केवल सभी बाधाओं को दूर करने में उपयोगी है बल्कि आपके जीवन में धन-संपत्ति भी ला सकती है. ऐसे में आप मुख्य द्वार पर इस तस्वीर को लगाएं.
आप अपने घर में हनुमान जी की पर्वत उठाए हुए तस्वीर भी लगा सकते हैं. यह तस्वीर न केवल घर में रहने वाले लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाती है बल्कि इससे बल और साहस भी बढ़ता है.
आप अपने घर में सफेद हनुमान जी की तस्वीर भी लगा सकते हैं. यह न केवल नौकरी में सफलता ला सकती है बल्कि जीवन में सफलता भी मिलती है।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
इस एक तरीके से होंठ होंगे मुलायम
होठों की देखभाल के लिए एक्सफोलिएट बहुत जरूरी होता है। एक्सफोलिएट स्किन की बाहरी परत से मृत कोशिकाओं को हटाने की प्रकिया को कहा जाता है। इसके लिए मार्केट में भी कई तरह के स्क्रब मिलते हैं। आप मार्केट के स्क्रब या फिर घर पर बनाए हुए प्राकृतिक स्क्रब के इस्तेमाल से एक्सफोलिएट कर सकते हैं। इससे आपके होंठ मुलायम और हेल्दी होंगे और किसी तरह का साइड-इफेक्ट्स भी नहीं होगा।
घर पर ऐसे बनाएं लिप के लिए स्क्रब आप ब्राउन शुगर और नींबू से भी होंठों पर स्क्रब कर सकते हैं। इसके अलावा चावल के आटे से भी स्क्रब किया जा सकता है। लिप्स की डेडस्कीन को हटाने के लिए स्क्रब के बाद टूथब्रश या फिर किसी कॉटन की मदद से इसे धीरे रगड़ कर साफ करें। फिर लिप्स को पानी से धोकर अच्छा मॉस्चराइजर लगा दें। आप नारियल तेल, ऑलिव ऑयल, जैतून और बादाम का तेल भी लगा सकते हैं।
🫗 आरोग्य संजीवनी 🍶
बाजरे की रोटी यूरिक एसिड के मरीजों को दर्द कंट्रोल करने के लिए बाजरे के आटे की रोटी का सेवन करना चाहिए। बाजरा ग्लूटेन फ्री होता है, जो शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। फाइबर से भरपूर होने की वजह से बाजरा आसानी से पच जाता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ ब्लड से यूरिक एसिड को अवशोषित करते हैं इसलिए यूरिक एसिड के मरीजों को डाइट में बाजरे की रोटी को जरूर शामिल करना चाहिए
ज्वार की रोटी एक ज्वार की एक रोटी में करीब 12 ग्राम से अधिक फाइबर और 22 ग्राम से अधिक प्रोटीन पाया जाता है। यह ग्लूटेन फ्री होता है। ज्वार में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो पाचन तंत्र को बेहतर करता है। इसका सेवन करने से पूरे दिन का करीब 48% फाइबर मिल जाता है जो 12 ग्राम से अधिक होता है। दिन भर में ज्वार के आटे की रोटी का एक बार जरूर सेवन करें, यूरिक एसिड के लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी।
📚 गुरु भक्ति योग 🕯️
आचार्य श्री गोपी राम ने ना सिर्फ सामाजिक विषयों पर बल्कि अपनी राय नीति शास्त्र में सामने रखी है बल्कि पारिवारिक परेशानी , स्त्री पुरुष की रिश्तों से जुड़े कई अनछुए पहलू भी उजागर किये हैं. हम कहते हैं कि अगर ये भूल स्त्री हो या फिर पुरुष हो कोई भी करता है तो जिंदगी को बर्बाद होने से कोई नहीं रोक सकता है।
बुरी संगत : पत्नी कभी भी ना करें पति को इस बात के लिए ना, टूट सकता है रिश्ता हम कहते हैं कि इंसान की पहचान उसके आस पास के लोगों से होती है, ऐसे में स्त्री या पुरुष हो अगर संगत गलत होगी तो फिर भविष्य बर्बाद भी हो सकता है. कामवासना, लड़ाई-झगड़ा, नशा करने वाले लोगों से हमेशा दूर रहना चाहिए. ये सब जवानी के दिनों में अच्छा लग सकता है लेकिन बुढ़ापा आते-आते ये दुख का कारण बनता है और इंसान बर्बाद हो जाता है।
क्रोध गुस्सा जवानी के दिनों में हमेशा नाक पर होता है. ऐसे में स्त्री हो या पुरुष गलत फैसले कर लेते हैं और बाद में पछताते हैं. जिंदगी में कामयाबी के लिए खुद पर नियंत्रण जरूरी है. आचार्य श्री गोपी राम कहते हैं कि गुस्सा विनाश का कारक है और क्रोध में रहने वाला कोई भी इंसान जिंदगी के इसी भी पहलू में तरस्की नहीं कर सकता।
आलस : ऐसी स्त्री के सामने सिर झुकाते हैं सारे मर्द अक्सर आपने बुजुर्गों को कहते हुए सुना होगा कि अगर जवानी में मेहनत कर ली तो बुढ़ापा संवर जाएगा और अगर आलस किया तो पछताने के अलावा कुछ नहीं रह जाएगा. वो स्त्री पुरुष जो अपनी जवानी को बेकार की बातों और घूमने फिरने में लूटा देते हैं कभी कामयाबी का स्वाद नहीं चख पाते. ऐसे स्त्री पुरुष अंत में जाकर दूसरों की तरक्की से जलते हैं और नफरत लिए जिंदगी भर पछताते रहते हैं।
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⚜️ एकादशी तिथि के देवता विश्वदेव होते हैं। नन्दा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ तथा कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी मानी जाती है। एकादशी तिथि एक आनंद प्रदायिनी और शुभ फलदायी तिथि मानी जाती है। इसलिये आज दक्षिणावर्ती शंख के जल से भगवान नारायण का पुरुषसूक्त से अभिषेक करने से माँ लक्ष्मी प्रशन्न होती है एवं नारायण कि भी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है।
एकादशी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है वो धार्मिक तथा सौभाग्यशाली होता है। मन, बुद्धि और हृदय से ऐसे लोग पवित्र होते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती और लोगों में बुद्धिमानी के लिए जाने जाते है। इनकी संतान गुणवान और अच्छे संस्कारों वाली होती है, इन्हें अपने बच्चों से सुख एवं सहयोग भी प्राप्त होता है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों से इन्हें मान सम्मान मिलता है।

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