मध्य प्रदेश

आदिवासी समाज ने महामहिम राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

रिपोर्टर : आशीष रजक, उदयपुरा
उदयपुरा। विगत कुछ महीने पूर्व उदयपुरा ग्राम धोलश्री निवासी प्रमोद आदिवासी की छातेर मोड़ पर संदिग्ध हालत में लाश मिली थी जिस पर मृतक के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई थी।आज दिनांक तक पुलिस संदिग्ध हालत में मिली लाश की गुत्थी नहीं सुलझा पाई। इसी बात को लेकर कुछ सप्ताह पहले आदिवासी समाज ने एक ज्ञापन सौंपा था और ज्ञापन में उल्लेख किया था कि तीन दिवस के भीतर उक्त घटना को किस प्रकार अंजाम दिया गया है इसका पता लगाया जाए। परंतु आज दिनांक तक उक्त घटना का कोई सुराग नहीं लग पाया। इसी बात को लेकर आदिवासी समाज में काफी रोष व्याप्त है जिसके चलते आज दिनांक 27 सितंबर 2021 को हजारों की संख्या में आदिवासी और अनुसूचित जाति वर्ग के लोग तालकटोरा स्टेडियम पर एकत्रित हुए। आदिवासी समाज ने मध्य प्रदेश शासन पर वर्ग भेदभाव का आरोप लगाते हुए नाराजगी व्यक्त की और प्रशासन से सवाल पूछा कि आखिर क्यों प्रमोद आदिवासी कांड का पता नहीं लग पाया। आदिवासी समाज ने सवाल यह भी पूछा कि उदयपुरा थाने के अंतर्गत विगत कुछ वर्ष पूर्व लापता हुए पत्रकार राजकुमार त्रिपालिया और दो बच्चों का भी अभी तक सुराग क्यों नहीं लग पाया।तालकटोरा स्टेडियम से आदिवासी समाज के लोग विरोध प्रदर्शन करते हुए तहसील प्रांगण उदयपुरा पहुंचे जहां पर महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा और ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि जल्द से जल्द प्रमोद आदिवासी कि जो संदिग्ध हालत में लाश मिली थी उस घटना का पता लगाया जाए।

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