कृषिमध्य प्रदेश

बासमती चावल के ब्रांडिंग और प्रसंस्करण को मिलेगा बढ़ावा : कलेक्टर

कलेक्टर की अध्यक्षता में एक जिला-एक उत्पाद ‘‘बासमती धान‘‘ के संबंध में कार्यशाला आयोजितl
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर अरविन्द कुमार दुबे की अध्यक्षता में एक जिला एक उत्पाद “बासमती धान“ के संबंध में कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में कलेक्टर दुबे द्वारा जिले के मिलर्स, धान उत्पादक किसानों तथा अधिकारियों से जिले की बासमती धान के प्रसंस्करण इकाईयों की स्थापना के साथ ही मूल्य संवर्धन, ब्रॉंडिंग तथा मार्केटिंग के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। कार्यशाला में कलेक्टर दुबे ने कहा कि एक जिला-एक उत्पाद किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए उन्हें उनकी उपज का उचित दाम दिलाने, रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए शासन की महत्वाकांक्षी योजना है। एक जिला- एक उत्पाद के तहत रायसेन जिले के लिए बासमती धान का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि जिले की बासमती धान की प्रदेश स्तर से राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनानी है। साथ ही जिले के ज्यादा से ज्यादा किसानों को एक जिला-एक उत्पाद से जोड़ते हुए लाभान्वित करना है। कलेक्टर दुबे ने जिले में बासमती धान को बढ़ावा देने के साथ ही इसकी ग्रेडिंग, इकाईयों की स्थापना, मार्केटिंग सहित खाद्य प्र-संस्करण से जुड़े कार्यो के संबंध में मिलर्स और किसानों से विस्तृत चर्चा की तथा उनसे सुझाव भी लिए।
कार्यशाला में जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा द्वारा एक जिला-एक उत्पाद योजना से किस प्रकार अधिक से अधिक किसानों को जोड़ा जाए तथा जिले की बासमती धान की राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग किए जाने के संबंध में महत्वपूर्ण सुझाव दिए। कार्यशाला में रवीन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल की एसोसिएट प्रोफेसर मनीषा पाण्डे द्वारा जिले में धान उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ ही किसानों के समूह गठित कर एमएसएमई, स्टार्टअप सहित शासन की अन्य योजनाओं के माध्यम से खाद्य प्रसंस्करण इकाईयां प्रारंभ किए जाने के संबंध में जानकारी दी गई। इस अवसर पर सहायक संचालक उद्यानिकी एनएस तोमर सहित संबंधित अधिकारी, जिले के धान मिलर्स तथा धान उत्पादक किसान उपस्थित थे।

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