संविधान दिवस पर प्रस्तावना वाचन एवं विधिक साक्षरता शिविर संपन्न
सिलवानी। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रायसेन अनिल कुमार सुहाने के मार्गदर्शन में तहसील विधिक सेवा समिति सिलवानी द्वारा बुधवार को शासकीय संदीपनी माध्यमिक विद्यालय, सिलवानी में संविधान की प्रस्तावना का वाचन एवं विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर की अध्यक्षता तहसील विधिक सेवा समिति सिलवानी की अध्यक्ष न्यायाधीश सुनीता पचौरिया ने की। उन्होंने उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों को संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक वाचन कराया। इस दौरान उन्होंने बताया कि हर वर्ष 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है, जो 1949 में संविधान सभा द्वारा भारतीय संविधान को अपनाए जाने की स्मृति में मनाया जाता है। उन्होंने छात्रों को बताया कि भारतीय संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है और अपने विशिष्ट प्रावधानों के कारण यह अन्य देशों से अलग पहचान रखता है।
न्यायाधीश सुनीता पचौरिया ने शिविर में मौलिक कर्तव्यों की जानकारी देते हुए कहा कि संविधान किसी भी नागरिक को विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया के बिना जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता से वंचित नहीं कर सकता। उन्होंने विद्यार्थियों को सामाजिक कुरीतियों एवं गलत आचरण का प्रारंभिक स्तर पर ही विरोध करने की प्रेरणा देते हुए कहा कि हर नागरिक को राष्ट्रध्वज, राष्ट्रगान सहित राष्ट्रीय प्रतीकों का सम्मान करना चाहिए।
उन्होंने वर्तमान समय के ज्वलंत सामाजिक मुद्दों पर भारतीय न्याय प्रक्रिया की भूमिका पर भी प्रकाश डाला।
शिविर का संचालन शिक्षक विजय सोनी ने किया। कार्यक्रम में स्कूल प्रभारी प्राचार्य स्वतंत्र नेमा, विद्यालय स्टाफ, छात्र एवं छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।



