
आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
सोमवार 08 दिसम्बर 2025
महा मृत्युंजय मंत्र – ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।
☄️ *दिन (वार) – सोमवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से पुत्र का अनिष्ट होता है शिवभक्ति को भी हानि पहुँचती है अत: सोमवार को ना तो बाल और ना ही दाढ़ी कटवाएं । *सोमवार के दिन भगवान शंकर की आराधना, अभिषेक करने से चन्द्रमा मजबूत होता है, काल सर्प दोष दूर होता है।
*सोमवार का व्रत रखने से मनचाहा जीवन साथी मिलता है, वैवाहिक जीवन में लम्बा और सुखमय होता है। *जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध एवं काले तिल चढ़ाएं, इससे भगवान महादेव की कृपा बनी रहती है परिवार से रोग दूर रहते है।
*सोमवार के दिन शिव पुराण के अचूक मन्त्र “श्री शिवाये नमस्तुभ्यम’ का अधिक से अधिक जाप करने से समस्त कष्ट दूर होते है. निश्चित ही मनवाँछित लाभ मिलता है। 🔮 *शुभ हिन्दू नववर्ष 2025 विक्रम संवत : 2082 कालयक्त विक्रम : 1947 नल* 🌐 कालयुक्त संवत्सर विक्रम संवत 2082,
✡️ शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर), चैत्र
👸🏻 शिवराज शक 352 प्रारम्भ
☮️ गुजराती सम्वत : 2081 नल
☸️ काली सम्वत् 5126_
🕉️ संवत्सर (उत्तर) क्रोधी
☣️ आयन – दक्षिणायन
🌧️ ऋतु – सौर हेमंत ऋतु
⛈️ मास – पौष मास
🌖 पक्ष – कृष्ण पक्ष
📅 तिथि – सोमवार पौष माह के कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि 04:03 PM तक उपरांत पंचमी
✏️ तिथि स्वामी – चतुर्थी के देवता हैं शिवपुत्र गणेश। इस तिथि में भगवान गणेश का पूजन से सभी विघ्नों का नाश हो जाता है। यह खला तिथि हैं।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र पुष्य 02:52 AM तक उपरांत आश्लेषा
🪐 नक्षत्र स्वामी – पुष्य नक्षत्र का स्वामी शनि ग्रह है, लेकिन इसके देवता बृहस्पति (गुरु) हैं।
🔱 योग – ब्रह्म योग 05:01 PM तक, उसके बाद इन्द्र योग
⚡ प्रथम करण : बालव – 04:03 पी एम तक
✨ द्वितीय करण: कौलव – 03:09 ए एम, दिसम्बर 09 तक तैतिल
🔥 सोमवार का शुभ गुलिक कालः-शुभ गुलिक काल 01:42:00 P.M से 02:59:00 P.M बजे तक
⚜️ दिशाशूलः- आज के दिन पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करना चाहिए यदि यात्रा करना ज्यादा आवश्यक हो तो घर से दर्पण देखकर या दूध पीकर जायें।
🤖 राहुकालः- आज का राहु काल 08:26:00 A.M से 09:39:00 A.M बजे तक
🌞 सूर्योदयः – प्रातः 06:38:00
🌅 सूर्यास्तः – सायं 05:07:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 05:13 ए एम से 06:07 ए एम
🌆 प्रातः सन्ध्या : 05:40 ए एम से 07:02 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:52 ए एम से 12:34 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 01:57 पी एम से 02:38 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 05:22 पी एम से 05:49 पी एम
🎆 सायाह्न सन्ध्या : 05:24 पी एम से 06:46 पी एम
💧 अमृत काल : 08:49 पी एम से 10:20 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:46 पी एम से 12:41 ए एम, दिसम्बर 09
⭐ सर्वार्थ सिद्धि योग : 07:02 ए एम से 02:52 ए एम, दिसम्बर 09
🚓 यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
👉🏼 आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
💁🏻 आज का उपाय- शिवजी का दुग्धाभिषेक करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – सर्वार्थ सिद्धि योग/ बेदाग गर्भाधान पर्व/ मराठा साम्राज्य का प्रसिद्ध पेशवा बालाजी बाजीराव जयन्ती, बॉलीवुड अभिनेता ही-मैन स्वर्ग श्री धर्मेंद्र जन्म दिवस, नारायण शास्त्री मराठे जयन्ती, बालकृष्ण शर्मा नवीन जन्म दिवस, उदय शंकर की जयन्ती, रमाशंकर यादव पुण्य तिथि, भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान् क्रांतिकारी भाई परमानन्द स्मृति दिवस, भारतीय अभिनेत्री शर्मिला टैगोर जन्म दिवस, पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल जन्म दिवस, राष्ट्रीय चॉकलेट ब्राउनी दिवस, राष्ट्रीय क्रिसमस ट्री दिवस, राष्ट्रीय लार्ड दिवस, दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय संगठन दिवस, अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर)
✍🏼 *तिथि विशेष – चतुर्थी तिथि को मूली एवं पञ्चमी तिथि को बिल्वफल त्याज्य बताया गया है। इस चतुर्थी तिथि में तिल का दान और भक्षण दोनों त्याज्य होता है। इसलिए चतुर्थी तिथि को मूली और तिल एवं पञ्चमी को बिल्वफल नहीं खाना न ही दान करना चाहिए। चतुर्थी तिथि एक खल और हानिप्रद तिथि मानी जाती है। इस चतुर्थी तिथि के स्वामी गणेश जी हैं तथा यह चतुर्थी तिथि रिक्ता नाम से विख्यात मानी जाती है। यह चतुर्थी तिथि शुक्ल पक्ष में अशुभ तथा कृष्ण पक्ष में शुभफल दायिनी मानी गयी है। 🪴 *_Vastu tips* 🌳
*कौड़ी को माता लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में आचार्य श्री गोपी राम के अनुसार, मनी प्लांट पर अगर आप एक कौड़ी बांध लें तो माता लक्ष्मी का आशीर्वाद आपको प्राप्त होता है। हालांकि इस बात का ख्याल रखें कि यह कोड़ी एक लाल कपड़े में रखकर ही आपको बांधनी चाहिए। आप लाल धागे या कलावे की मदद से इसे बांध सकते हैं। मनी प्लांट पर कलावा बांधने के लिए सबसे शुभ दिन शुक्रवार का माना जाता है। मनी प्लांट पर बंधी कौड़ी आपकी सुख-संपन्नता को भी बढ़ा सकती है।
*मनी प्लांट पर बांधें कलावा अगर आप मनी प्लांट पर कलावा बांधते हैं तो इससे भी आपको शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। हालांकि कलावा आपको पूरे विधि-विधान से बांधना चाहिए। शुक्रवार के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान के बाद आपको माता लक्ष्मी की पूजा करनी चाहिए, साथ ही मनी प्लांट पर बांधने वाले कलावे को भी आपको माता लक्ष्मी को अर्पित करना चाहिए। पूजा समाप्त करने के बाद कलावा आपको मनी प्लांट पर बांधना चाहिए। वास्तु के अनुसार यह सरल सा कार्य करने से आपको माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में धन से जुड़ी परेशानियों का अंत होता है। 🔰 जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
जैसे ही ततैया काटे को आप घबराएं नहीं बल्कि घबराहट को एक तरफ रखें और नीचे दिए गए काम तुरंत करें: डंक की जगह को देखें : मधुमक्खी का डंक अक्सर शरीर में रह जाता है, लेकिन ततैया का डंक अमूमन बाहर निकल जाता है. अगर आपको डंक का कोई भी हिस्सा त्वचा में नज़र आता है, तो उसे तुरंत हटाएँ.
*क्या न करें: डंक को अपनी उंगलियों या चिमटी से दबाकर निकालने की कोशिश न करें, क्योंकि इससे डंक से और ज़्यादा ज़हर बाहर आ सकता है.
*क्या करें: किसी क्रेडिट कार्ड, एटीएम कार्ड या किसी सपाट किनारे वाली चीज़ से डंक वाली जगह को खुरचकर निकाल दें. *जगह को साफ़ करें : डंक निकालने के तुरंत बाद, प्रभावित जगह को साबुन और ठंडे पानी से अच्छी तरह धो लें. यह ज़हर को फैलने से रोकेगा और संक्रमण के ख़तरे को कम करेगा.
*बर्फ से सिकाई करें : दर्द और सूजन को तुरंत कम करने का यह सबसे आसान और असरदार तरीका है. एक साफ़ कपड़े में बर्फ के कुछ टुकड़े लपेटें या फ्रोजन मटर का पैकेट लें. इसे डंक वाली जगह पर 10 से 15 मिनट तक रखें. इससे रक्त वाहिकाएँ सिकुड़ जाती हैं और सूजन तेज़ी से कम होती है। 🍃 आरोग्य संजीवनी ☘️
त्रिफला के स्वास्थ्य लाभ
त्रिफला में कई एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में सुरक्षात्मक कार्य करते हैं। इसमें विटामिन सी, फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स, टैनिन और सैपोनिन, अन्य शक्तिशाली यौगिकों के साथ शामिल हैं। फ्री रैडिकल्स कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और कई बीमारीयों के या उनके बढ़ने के कारण होते हैं। त्रिफला में स्थित यौगिक, फ्री रैडिकल्स के कारण होनेवाले ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद करते हैं I
*कई प्रकार के टेस्ट-ट्यूब और पशुओं पर किए गए अध्ययनों में त्रिफला को कैंसर से बचाव के लिए लाभदायक पाया गया है। यह लिम्फोमा के विकास को बाधित करने के साथ-साथ चूहों में पेट और अग्नाशय कैंसर के प्रसार को रोकता है l *त्रिफला कई मायनों में दंत स्वास्थ्य को लाभ पहुंचा सकता है। त्रिफला में रोगाणुरोधी और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो cavities और मसूड़ों की सूजन का एक कारण, plaque के गठन को रोकने में मदद कर सकते हैं l
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
सूर्य ग्रह को ज्योतिष में राजा का दर्जा प्राप्त है। कुंडली में इसकी स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव देखने को मिलता है। अगर सूर्य ग्रह कुंडली में शुभ स्थिति में हो तो आत्मविश्वास बढ़ाता है और करियर के क्षेत्र में भी आपको अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं। वहीं अगर कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ न हो तो जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं। आइए ऐसे में जान लेते हैं आचार्य श्री गोपी राम से कि कुंडली के किन भावों में सूर्य का बैठना बेहद शुभ माना जाता है।
*कुंडली के 10वें भाव में सूर्य ग्रह का 10वें भाव में बैठना सबसे शुभ माना गया है। इस भाव में सूर्य को दिशा बल प्राप्त होता है। ज्योतिष में दसवां भाव करियर या कर्म का कारक है ऐसे में यहां बैठा सूर्य व्यक्ति को राजा बना सकता है। 10वें भाव में यदि सूर्य उच्च राशि, मित्र राशि या फिर स्वराशि में हो तो समझ लीजिए करियर से जुड़ी दिक्कतों का सामना आपको जीवन में बहुत कम करना पड़ेगा। इसके साथ ही उच्च पदों की प्राप्ति भी आपको होगी। आप आत्मविश्वास से भरे होंगे और पारिवारिक जीवन में भी समरसता रहेगी।
*कुंडली के 9वें भाव में सूर्य कुंडली के नवम भाव में बैठकर भी सूर्य आपको अच्छे परिणाम प्रदान करता है। इस भाव में सूर्य के बैठने से व्यक्ति को शिक्षा क्षेत्र में उपलब्धि मिलती है। इसके साथ ही आध्यात्मिक और धार्मिक रूप से भी ऐसा व्यक्ति सक्रिय होगा। पिता का भरपूर सहयोग व्यक्ति को जीवन में मिल सकता है। ऐसे लोग समाज में अपना अलग नाम बना सकते हैं। ऐसे लोग अनुशासनप्रिय और सफल माने जाते हैं। *कुंडली के 11वें भाव में सूर्य कुंडली का एकादश भाव लाभ का कारक होता है। ऐसे में सूर्य का इस भाव में बैठना व्यक्ति को जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में लाभ दिला सकता है। ऐसा व्यक्ति कम प्रयासों में भी सफल हो सकता है। अच्छा कारोबारी ऐसा व्यक्ति बन सकता है। ऐसे लोगों के जीवन में धन की कोई कमी नहीं होती और ऐसे लोगों को योग्य जीवनसाथी की प्राप्ति भी होती है।
*इन भावों में भी सूर्य शुभ कुंडली के 12वें भाव को भले ही शुभ नहीं माना जाता लेकिन यहां सूर्य का बैठना आपको शुभ फल प्रदान कर सकता है। 12वें भाव में सूर्य के होने से आपको मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। ऐसे लोग सरकारी क्षेत्रों में भी नाम कमा सकते हैं। साथ ही विदेशी कारोबार से भी इनको लाभ मिलता है। कुंडली के चतुर्थ भाव में भी सूर्य का बैठना शुभ माना गया है। इस भाव में सूर्य के होने से व्यक्ति को अपना वाहन, घर आदि अवश्य मिलता है। हालांकि ऐसे लोगों को शत्रुओं से बचकर रहना चाहिए। ════◄••❀••►══════ ⚜️ *चतुर्थी तिथि में तिल का दान और भक्षण दोनों भी त्याज्य है। आज गणपति, गजानन, विघ्नहर्ता श्री गणेशजी की पूजा का विशेष महत्त्व है। आज गणपति की पूजा के उपरान्त मोदक, बेशन के लड्डू एवं विशेष रूप से दूर्वादल का भोग लगाना चाहिये इससे मनोकामना की सिद्धि तत्काल होती है। शास्त्रानुसार जिस व्यक्ति का जन्म चतुर्थी तिथि को होता है वह व्यक्ति बहुत ही भाग्यशाली होता है। चतुर्थी तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति बुद्धिमान एवं अच्छे संस्कारों वाला होता है। ऐसे लोग अपने मित्रों के प्रति प्रेम भाव रखते हैं तथा इनकी सन्तानें अच्छी होती है। इन्हें धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है और ये सांसारिक सुखों का पूर्ण उपभोग करते हैं।।


