ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग बुधवार, 04 जनवरी 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
जय श्री हरि
🧾 आज का पंचांग 🧾
बुधवार 04 जनवरी 2023

ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात ।।
⚜️ 04 जनवरी 2023 दिन बुधवार को पौष मास के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि है। आज पौष मास के शुक्ल पक्ष का प्रदोष व्रत है। आज संतान प्राप्ति हेतु भगवान शिव का गाय के शुद्ध दूध से अभिषेक करना-करवाना चाहिये। आप सभी सनातनियों को प्रदोष व्रत की हार्दिक शुभकामनायेँ।।
☄️ दिन (वार) – बुधवार के दिन तेल का मर्दन करने से अर्थात तेल लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है धन लाभ मिलता है।बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेश का दिन हैं। बुधवार के दिन गणेश जी के परिवार के सदस्यों का नाम लेने से जीवन में शुभता आती है
बुधवार के दिन गणेश जी को रोली का तिलक लगाकर, दूर्वा अर्पित करके लड्डुओं का भोग लगाकर उनकी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
बुधवार को सभी ग्रहो के राजकुमार बुध देव की आराधना करने से ज्ञान मिलता है, वाकपटुता में प्रवीणता आती है, धन लाभ होता है
🔮 शुभ विक्रम संवत्-2079, शक संवत्-1944, हिजरी सन्-1443, ईस्वी सन्-2022
🌐 संवत्सर नाम-राक्षस
✡️ शक संवत 1944 (शुभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत 5123
☣️ अयन- उत्तरायण
🌦️ ऋतु – सौर शिशिर ऋतु
🌤️ मास – पौष मास
🌖 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि : त्रयोदशी – 12:00 ए एम, जनवरी 05 तक
✏️ तिथि के स्वामी – त्रियोदशी तिथि के स्वामी प्रेम के देवता कामदेव जी है।
💫 नक्षत्र – रोहिणी 19:17 PM तक उपरान्त मृगशिरा नक्षत्र है।
🪐 नक्षत्र स्वामी – नक्षत्र का स्वामी शुक्र है। योग- सौभाग्य, जाति- स्त्री, स्वभाव से शुभ, वर्ण- शूद्र है और उसका विंशोतरी दशा स्वामी ग्रह चंद्र है।
🔔 योग – शुभ 08:28 AM तक उपरान्त शुक्ल योग है।
प्रथम करण : कौलव – 10:59 ए एम तक
द्वितीय करण : तैतिल – 12:00 ए एम, जनवरी 05 तक
⚜️ दिशाशूल – बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिये, यदि अत्यावश्यक हो, यात्रा करनी ही हो तो धनिया, तिल की वस्तु, ईलायची अथवा पिस्ता खाकर यात्रा कर सकते है।
🔥 गुलिक काल : बुधवार का गुलिक कालः- 11:08 ए एम से 12:26 पी एम
🤖 राहुकाल (अशुभ) – दोपहर 12:00 बजे से 13:30 बजे तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदय – प्रातः 06:46:38
🌅 सूर्यास्त – सायं 17:14:32
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 05:26 ए एम से 06:20 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 05:53 ए एम से 07:15 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : कोई नहीं
🔯 विजय मुहूर्त : 02:10 पी एम से 02:51 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 05:35 पी एम से 06:02 पी एम
🎆 सायाह्न सन्ध्या : 05:37 पी एम से 06:59 पी एम
💧 अमृत काल : 03:18 पी एम से 05:03 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:59 पी एम से 12:53 ए एम, जनवरी 05
सर्वार्थ सिद्धि योग : पूरे दिन
❄️ रवि योग : 06:49 पी एम से 07:15 ए एम, जनवरी 05
☀️ स्थायीजय योग – आज सूर्य उदय से लेकर शाम 4 बजकर 26 मिनट तक
☄️ रोहिणी नक्षत्र – आज शाम 6 बजकर 49 मिनट तक
🚓 यात्रा शकुन-हरे फल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
👉🏻 आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-किसी बटुक को धर्मशास्त्र भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – रोहिणी व्रत – (जैन कैलेण्डर पर आधारित), प्रदोष व्रत – (पौष, शुक्ल त्रयोदशी), (भारतीय लेखक) नाबिला जमशेद जन्मोत्सव, (फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता) प्रदीप कुमार जन्म दिवस, प्रसिद्ध पत्रकार स्वतंत्रता सेनानी मोहम्मद अली शहिद दिवस, एस. एच. कपाड़िया – भारत न्यायाधीश स्मृति दिवस, अर्थशास्त्री- जे.सी. कुमारप्पा जन्म दिवस, अभिनेता आदित्य पंचोली जन्म दिवस, लुई ब्रेल दिवस
✍🏼 विशेष:- त्रयोदशी तिथि को बैंगन त्याज्य होता है। अर्थात आज त्रयोदशी तिथि में भूलकर भी बैंगन की सब्जी या भर्ता नहीं खाना चाहिए। त्रयोदशी तिथि जयकारी अर्थात विजय दिलवाने वाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि सर्वसिद्धिकारी अर्थात अनेकों क्षेत्रों में सिद्धियों को देनेवाली तिथि मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि जया नाम से विख्यात मानी जाती है। यह त्रयोदशी तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ और कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी होती है।
✈️ Vastu tips 🗽
अक्सर घर में हम आंखों से कबाड़ या बेकार की चीजों को हटाकर कहीं स्टोर रूम या छत पर रख देते हैं। जिससे आंखों के सामने दिखाई देने वाली चीजें साफ नजर आती हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार हमारा कहना है कि घर की छत पर रखी फालतू की चीजें भी परिवार में कलह का कारण बनती हैं। इससे घर में नकारात्मक शक्तियों का वास होता है और घर की शांति धीरे-धीरे भंग होने लगती है। वास्तु के अनुसार ये छोटी-छोटी बातें व्यक्ति के जीवन पर बड़ा प्रभाव डालती हैं। आइए जानते हैं आचार्य श्री गोपी राम से कि घर की छत पर किस तरह की चीजों को जगह नहीं देनी चाहिए।
टूटा हुआ माल अक्सर लोग थोड़ा टूटा या क्षतिग्रस्त सामान छत पर रखते हैं। कई बार देखा जाता है कि टूटी हुई मेज या कुर्सी को घर की छत पर या कबाड़ के रूप में रख दिया जाता है। वहीं कई बार टूटा हुआ पलंग, खराब स्थिति या कबाड़ में दिया गया सामान भी घर की छत पर ढेर कर दिया जाता है। छत पर पड़ा यह सामान नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है। इस वजह से घर में कलह और झगड़े होते रहते हैं।
🗝️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
स्वस्थ रहे आप तो सभी देंगे साथ

  1. थोड़ा-थोड़ा खाएं अगर आप एक ही बार में अधि‍क भोजन करने में यकीन करते हैं, और आपको इसकी आदत है, तो यह आदत बदल डालिए। अपनी डाइट को 3 से 4 भागों में बांट लें, और हर दो या तीन घंटे में थोड़ा-थोड़ा खाएं। भोजन को अच्छी तरह चबाकर खाए इससे आपका पेट भरा रहेगा, ऊर्जा का स्तर भी बना रहेगा और पेट का मोटापा भी कम होगा। पर ये ध्यान रहे डाइट को बांटना है ना कि डाइट को बढ़ाना
  2. गरम पानी सुबह-सुबह खाली पेट गर्म पानी पीना, पेट कम करने के लिए बेहद फायदेमंद होगा। इससे पेट में जमा वसा धीरे-धीरे कम होगा। इसके अलावा अगर आप गरम पानी में नींबू और शहद डालकर पिएंगे तो यह और भी फायदेमंद साबित होगा। इतना ही नहीं, इसे रोजाना पीने से आप तरोताजा और ऊर्जावान भी महसूस करेंगे। ध्यान रहे गर्म पानी पीने के पहले और बाद के 1 घंटे में कुछ ना खाए पिए।
  3. मॉर्निंग वॉक सुबह-सुबह पैदल चलना, जॉगिंग करना या फिर पेट संबंधी व्यायाम करना, पेट की चर्बी कम करने का बेहतरीन विकल्प है। इससे धीरे-धीरे फैट भी कम होगा और आपका पाचन तंत्र भी बेहतर होगा। साथ ही शरीर में दिनभर ऊर्जा का स्तर बना रहेगा।
    🥝 आरोग्य संजीवनी 🍓
    अनार के सेवन से दस्त पर रोक
    दस्त पर रोक लगाने के लिए 2-3 ग्राम अनार के फल के छिल्के का चूर्ण बना लें। इसे सुबह-शाम ताजे पानी के साथ पिएं। इससे दस्त में लाभ होता है।
    1 ग्राम अनार की छाल (फल या जड़ की छाल) के चूर्ण में, बराबर मात्रा में जायफल का चूर्ण, और 250 मिग्रा केशर को मिला लें। इसे पीसकर शहद के साथ सेवन करें। दस्त पर रोक लगती है।
    अनार का प्रयोग कर बच्चों की दस्त पर रोक
    जिस बच्चे को बार-बार दस्त की शिकायत होती है, उसके लिए अनार की ताजी कलियां ले, इसे छोटी इलायची के बीज, और रुमीमस्तगी केक साथ पीस लें। इसमें चीनी मिलाकर पेस्ट जैसा तैयार कर लें। इसे चटाने से बच्चों के दस्त, और पेचिश में विशेष लाभ होता है।
    📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
    आचार्य श्री गोपी राम एक ऐसी शख्सियत माने जाते हैं जिन्हे वर्तमान समय में लोग इनकी नीतियों को अपनाते हैं और अपने जीवन को बेहतर बनाने के प्रयास करते हैं। हमेशा की तरह आज एक बार फिर हम आपके लिए लाएं हैं आचार्य श्री गोपी राम की नीति सूत्र के कुछ ही ऐसे श्लोक, जो मानव जीवन से संबंधित है और इनके लिए फायेदमंद है।
    ‘कल्याण’ का मार्ग ही जीवन-शक्ति
    भूत्यनुवर्तनं पुरुषस्य रसायनम्
    भावार्थ : पुरुष के लिए कल्याण का मार्ग अपनाना ही उसके लिए जीवन-शक्ति है। संसार में जो दूसरों के हित के लिए अग्रसर रहता है, उसका उत्साह ही उसे जीवन में कुछ करने की प्रेरणा देता है। वह सबका प्रिय हो जाता है। सबका स्नेह ही उसकी जीवन शक्ति बन जाता है।
    घटिया लोगों से ‘सावधान’ रहें
    सुदुष्करं कर्म कारयित्वा कर्तारमवमन्यते नीच:।
    भावार्थ : कठिन कार्य करवा लेने के उपरांत भी घटिया व्यक्ति कार्य करवाने वाले का अपमान ही करता है। घटिया व्यक्ति का काम चाहे कितने ही परिश्रम से किया गया हो, अंत में बुराई ही मिलती है। उसे संतुष्ट करना बड़ा कठिन है।
    उपकार कभी न भूलो
    नाकृतज्ञस्य नरकान्निवर्तनम्।
    भावार्थ : कृतघ्न अर्थात उपकार न मानने वाले व्यक्ति को नर्क ही प्राप्त होता है। जो व्यक्ति किसी का उपकार नहीं मानता, चाहे उसके साथ कितना भी बड़ा उपकार किया गया हो, ऐसा व्यक्ति नारकीय दुखों को ही भोगता है।
    ‘उन्नति’ और ‘अवनति’वाणी के अधीन
    जिह्वायत्तौ वृद्धिविनाशौ।
    भावार्थ : मनुष्य को अपने मुख से कोई भी बात बहुत सोच-समझकर निकालनी चाहिए क्योंकि मुख से निकले शब्द सामने वाले को प्रसन्न भी कर सकते हैं और नाराज भी। यदि आप मधुर शब्द बोलते हैं तो सभी आपके सहायक होते हैं और कटु वचन बोलने पर सभी आपके विरोधी हो जाते हैं।
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    ⚜️ त्रयोदशी तिथि के देवता मदन (कामदेव) हैं। शास्त्रानुसार भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के पुत्र हैं भगवान कामदेव। कामदेव प्रेम और आकर्षण के देवता माने जाते हैं। जिन पुरुषों अथवा स्त्रियों में काम जागृत नहीं होता अथवा अपने जीवन साथी के प्रति आकर्षण कम हो गया है, उन्हें आज के दिन भगवान कामदेव का उनकी पत्नी रति के साथ पूजन करके उनके मन्त्र का जप करना चाहिये। कामदेव का मन्त्र – ॐ रतिप्रियायै नम:। अथवा – ॐ कामदेवाय विद्महे रतिप्रियायै धीमहि। तन्नो अनंग: प्रचोदयात्।
    आज की त्रयोदशी तिथि में सपत्निक कामदेव की मिट्टी कि प्रतिमा बनाकर सायंकाल में पूजा करने के बाद उपरोक्त मन्त्र का जप आपका वर्षों का खोया हुआ प्रेम वापस दिला सकता है। आपके चेहरे की खोयी हुई कान्ति अथवा आपका आकर्षण आपको पुनः प्राप्त हो सकता है इस उपाय से। जो युवक-युवती अपने प्रेम विवाह को सफल बनाना चाहते हैं उन्हें इस उपाय को करना चाहिये। जिन दम्पत्तियों में सदैव झगडा होते रहता है उन्हें अवश्य आज इस उपाय को करना चाहिये।
    त्रयोदशी तिथि ज्योतिषशास्त्र में अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है। इस तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति महापुरूष होता है। इस तिथि में जन्म लेने वाला व्यक्ति बुद्धिमान होता है और अनेक विषयों की अच्छी जानकारी रखने वाला होता है। यह व्यक्ति काफी विद्वान होता है तथा अन्यों के प्रति दया भाव रखने वाला एवं किसी की भी भलाई करने हेतु सदैव तत्पर रहने वाला होता है । इस तिथि के जातक समाज में काफी प्रसिद्धि हासिल करते ही हैं।

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