गंदगी का अंबार, ग्रामवासियों को हो रही परेशानी, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान

उमरियापान पंचायत में हाल बेहाल
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । स्वच्छ भारत अभियान पर केंद्र सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर अगर देखा जाए तो स्वच्छता अभियान को लेकर अधिकारी कर्मचारी पूरी तरह लापरवाही बरत रहे हैं । इस अभियान में जुड़े अधिकारी व कर्मचारी इसे पलीता लगाने में कोई कसर नही छोड़ रहे । जिसका सीधा सा उदाहरण ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत उमरियापान में देखने को मिल रहा है जहां जगह-जगह सड़कों पर गंदगी के अंबार लगे हुए हैं । सरपंच सचिव के द्वारा ग्राम वासियों की समस्या पर ध्यान नहीं दिया जाता है सभी जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी पंचायत को लेकर पूरी तरह से लापरवाह नजर आ रहे हैं ।
बता दें कि स्वच्छ भारत अभियान पर केंद्र सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर रही है, लेकिन जमीनी स्तर पर अगर देखा जाए तो स्वच्छता अभियान को लेकर अधिकारी कर्मचारी पूरी तरह लापरवाही बरत रहे हैं । ऐसा ही मामला ज़िले की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत उमरियापान से सामने आया है जहां पर गांव के अंदर प्रवेश करते ही सड़कों के दोनों तरफ गंदगी के अंबार दिखाई देते हैं । जिसके कारण लोगों को राह चलते में दुर्गंध एवं गंदगी जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है । सरपंच सचिव को ग्रामवासियों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं हैं । जिसका परिणाम है कि ग्राम वासियों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है ।
ग्रामवासियों ने बताया कि गांव की नालियां गंदगी से अटी पड़ी है जिसके कारण ग्राम वासियों को आने-जाने में भी परेशानी होती है जिस पर ना तो सरपंच ध्यान दे रहा है, और ना हीं पंचायत सचिव के द्वारा ग्राम वासियों की समस्याओं पर ध्यान दिया जाता है । ग्रामवासियों ने कलेक्टर आशीष तिवारी से मांग की है कि सरपंच सचिव के द्वारा स्वच्छता के नाम पर की गई राशि आहरित एवं कराए गए निर्माण कार्यों की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए।



