जवानी में करे भक्ति बुढ़ापा किसने देखा, आज हैं कल किसने देखा ईश्वर के स्मरण से संसार खुशी मय हो जाता हैं

ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
जबलपुर । शिव मंदिर बाबा ताल में चल रही श्रीसंगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिवस में श्री कृष्ण की भक्ति के रास महाउत्सव पर भक्ति का रसपान करा रहे पण्डित श्री अंशुल कृष्ण जी महाराज के वर्णो से भक्ति भावना में लीन । श्रोताओं ने इनकी भक्ति मय कथा सुन झूम उठे प्रभु बिन न कोई ।
9 अप्रैल दिन रविवार से चल रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के चौथे दिन जहा सभी नगर वासी भक्ति मय कथा का आन्द ले रहें हैं वही श्रोताओं को भरी जवानी में ईश्वर की आराधना करनी चाहिए । बुढ़ापा किसने देखा । इस कथा वाचन सुन सभी श्रोता गण झूम उठे और भक्तिमय में नाचने-गाने लगें ।
सिहोरा क्षेत्र में भगवान भोलेनाथ शंकर की नगरी बाबा ताल में रविवार 9 अप्रैल से हो रही सात दिव्यसीय संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा के वाचक दौरान पण्डित श्री अंशुल कृष्ण महाराज जी श्रीधाम वन्दावन के भक्ति मय कथा में भगवान का रसपान कर रहे हैं । मंदिर प्रांगण में शाम 4 बजे हो रही श्रीमद्भागवत का हरि इच्छा तक किया जा रहा है । ये कथा श्री सदगुरुदेव,श्री श्री 1008 सीता शरण जू शिध्द महाराज लोढ़ा पहाड़ धाम कुर्रे व बनवारी दास जी महाराज व ईश्वर के आशीर्वाद से शिव मंदिर बाबा ताल में पण्डित श्री अंशुल कृष्ण जी महाराज द्वारा संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है । कम उम्र में भगवान की भक्ति मय कथा का आनन्द बुजुर्गो के साथ श्रोता गण ले रहें हैं । कल 12 अप्रैल को श्रीराम व भगवान श्री कृष्ण जन्म उत्सवों पर कथा सुन श्रोतागण झूम उठे । आज गुरुवार को
13 अप्रैल को बाल लीला व गोवर्धन पूजा सहित श्री हरि को छप्पन भोग लगाया जायेगा ।
साथ ही 14 अप्रैल दिन शुक्रवार को भगवान श्री कृष्ण की विवाह कथा स्थल पर श्री कृष्ण रुक्मणी विवाह व महारास लीला के लिए पहुचेगे ।
