नवरात्र के समापन पर जवारे का विसर्जन, नंगे पांव निकले श्रद्धालु

सिलवानी | चैत्र नवरात्रि के समापन पर जवारों को विसर्जन चल समारोह गुरुवार को निकाला गया। नगर के विभिन्न मोहल्लों से जवारे अखाड़ों के साथ निकाले गए। यहां पर महिलाओं ने भजनों की आकर्षक प्रस्तुति देकर सभी भक्तों को भक्तिरस में डुबो दिया। सिर पर ज्वारों से सजे कलश लेकर महिलाएं नदी घाटों तक गई, जबकि युवा-बुजुर्ग देवी मां की जयकार लगाते हुए चल रहे थे। नगर के श्री टेकरी मंदिर के समीप शनि मंदिर में स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा एवं ज्वारे एवं खाईपुरा से ज्वारे का एक साथ निकाले गए चल समारोह में पंडा के अनुयायियों ने माता के बाने को गाल में लगाकर चल रहे थे। वहीं भक्तगण डीजे की धुन में नाचते गाते एवं ढोल नगाड़ों के साथ जय माता दी के नारे लगाते चल रहे थे। जो नगर के प्रमुख मार्गो से होकर चल समारोह श्री अनगढ़ हनुमान मंदिर बजरंग चौराहा से वाहनों में सवार होकर नर्मदा तट बोरास घाट विसर्जन के लिए प्रस्थान किया गया। सिर्फ शहरी क्षेत्र ही नहीं, ग्रामीण इलाकों में भी दुर्गा मंदिरों में और घरों में जवारे कलश स्थापित किए गए थे। जिन्हें नर्मदा नदी अथवा स्थानीय नदी, तालाब अथवा जल स्रोतों में विर्सजन किया गया। इससे पहले उनका विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया गया।

