पटवारी औऱ अधिकारियो की मिली भगत से18 करोड़ राशि की राहत राशि वितरण घोटाला
कीट व्याधी, ओलावृष्टि, किसानो की फसलो के हुये नुकसान को लेकर राहत राशि वितरण का मामला
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने जांच को लेकर धरना देकर दिया ज्ञापन
सिलवानी। वर्ष 2020-21 में कीट व्याधी, ओलावृष्टि, किसानो की फसलो के हुये नुकसान को लेकर राहत राशि वितरण में किये गये घोटाले की जांच की मांग को लेकर नगर के बजरंग चौराहे पर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने एक दिवसीय धरना देकर मुख्यमंत्री के नाम तहसीलदार रामजीलाल वर्मा को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि वर्ष 2020-21 में कीट व्याधी, ओलावृष्टि, किसानो की फसलो के हुये नुकसान को लेकर सरकार द्वारा लगभग 18 करोड की राशि स्वीकृत कर किसानो को राशि वितरण किया जाना थी लेकिन पटवारी शशांक दुबे एवं अन्य पटवारियो द्वारा बड़े पैमाने पर किसानो को मिलने वाली राहत राशि में घोटाला किया गया है किसानो के कुछ सूचियों में नाम सही लिखे है, कुछ सूचियों में नाम, रकवा तथा ग्राम सही लिखे है लेकिन खाता नम्बर एवं आई.एफ.सी. कोड अन्य लोगो के है जो इस तहसील के निवासी नहीं है, वही दूसरी ओर कुछ किसानो के फर्जी नाम राहत राशि सूची में जोड़कर अनेको बैंको के खातो में किसानो को मिलने वाली राहत राशि डालकर, पटवारी एवं अधिकारीयो से सांठ-गांठ करके मिली भगत से लगभग 10 करोड़ का घोटाला किया गया है।
वही कुछ किसानो को राहत राशि तो मिली है परन्तु पूरी राशि किसानो को नहीं मिली है। पटवारियो के साथ पूर्व में सिलवानी ट्रेजरी प्रभारी चंद्रभानसिंह राजपूत की भूमिका भी संदिग्ध है। पटवारी.हल्का जुनिया, नीगरी, बम्हौरी-वर्धा, आदि सहित अन्य हल्को में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार करके घोटला किया गया है। इन सभी की राज्य स्तरीय एवं जिला स्तरीय टीम गठित कर एक सप्ताह के अंदर जांच कराकर, जांच में दोषी पाये जाने पर कर्मचारी एवं अधिकारीयों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की जावे। निष्पक्ष जांच न होने की दशा में अन्यथा किसान संघ इस मामले को लेकर प्रदेश स्तरीय आंदोलन करने को बाध्य होगा जिसकी सम्पूर्ण जबावदारी शासन-प्रशासन की होगी।
धरना प्रदर्शन को मनमोहनसिंह, कृष्णकुमार रघुवंशी, शिवकुमार रघुवंशी, बालमुकुन्द, मुकेश शर्मा, मनोजकुमार, महेन्द्र यादव, श्रीराम सेन आदि ने संबोधित किया। मंच संचालन देवेन्द्र रघुवंशी ने किया। इस अवसर पर महेन्द्र रघुवशी, भरत पटेल, मुन्ना करेले, अंकित, अभिषेक पटेल, गुलशनकुमार, के.वी. गौर, योगेन्द्रसिंह सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।