मध्य प्रदेश

रातापानी अभ्यारण्य में फिर मिला तेंदुआ का शव, वन्य प्राणियों के जीवन पर जान पर संकट

नहीं लगा शिकारियों का शिकारियों का सुराग तस्करों का गिरोह सक्रिय

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन।
औबेदुल्लागंज सामान्य वनमंडल सर्किल के मलखार वनरेंज बीट में पिछले दिनों एक तेंदुए का शव मिला था। इसके पूर्व में भी चिकलोद वनरेंज, गौहरगंज और रातापानी, सेंचुरी एरिया में , बड़खेड़ा वनरेंज में करीब 6-7 नर मादा तेंदुओं की मौत ट्रेन की चपेट आने से आने से चुकी थी। रातापानी अभ्यारण्य सहित अन्य वन क्षेत्रों में तेंदुओं की लगातार मौतें हो चुकी हैं। बताया जा रहा है सालों से ओबेदुल्लागंज सर्किल में शिकारियों और तस्करों का गिरोह सक्रिय हैं।
पिछले दिनों दाहोद वनरेंज के मलखार वनबीट में 3-4 साल के मृत तेंदुआ का शव जंगल में पड़ा मिला था। तेंदुआ के शिकारियों का सुराग वन महकमे के अमले ने एक हफ्ते बाद भी शिकारियों का सुराग नहीं लगा सके हैं। केरी महादेव के जंगल में 3 से 4 वर्ष के तेंदुए का शव जंगल में पड़ा मिला था।तेंदुए के जीवन पर संकट मंडराने लगे हैं। इधर तेंदुए के शव मिलने पर वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर वेटनरी के डॉक्टरों ने शव का पीएम कराने के बाद यह पता चला कि मृत तेंदुए के सभी अंग सुरक्षित पाए गए हैं। बाद में वन अमले की टीम ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।बिसरा रिपोर्ट को सुरक्षित रख कर वन विभाग अमला जांच पड़ताल कर रहा है।
तस्करों की निगाहें वन्य प्राणियों पर टिकी हुई हैं। पहले भी जिले के ओबेदुल्लागंज क्षेत्रों में तेंदुओं शेरनी के पंज खाल शिकारियों ने तस्करी कर करोड़ों की कमाई की जा रही है।
सांकल वनबीट का तेंदुआ सुरक्षित जंगल में छोड़ा,,,
ओबेदुल्लागंज वन विभाग के डीएफओ विजय कुमार सिंह ने बताया कि पिछले सप्ताह वनबीट सांकल के जंगल में रात के वक्त प्यास से व्याकुल एक तेंदुआ निकला। खेत की सुरक्षा के लिए लगाई गई कंटीले तारों में तेंदुए के पंजे फंस जाने पर वन बिहार भोपाल और रायसेन जिले की गढ़ी देवनगर के रेस्क्यू टीम गढ़ी वनरेंजर रजनीश शुक्ला के नेतृत्व में वनकर्मियों द्वारा तेंदुए को सुरक्षित रेस्क्यू ऑपरेशन कर पिंजरे में कैद कर ओबेदुल्लागंज लेकर पहुंचे। यहां के रातापानी अभ्यारण में वन बीट में तेंदुए को सुरक्षित छोड़ दिया गया है।

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