ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग शुक्रवार, 19 मई 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
शुक्रवार 19 म ई 2023

ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥
🌌 दिन (वार) – शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख से भगवान विष्णु पर जल चढ़ाकर उन्हें पीले चन्दन अथवा केसर का तिलक करें। इस उपाय में मां लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न हो जाती हैं।
शुक्रवार के दिन नियम पूर्वक धन लाभ के लिए लक्ष्मी माँ को अत्यंत प्रिय “श्री सूक्त”, “महालक्ष्मी अष्टकम” एवं समस्त संकटो को दूर करने के लिए “माँ दुर्गा के 32 चमत्कारी नमो का पाठ” अवश्य ही करें ।
शुक्रवार के दिन माँ लक्ष्मी को हलवे या खीर का भोग लगाना चाहिए ।
शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह की आराधना करने से जीवन में समस्त सुख, ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है बड़ा भवन, विदेश यात्रा के योग बनते है।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर ग्रीष्म ऋतु
🌤️ मास – ज्येष्ठ मास
🌚 पक्ष – कृष्ण पक्ष
📆 तिथि – ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या 09:22 PM तक उसके बाद प्रतिपदा है
📝 तिथि स्वामी – अमावस्या के स्वामी पितर होते हैं। अमावस्या तिथि के देवता हैं अर्यमा जो पितरों के प्रमुख हैं।
💫 नक्षत्र-भरणी 07:29 AM तक उसके बाद कृत्तिका
🪐 नक्षत्र स्वामी – नक्षत्र का स्वामी शुक्र ग्रह होता है।नक्षत्र के देवता यम होते हैं।
🔊 योग-शोभन योग 06:16 PM तक, उसके बाद अतिगण्ड योग
प्रथम करण : चतुष्पाद – 09:29 ए एम तक
द्वितीय करण – नाग – 09:22 पी एम तक
🔥 गुलिक काल : – शुक्रवार को शुभ गुलिक प्रात: 7:30 से 9:00 तक ।
⚜️ दिशाशूल – शुक्रवार को पश्चिम दिशा का दिकशूल होता है।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से दही में चीनी या मिश्री डालकर उसे खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल -दिन – 10:30 से 12:00 तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:22:00 A.M
🌅 सूर्यास्तः- सायः 06:38:00 P.M
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 04:06 ए एम से 04:47 ए एम
🌆 प्रातः सन्ध्या : 04:26 ए एम से 05:28 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:50 ए एम से 12:45 पी एम
🔯 विजय मुहूर्त : 02:34 पी एम से 03:29 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 07:06 पी एम से 07:26 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 07:07 पी एम से 08:09 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:57 पी एम से 12:38 ए एम, मई 20
☀️ शोभन योग – 19 मई को शाम 6 बजकर 16 मिनट तक
🚓 यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर छैने से बनी मिठाई चढ़ाएं।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – भावुका अमावस्या/ दर्शन अमावस्या/ शनैश्चर जयन्ती/ श्री सावित्री अमावस, वट सावित्री व्रत, रंगमंचकर्मी विजय तेंदुलकर स्मृति दिवस, भारतीय फ्रीस्टाइल पहलवान दीपक पुनिया जन्म दिवस, भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम नाना साहब जन्म दिवस, साहित्यकार हज़ारी प्रसाद द्विवेदी पुण्यतिथि, नाथूराम गोडसे जन्म दिवस, विश्व पारिवारिक चिकित्सक दिवस, अमावस्या समाप्ति रात्रि 09.22
✍🏼 विशेष – अमावस्या को मैथुन एवं प्रतिपदा को कद्दू और कूष्माण्ड के फल का दान तथा भक्षण दोनों ही त्याज्य होता है। शास्त्रों में अमावस्या तिथि को सम्भोग वर्जित तिथि बताया गया है। अमावस्या तिथि एक पीड़ाकारक और अशुभ तिथि मानी जाती है। अमावस्या तिथि पितृगणों को समर्पित तिथि है अर्थात इसके स्वामी पितृगण हैं। यह केवल कृष्ण पक्ष में ही होती है तथा अशुभ फलदायिनी मानी जाती है।
🌷 Vastu tips 🌸
खाना खाते समय इन चीजों का रखें ध्यान ऐसे में अगर आपके घर में भी इसी तरह का वातावरण है तो उसे तुरंत बदल दीजिए। वरना आपको इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है। तो आइए वास्तु शास्त्र में आज आचार्य श्री गोपी राम से जानते है कि भोजन करते समय किन-किन बातों का ख्याल रखना जरूरी है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, भोजन करने से पूर्व अपने ईष्ट देव और मां अन्नपूर्णा का आवाहन जरूर करना चाहिए। इससे घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है। साथ ही भोजन करते समय किसी से ज्यादा बात या गुस्सा भी नहीं करना चाहिए। वास्तु के मुताबिक, संभव हो तो घर के सभी सदस्यों को दिन में कम से कम एक बार साथ में बैठकर खाना चाहिए। इससे घर में धन-धान्य और सुख-समृद्धि का वास रहता है।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
नींबू की चाय में मिलाएं काला नमक-नींबू की चाय में काला नमक मिलाकर पीना कब्ज की समस्या को दूर कर सकता है। ये चाय पेट का मेटाबोलिक रेट बढ़ाती है और फिर आंतों के काम काज की गति में तेजी लाती है। इससे आप जो भी खाते हैं वो तेजी से पचने लगता है और बॉवेल मूवमेंट तेज हो जाता है। इससे पेट साफ हो जाता है और शरीर खुद को डिटॉक्स कर लेता है।
ब्लैक टी में मिलाएं काला नमक ब्लैक टी में काला नमक की मिलावट सेहत के लिए कारगर तरीके से काम कर सकती है। पहले तो ये वेट लॉस में तेजी ला सकती है। दूसरा, काला नमक की खास बात ये है कि ये पेट में डाइजेस्टिव एंजाइम्स को बढ़ावा देता है जिससे खाना तेजी से पचता है, चर्बी कम होती है और मोटापा कम करने में मदद मिलती है।
💉 आरोग्य संजीवनी 🩸
शरीर में दर्द टाइफाइड की बीमारी की वजह से हो सकता है। दरअसल, जब ये बैक्टीरिया हमारे अंदर होता है तो शरीर इससे लड़ने की कोशिश में लग रहता है। इसे लड़ाई के दौरान इम्यून सिस्टम अलग-अलग शरीर के अंगों पर रिएक्ट कर रहा होता है और यही शरीर में दर्द का कार बनता है।
सिरदर्द शरीर की प्रतिक्रिया है जो कि शरीर इस संक्रमण से लड़ने के दौरान दे रहा होता है। इस दौरान जब शरीर का तापमान जितनी तेजी से बढ़ रहा होता है, सिर दर्द भी उतनी तेजी से बढ़ता है। इसके अलावा इस दौरान शरीर में कमजोरी होती है जिससे सिरदर्द हो सकता है।
तेज बुखार टाइफाइड की बीमारी लोगों को बहुत तेज बुखार होता है। ये बुखार लंबे समय तक रहता है और पूरे शरीर को तोड़ देता है। इसकी वजह से हर समय थकान महसूस होती है। जोड़ों और घुटनों में दर्द रहता है और इंसान चाहकर भी जल्दी ठीक नहीं हो पाता है।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
शादी से पहले लड़के और लड़की दोनों के लिए ही जीवनसाथी का चुनाव बहुत मायने रखता है। शादी को लेकर जल्दबाजी में किया गया फैसला दो जिंदगियां बर्बाद कर देता है। हमने बताया है कि महिला के इन गुणों के वजह से शादी के बाद पति और परिवार का जीवन खुशियों से भर जाता है। ऐसी लड़की से शादी होना सौभाग्य की बात है, इनके घर में होने से धरती पर ही जीवन स्वर्ग सा लगता है।। चलिए हम आपको बताते हैं।
मर्यादा का ख्याल रखना शादी के बाद जिस लकड़ी के लिए उनका पति ही सबकुछ होता है। जो भूलकर भी पराए पुरुष के बारे में न सोचती हो ऐसी पत्नी पतिव्रता कहलाती है। ऐसी स्त्रियां कभी अपनी मर्यादा नहीं लांघती हैं। ऐसी स्त्रियां शादी के बाद ये पति का हर सुख-दुख में साथ देती है। कहते हैं कि जीवनसाथी के व्यवहार से उसके सच्चे और अच्छे होने का पता लगाया जा सकता है। इसलिए शादी से पहले लाइफ पार्टनर ऊपरी तौर पर कैसा दीखता उससे ज़्यादा उनके अंदर के गुणों और संस्कारों पर ध्यान देना चाहिए।
झगड़ा नहीं करने वाली जो लड़कियां शांत स्वभाव की होती हैं और किसी भी छोटी से छोटी बात पर पति या ससुरालवालों से झगड़ा नहीं करती हैं। ऐसी लड़कियों का उनके ससुराल में बहुत आदर और मान होता है।
धर्म पर यकीन करनेवाली धर्म कर्म से जुड़ी स्त्री के घर में कभी सुख-शांति भंग नहीं होती। ऐसी स्त्री न केवल अपने ससुराल वालों को अपने गुणों से प्रस्सन करती है बल्कि उनके ये गुण उनके बच्चों के अंदर भी आते हैं। इससे कई पीढ़ियों का उद्धार हो जाता है। धर्म व्यक्ति को अनिष्ट करने से रोकता है।
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⚜️ अमावस्या को दूध का दान श्रेष्ठ माना जाता है। किसी कुआँ, तलाब, नदी अथवा बहते जल में दो-चार बूंद दूध डालने से कार्यों में आनेवाली परेशानियाँ दूर होती है। जौ दूध में धोकर नदी में प्रवाहित करने से सौभाग्य की वृद्धि होती है। इस तिथि को पीपल में जल देना परिक्रमा करना मिश्री दूध में मिलाकर अर्घ्य देना अत्यन्त शुभ फलदायी माना जाता है।
ऐसा करने से शनिदेव का प्रकोप कम होता है तथा भगवान नारायण एवं माँ लक्ष्मी कि पूर्ण कृपा प्राप्त होती है। अमावस्या को तुलसी और बिल्वपत्र नहीं तोड़ना चाहिये। आज घर की सफाई करना और कबाड़ बेचना शुभ माना जाता है। अमावस्या को भूलकर भी सम्भोग (स्त्री सहवास) नहीं करना चाहिये। घर के मन्दिर एवं आसपास के नजदीकी मन्दिर में तथा तुलसी के जड़ में सायंकाल में घी का दीपक जलाना चाहिये इससे लक्ष्मी माता प्रशन्न होती हैं।

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