मध्य प्रदेश

स्टेट बैंक की मनमानी: किसानों और ग्राहकों को हो रही परेशानी

बिना किसी वैध सूचना और आधिकारिकता के खाते कर रहे सीज: भारतीय रिजर्व बैंक के दिशा निर्देशों का हो रहा उल्लंघन
रिपोर्टर : कमल याज्ञवल्क्य
बरेली। भारतीय स्टेट बैंक की यदि बरेली शाखा में आपका खाता है तो सतर्क हो जाइए। दरअसल आपका खाता निर्धारित प्रक्रिया के पालन के बिना भी सीज किया जा सकता है। जबकि इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक ने अधिकारिता/ न्यायालय के अनुरोध के बाद भी ग्राहक को सूचना देने संबंधी दिशा निर्देश जारी किए हैं।
भारतीय ​स्टेट बैंक की बरेली शाखा के कुछ ग्राहकों ने बताया कि वे बैंक लेनदेन के लिए पहुंचे तो उन्हे यह जानकर घोर आश्चर्य हुआ कि उनका बैंक खाता सीज है। जबकि इस संबंध में उन्हे कभी भी कोई लिखित अथवा मौखिक सूचना नहीं दी गई थी। बैंक की एकतरफा कार्यवाही से ग्राहक परेशान हैं क्योंकि उनके अतिआवश्यक काम अटककर रह गए हैं।
रिजर्व बैंक के निर्देश
बैंकिंग से जुडे सूत्रों ने इस संबंध में बताया कि भारतीय रिजर्व बैंक ने कोई भी खाता सीज करने के संबंध में समय—समय पर विस्तार से दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। खाते सीज करने की अधिकारिता के बारे में भी बताया गया है।
कभी किसी विधायी कार्य की वजह से, कभी इनटम टैक्स डिपार्टमेंट तो कभी अदालती आदेश से भी बैंक खाते फ्रीज होते हैं। भारतीय रिजर्व बैंक, आयकर विभाग, न्यायालयों और भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास बैंक खातों को फ्रीज करने का प्राधिकार है।
बैंक भेजता है पहले नोटिस
आमतौर पर किसी ग्राहक का खाता फ्रीज करने से पहले बैंक की तरफ से उसे नोटिस भेजा जाता है. अगर खाते को वैध कारणों के लिए लंबे समय तक फ्रीज किया गया है तो इसे फिर से खुलवाना एक लंबा काम है।
इन कारणों से भी खाता होता है फ्रीज
अगर आपके खाते में संदिग्ध किस्म के ट्रांजेक्शन होने लगे- जैसे अचानक ऑनलाइन शॉपिंग की संख्या बढ़ जाना या विदेश में डेबिट कार्ड से खरीदारी होने लगना- तो बैंक खुद अपनी तरफ से आपका अकाउंट फ्रीज कर देता है। बैंक समझता है कि संबंधित ग्राहक का अकाउंट या तो हैक कर लिया गया है या डेबिट कार्ड चोरी हो गया है।
रिजर्व बैंक का प्रावधान है कि खाताधारक को तीन साल में एक बार, केवाईसी अपडेट करना होगा। अगर कोई ग्राहक ऐसा नहीं करता है तो उसका अकाउंट फ्रिज कर दिया जाता है। अगर आपके खाते में 6 महीने तक कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ तो आपका खाता फ्रीज हो सकता है।
आयकर विभाग के निर्देश पर भी किसी व्यक्ति का खाता फ्रीज किया जाता है। इसी तरह से सेबी के आदेश का भी पालन होता है। वित्तीय धोखाधड़ी या कुछ अन्य किस्म के मामलों में अदालतें भी बैंक को आरोपी का बैंक अकाउंट फ्रिज करने का आदेश देती हैं।
यह कहना है ग्राहकों का
मनमानी से खाते सीज होने से परेशान स्टेट बैंक के ग्राहकों ने बताया कि बैंक ने बिना किसी अधिकारिता/न्यायालय के आदेश के एकतरफा खाते सीज कर दिए हैं। एक ग्राहक के इस संबंध में दिए गए आवेदन पर बैंक प्रबंधन ने लिखा है कि ‘अतिरिक्त तहसीलदार वसूली मप्र मध्य क्षेत्र वि.वि.कं.लि. खरगोन के पत्र क्र सहा.प्र./1785 दिनांक 26/02/2024 के अनुसार खाता सीज किया गया है।
इस संबंध में बताया गया है कि अतिरिक्त तहसीलदार द्वारा किसी भी वसूली के लिए कोई सूचनापत्र नहीं दिया गया है। इसके साथ ही विशेष बात यह है कि इस पद को खाते सीज करने की आधिकारिता भी नहीं है। ऐसी किसी भी अनधिकृत वसूली के लिए बैंक खाते को सीज करने को लेकर बैंक प्रबंधन पर तरह—तरह के सवाल उठ रहे हैं।
सभी स्तरों पर प्रतिवाद बैंक प्रबंधन की इस मनमानी के विरोध में खाताधारक सामने आते जा रहे हैं। इनका कहना है कि वे भारतीय रिजर्व बैंक, बैंकिंग लोकपाल और उपभोक्ता फोरम सहित सभी स्तरों पर इस अनुचित और अवैधानिक कार्यवाही का प्रतिवाद करेंगे।
कुल मिलाकर इस स्थिति के कारण भर शादियों के सीजन में कई किसान और नागरिक परेशान हो रहें हैं।

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