मध्य प्रदेश

तबादला नीति से शिक्षक विहीन हुए ग्रामीण क्षेत्र के स्कूल

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया, उमरिया पान।
उमरिया पान । मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों मे नवीन स्कूलों, कालेजों का निर्माण करवाया है कि बच्चों को उच्च शिक्षा व्यवस्था मिल सके। ताकि बच्चों को शहर ना जाने पडे और बच्चों को अपने गांव में ही उच्च शिक्षा का लाभ मिल सके । लेकिन वर्तमान में एक बार फिर से शासन की दोषपूर्ण ट्रांसफर नीति के कारण थोक में तबादले होने की चर्चा पूरे ढीमरखेड़ा तहसील में गरमाने लगी है। आंख मूंद कर सांठगांठ करके शिक्षक अपना ट्रांसफर कराने में लगे हुए हैं जिससे डीईओ और कुछ बाबू भी इस तबादला नीति के खेल में शामिल होने की जानकारी प्राप्त हो रही है। अंधाधुध तबादला से ग्रामीण क्षेत्रों के बहुत से स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं । शिक्षकों में तबादले कराने की होड़ लगी है । सभी शिक्षक गांव से शहर की ओर पलायन कर गए जो शेष शिक्षक बचे है वह भी प्रभारी मंत्री से ट्रांसफर कराने की जुगत में है। और शिक्षा विभाग के अधिकारी आंख मूंदकर ट्रांसफर कर रहे हैं, ढीमरखेड़ा विकासखंड के ग्रामीण क्षेत्रों के भ्रमण के बाद बड़ी चौकाने वाली रिपोर्ट आई है ।कि ट्रांसफर के इस घिनौने खेल से बहुत से स्कूल शिक्षक विहीन है कुछ जगह एक ही शिक्षक हैं जिससे जन हितेषी भाजपा सरकार की पोल सामने है। कहावत है कि, अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत सही है, मध्य प्रदेश शासन की इस तबादला नीति के चलते बच्चों की शिक्षा व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है। ढीमरखेड़ा ब्लॉक के ग्रामीण क्षेत्रों में तबादले को लेकर व्यापक रोष है ।

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