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सही समय और सही उपचार से बचा जा सकता है डायबिटीज से : नागवंशी

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । डायबिटीज के मरीज दुनिया में बढ़ते जा रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक दुनियाभर में हर साल डायबिटीज से करीब 40 लाख मरीजों की मौत होती है। इसलिए वैश्विक स्‍तर पर लोगों को मधुमेह (डायबिटीज) के बारे में जागरूक करने , इसके उपचार, निदान, देखभाल के बारें में लोगों को बताने के लिए हर वर्ष 14 नवंबर को वर्ल्‍ड डायबिटीज डे मनाया जाता है। बता दें कि शरीर में इंसुलिन का बैलेंस बिगड़ने से डायबिटीज की बीमारी होती है। इस हेल्थ प्रॉब्लम को शुगर या मधुमेह भी कहा जाता है। इंसुलिन के सह-खोजकर्ता डॉ फ्रेड्रिक बैंटिंग के जन्मदिन को विश्व मधुमेह दिवस के रूप में हर साल मनाया जाता है।
विश्व मधुमेह दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ मेडिकल ऑफिसर विजयलक्ष्मी नागवंशी ने उक्त बात कही। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन हर साल वर्ल्ड डायबिटीज डे को मनाने के लिए एक खास थीम रखता है। इस साल की वर्ल्‍ड डायबिटीज डे की थीम – देखभाल तक पहुंच के बड़े बहु-वर्षीय विषय के तहत मधुमेह शिक्षा तक पहुंच – रखी गई है। इसका उद्देश्‍य है कि लोगों को सही समय पर सही इलाज और इसकी सही जानकारी मिले। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों के बीच मधुमेह के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी।
उन्होंने कहा कि आजकल के बदलते खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से डायबिटीज एक आम समस्या हो गई है।यह स्‍वास्‍थ्‍य के लिए काफी हानिकारक है। इसलिए डब्‍लूएचओ लोगों को हर वर्ष जागरूक करता है और इससे होने वाले नुकसान, इसके सही इलाज और सावधानी को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाता है। दुनिया भर में प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए डब्‍लूएचओ ने एक नई पहल शुरू की है जिसका उद्देश्‍य है कि मधुमेह से पीड़ित सभी लोगों की सही समय पर उचित उपचार और सही कीमतों पर एक जैसा इलाज, सस्ता और गुणवत्तापूर्ण उपचार और देखभाल तक पहुंच हो।
‌ उन्होंने डायबिटीज के प्रकारों के बारे में बताते हुए कहा कि डायबिटीज तीन प्रकार का होता है। टाइप 1 डायबिटीज का प्रमुख लक्षण शरीर में इंसुलिन का बनना बंद हो जाना होता है। जबकि टाइप 2 की स्थिति में शरीर में इंसुलिन जरूरत के हिसाब से नहीं बन पाता। ऐसे में इसका इस्तेमाल ठीक ढंग से नहीं हो पाता। ध्यान रहे डायबिटीज मोटापा, खानपान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से हो सकता है। इनके अलावा गर्भकालीन मधुमेह में गर्भावस्था में अस्थायी स्थिति होती है।
उन्होंने कहा कि डायबिटीज से बचाव के लिए रोजाना व्यायाम करें और हेल्दी खाना खाएं। अगर आप एक्सरसाइज के लिए समय निकाल सकते हैं तो रोजाना कम से कम 30-40 मिनट घर पर ही कसरत करें। ज्यादा से ज्यादा पैदल चलें, जॉगिंग करें, एक ही जगह पर न बैठें। रोजाना कम से कम 10 ग्लास पानी पीना सभी के लिए जरूरी है।

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