मध्य प्रदेश

शो पीस बनकर रह गया महु पथरई डेम, पक्की नहरों के अभाव में कच्ची टूटी नहरों से खेतों में पलेवा

फसलों की सिंचाई के लिए भेजा जाता है। जिससे टेल एरिया के किसानों को पानी के लिए कई दिनों तक तरसना पड़ रहा है।
वर्षों से नहीं हुई नहरों की सफाई बजट गोलमाल

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।
शासन की योजनाओं को शासकीय अधिकारी कर्मचारी किस तरह पलीता लगा रहे हैं। इसकी एक ताजा बानगी जिला मुख्यालय से लगभग 7 किमी दूर ग्राम पंचायत महू पथरई में देखा जा सकता है। लाखों करोड़ों रुपए खर्च करके मुख्यालय के नजदीक महु पथरई में डेम का निर्माण कराया गया था जिससे कि किसानों को पलेवा एवं सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जा सके। लेकिन जिला जल संसाधन विभाग द्वारा नहरों का निर्माण कराया गया था। वह भी औपचारिक तौर पर न तो सही ढंग से नक्शा बनाया गया और न ही सही ढंग से नहर बनधाई गई । महू पथरई डेम से जो नहरों बधाई है । उसमें महज सिर्फ कमीशन खोरी का खेलचल रहा है। डेम से जहां तक नहरों का निर्माण कराया गया है। वहां पानी ही नहीं पहुंच सकता। क्योंकि वहां ऊंचाई है और नहरों की खुदाई सही तरीके से नहीं कराई गई है। महू पथरई जल उपभोक्ता संस्था सिर्फ कागजों तक सीमित है। आधी नहरों का तो अब नामोनिशान मिट चुका है। और जो है वहां नहरों में बड़े बड़े पेड़ पौधे उग आए हैं। उनकी कटाई व नहरों की साफ सफाई जिम्मेदार अधिकारियों ने करवाना मुनासिब नहीं समझा गया है।जिला जल संसाधन विभाग रायसेन से सालों से जारी हुई नहरों की साफ सफाई मरम्मत के नाम पर जारी हुआ लाखों रुपये की रकम नहर समिति के अध्यक्ष सदस्यों ने मिलजुलकर हजम कर ली गई है।
घटिया स्टॉपडेम का निर्माण कराया, कागजों तक सीमित है स्टॉप डैमों का निर्माण…..
नालों नदियों का पानी व्यर्थ न बहे।पानी रोकने और सहेजने के लिए जिला पंचायत, कृषि विभाग, भूमि संरक्षण विभाग अन्य विभागों की मदद से महू पथरई पंचायत के गांवों में पानी रोको अभियान अन्य मदों के जरिए स्टाप डैमों का निर्माण सरपंचों सचिवों में कमाई के फेर में घटिया स्टाप डैमों का निर्माण कराया गया है। वहीं कुछ स्टाप डैमों का निर्माण कागजों में ही कर रकम हजम कर गए हैं। मौजूदा समय में उन स्टाप डैमों में घास फूस झाड़ियां उग आई हैं।
इस संबंध में केडी ओझा ई ई जलसंसाधन विभाग रायसेन का कहना है कि महू पथरई डैम की नहरों की साफ सफाई टूटने फूटने की शिकायतें किसानों ने आवेदन देकर की है। हम जल्द ही विभाग के अमीन पटवारियों को मौके पर भेजकर सर्वे कराने के बाद मरम्मत कराई जाएगी।

Related Articles

Back to top button