मध्य प्रदेश

केवट पिपरिया के लाल रामपाल सिंह राजपूत की मिलनसारिता ने दिलाई देश में पहचान

4 जनवरी : जन्मदिवस पर विशेष
ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । मिलन सारिता एक ऐसी कला है जो अपने दुश्मनों को भी परास्त कर देती है ऐसी ही विलक्षण प्रतिभा के धनी ठाकुर रामपालसिंह राजपूत ने आज के इस समय में जहां राजनेता और राजनीति नैतिक मूल्यों से गिरकर बदनाम हो रही है। नेता खोखले दावों और झूठी घोषणाओं के साथ वादा खिलाफी के प्रतीक बन गए हो। ऐसे समय में नेताओं की भीड़ में हमारे बीच एक व्यक्तित्व ऐसा भी है जिसने कभी अपने आदर्शों, सिद्धांतों को नहीं छोड़ा बल्कि परोपकार और जन सेवा को ही अपना धर्म समझा। उस व्यक्तित्व को पूरा प्रदेश और देश के विभिन्न प्रांत रामपालसिंह के नाम से जानते है।
ग्राम केवट पिपरिया तहसील उदयपुरा के किसान जुझार सिंह राजपूत के यहां 4 जनवरी 1956 को जन्मा बालक ठाकुर रामपाल सिंह राजपूत 1 दिन इतनी ऊंचाइयों पर पहुंच जाएगा किसी ने सोचा भी नहीं था आपने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के बाद भोपाल विश्वविद्यालय से 1981 में बी. ए. की परीक्षा पास की और छात्र राजनीति से सफर शुरू किया 1980-81 में शास. महाविद्यालय बरेली के छात्रसंघ अध्यक्ष तथा भोपाल विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी के सदस्य । भारतीय जनता युवा मोर्चा, रायसेन के उपाध्यक्ष तथा इसकी प्रदेश कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य बने ।
बरकतउल्लाह वि. वि. भोपाल से वर्ष 1989 में एलएलबी अंतिम परीक्षा पास की और सीधे 1990 में उदयपुरा बेगमगंज विधानसभा क्षेत्र से पहली बार नौंवी मध्यप्रदेश विधानसभा सदस्य निर्वाचित हुए, 1993 में दूसरी बार 1998 में तीसरी बार ग्यारहवीं मध्यप्रदेश विधानसभा सदस्य निर्वाचित होकर याचिका, सार्वजनिक उपक्रम, विशेषाधिकार समिति तथा ऊर्जा विभाग की परामर्शदात्री समिति के सदस्य बनाए गए।
2003 में चौथी बार बारहवीं मध्यप्रदेश विधानसभा के सदस्य चुने गए, तथा भाजपा जिला रायसेन का प्रभार संभाला । वर्ष 2004 में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मध्यप्रदेश शासन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय के पद पर आसीन हुए 2006 में कैबिनेट मंत्री, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय एवं सामाजिक न्याय, एक नवम्बर 2006 में विदिशा लोक सभा क्षेत्र से सांसद निर्वाचित, सदस्य केंद्रीय विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी वन एवं पर्यावरण। 2010 में प्रदेश उपाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी, 2011 में अध्यक्ष मध्यप्रदेश गृह निर्माण एवं अघोसंरचना विकास मंडल बोर्ड। 2013 से चौदहवीं विधानसभा मध्यप्रदेश क्षेत्र सिलवानी से सदस्य निर्वाचित व केबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश शासन राजस्व एवं पुनर्वास विभाग बनाया गया‌ 2016 से केबिनेट मंत्री मध्यप्रदेश शासन, (लोक निर्माण व विधि और विधायी विभाग) 2018 में विधानसभा क्षेत्र सिलवानी जिला रायसेन से विधायक निर्वाचित हुए। निरंतर रामपाल सिंह रायसेन जिले के वरिष्ठ नेता एवं वर्तमान में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। यही कारण है कि आज सिलवानी बेगमगंज विधान सभा क्षेत्र जो आजादी के 45 वर्ष तक बेगमगंज नेताओं का चारागाह था। यहां सड़कों के नाम पर धूल ही धूल थी। तब उदयपुरा से बेगमगंज मार्ग, सुनवाहा, नारायणपुर, सेमरा एवं उदयपुरा के समीपस्थ ग्रामों में चौरास, कैलकच्छ, पतई, टिमरावन, हाथीखेड़ा, कटक, केतोधान, सिलवानी के प्रतापगढ़, जैथारी, सेमराखास गुंदरई, पापड़ा, जैसे गांव जाना, बड़ा. ही दुर्गम था जहां पहले महिन्द्रा जीप नहीं जा पाती थी। आज इस सभी गावों में फोर व्हीलर दौड़ रही हैं। जिसका सारा श्रेय रामपाल सिंह को जाता है। जिन्होंने विपक्षी विधायक के रूप में प्रदेश की विधानसभा में क्षेत्र विकास व समस्याओं के निराकरण के लिए संघर्ष किया तो वही सत्ता में आने के बाद तो विकास कार्यों की झड़ी लगा दी। बेगमगंज उदयपुरा क्षेत्र के गांव गांव में शाला भवन, किसानों के लिए सिंचाई योजनाएं, बांध जिनमें सेमरी जलाशय, खमरिया, उमरखोह, कीरतपुर, केवलारी, छिकरी, अचांखेड़ा बांध जैंसी अनगिनत योजनाऐं, दुर्लभ गाडरवाडा गैरतगंज बायपास मार्ग, मंदिरों में गौशाला का निर्माण, परम धार्मिक प्रवृति के रामपालसिंह के उदयपुरा सिलवानी बेगमगंज क्षेत्र में शायद ही ऐसा कोई देवता का चबूतरा मठ मंदिर हो जहां के उत्थान जीर्णोद्धार में आपका योगदान ना रहा हो । फिर चाहे दुर्लभ मृगनाथ की पहाड़ी का मंदिर हो, ऊपर पेय जल पहुंचाने की बात हो, धर्मपुरा घाट पर पारद शिवलिंग स्थापना, नर्मदा घाटों का निर्माण हो या बेगमगंज के शिवालय मंदिर, माता मंदिर टेकरी, कंजी कुआ मंदिर, मांतामंदिर सुनवाहा सभी में राजनीति से ऊपर उठकर धर्म की भावना से योगदान दिया।
औघड़ व्यक्तित्वः- जिस प्रकार औघड़ बाबा शिव औघड़दानी और विषपायी के रूप में प्रसिद्ध है, वे बिच्छुओं से लिपटे रहने पर भी विषैले नही होते बल्कि अपना खून पिलाकर उन्हें जीवनदान देते रहते हैं। किन्तु यदि कोई दुष्टता पर उतर आए तो दंडित किए बिना नहीं रहते हैं। भोले भंडारी की विशेषताएं रामपाल सिंह में देखी जा सकती- हैं। संगठन के प्रति उनकी निष्ठा त्याग और समर्पण की भावना का कोई पार नहीं हैं। संगठन के आदेश पर उन्होंने सहर्ष मंत्री पद त्याग कर विदिशा लोकसभा का चुनाव लड़ा। यही कारण है कि आज रामपाल सिंह प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित सत्ता और संगठन दोनो में अपनी साफ सुथरी छवि के कारण चहेते बन गए हैं। प्रदेश के किसी मंत्री से भी ज्यादा प्रशंसकों एवं संगठन के कार्यकर्ताओं की भीड़ रामपाल सिंह के भोपाल स्थित निवास पर देखने को मिलती है। उनको निरंतर कर्म पथ पर आगे बढ़ता देख उक्त पंक्तियां स्मरण हो आती है कि “कर्मवीर के पंथ पर हर पत्थर साधक बनता है, दीवारें दिशाएं बताती हैं, जब कर्म योगी आगे बढ़ता है”
आपने अपने राजनीतिक जीवन में राजस्व मंत्री बनते ही क्षेत्र में गरीबों को लिए परमिट और किसानों के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं दी पीडब्ल्यूडी मंत्री बनते ही बेगमगंज सिलवानी उदयपुरा में पुल पुलिया एवं सड़कों का जाल बिछाया लगभग 12 सौ करोड़ रुपए के विकास कार्य कराएं वर्तमान में विधानसभा सचिवालय में प्रातः समिति के सभापति के रूप में और बेगमगंज में स्वास्थ के लिए नई बिल्डिंग 14 करोड़ सांची सिलवानी में सिविल हॉस्पिटल का दर्जा प्रतापगढ़ में उप स्वास्थ्य केंद्र सुल्तानगंज में उप स्वास्थ्य केंद्र और मां नर्मदा से नदी पर चिंकी की परियोजना मंजूरी दिलाई जिसका लाभ उदयपुरा सिलवानी के लोगों सिंचाई का लाभ मिलेगा साथ ही वैश्विक महामारी कोरोना के समय अपने कर्तव्य को निर्वाह करते हुए स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई ऑक्सीजन की कमी नहीं आने दी हॉस्पिटलों में जो भी सामग्री की जरूरत पड़ी उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को आगे कर और खुद क्षेत्र का भ्रमण कर लोगों के सुख दुख में शामिल हुए। वर्तमान में कोरोना की चौथी लहर आने की आशंका के मद्देनजर स्वास्थ्य सुविधाओं को चाक-चौबंद करने के लिए अस्पतालों का सतत निरीक्षण का आवश्यक निर्देश देकर व्यवस्था है कराने में जुटे हुए हैं।
वही नव वर्ष में अपने जन्मदिन से पहले केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय से सिलवानी बेगमगंज विधानसभा में 136 करोड़ 68 लाख की सड़क निर्माण की सौगात है जिसमें बेगमगंज सागर मार्ग से महुआखेड़ा कला, गोरखा परड़िया राजाधार, रतन गिरी से सिलवानी सागर रोड तक मार्ग निर्माण लागत करीब 76 करोड 99 लाख, एवं देहगांव से बम्होरी मार्ग लागत करीब 59 करोड़ 69 लाख रुपया की स्वीकृति कराकर क्षेत्र को सौगात दी है। क्या वहीं से पूर्व हैदरगढ़ से लेकर सुल्तानगंज तक का मार्ग सीसी स्वीकृत करा कर उसके टेंडर भी करा दिए गए हैं वही राहतगढ़ से गोलागंज तक के मार्ग का रिनुअल कोर्ट का काम प्रगति पर चल रहा है शहर में आईटीआई का विशाल नवीन भवन तैयार होकर आईटीआई का शुभारंभ कराया गया हो या फिर विद्युत के क्षेत्र में 220 केवी की बड़ी लाइन के लिए विद्युत स्टेशन की स्वीकृति हो या सुल्तानगंज सहित ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत सबस्टेशन उप स्वास्थ्य केंद्र जैसी ढेरों सौगातें क्षेत्र के लिए विकास पुरुष के रूप में आपने दी हैं ऐसे विकास पुरुष का आज जन्म दिवस नर्मदा नदी के तट पर उनके समर्थकों द्वारा जोश खरोश के साथ ब्राह्मण भोज कन्या भोज का कार्यक्रम आयोजित कर मनाया जा रहा है।

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