पर्यावरणमध्य प्रदेश

घंटो की मशक्कत के बाद भी पकड में नहीं आया मगरमच्छ

रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान । उमरियापान के ढीमरखेडा रोड पर नर्मदा नहर के समीप स्थित जमुनहा तालाब में करीब 20 दिनों से मगरमच्छ के देखे जाने की सूचना के बाद मंगलवार की सुबह 10 बजे जबलपुर से आई तीन सदस्यीय रेस्क्यू टीम पिंजरा लेकर तालाब पहुँची। टीम में शामिल वाइल्ड लाइफ के वनरक्षक रामविनोद मांझी, वनरक्षक रेस्क्यू स्कार्ट भगवानराम गुप्ता, सर्प एवं वन्य प्राणी विशेषज्ञ धनंजय घोष ने सबसे पहले करीब आधे घंटे तक तालाब का निरीक्षण किया। इस दौरान तालाब में अत्यधिक चोई और बेशरम की झाडियाँ की वजह से मगरमच्छ नजर ही नहीं आया। इस पर टीम ने आसपास के किसानों से चर्चा कर मगरमच्छ के देखे जाने वाले स्थानों के बारे जानकारी ली। जिसके बाद टीम ने ऐसे ही एक स्थान पर आटोमेटिक पिंजरा लगाया। इसमें अंदर एक जिंदा मुर्गा भी बांधा गया। साथ ही माँस के कुछ टुकडे पिंजरा के समलंब तालाब में कुछ दूरी में लगाये गए। ताकि मगरमच्छ पिंजरा में आकर पकड़ा जा सके। लेकिन रेस्क्यू टीम और स्थानीय वन विभाग की टीम के पान बरेजा के अंदर छिपकर घंटों निगरानी के बाद भी मगरमच्छ नजर तक नहीं आया। कहा जा रहा है रेस्क्यू टीम के पहुंचने की जानकारी पर लोगों के जमावड़े और शोरगुल चलते मगरमच्छ कहीं बेशरम की झाड़ियों में दुबक कर बैठ गया होगा। या फिर इससे सटे दूसरे तालाब में चला गया होगा। देर शाम तक मगरमच्छ पकड में नहीं आया। टीम के मुताबिक रात में भी निगरानी रखी जाएगी। वहीं तालाब में मगरमच्छ एक है या दो इसको लेकर भी स्पष्ट नहीं है।

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