मध्य प्रदेश

रायसेन में प्राइमरी स्कूल का पहला दिन, पहले दिन कम रही बच्चों की संख्या, कहीं एक तो कहीं दो बच्चे स्कूल पहुंचे, नहीं हो रही स्कूलों की मॉनिटरिंग

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन।
मध्य प्रदेश सहित रायसेन जिले में भी तीसरे चरण के तहत पहली से 5वीं तक की कक्षाएं शासन ने खोल दिए हैं। पहले दिन छात्र-छात्राओं की संख्या कम ही रही। कोरोना गाइड-लाइन के तहत खोले गए स्कूलों में बच्चों को पहले सैनिटाइज किया और फिर मास्क लगवाया, उसके बाद ही प्रवेश दिया। लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश के बावजूद प्राइमरी स्कूलों का मॉनिटरिंग कराने जिम्मेदार विभाग के अधिकारी गायब रहे।जिससे प्रायमरी स्कूलों में शिक्षकों ने ज्यादातर रस्म अदायगी की।
सोमवार 20 सितंबर को सुबह साढ़े 10 बजे बच्चे स्कूल पहुंचे, लेकिन बिना मास्क और परिजनों के सहमति पत्र नहीं होने से शिक्षकों ने स्कूल में प्रवेश नहीं दिया। कुछ स्कूलों के हाल तो ऐसे रहे कि पहले दिन कहीं, एक तो कहीं दो बच्चे पहुंचे।
पहले दिन कम रही छात्र-छात्राओं की उपस्थिति……
शासकीय माध्यमिक शाला थाना स्कूल में कुछ बच्चे यूनिफॉर्म में थे तो कुछ सादी ड्रेस में पहुंचे। शिक्षकों ने पूरी सुरक्षा के साथ बच्चों को स्कूल में प्रवेश दिया। चौथी और पांचवी कक्षा में दो-दो छात्र ही उपस्थित रहे और पहली और दूसरी क्लास को एक साथ लगाया गया। शिक्षकों ने बताया कि कक्षा पहली और दूसरी को एक साथ लगाने के निर्देश दिए गए हैं। जिन बच्चों की इतने दिनों से पढ़ाई छूट गई है वह बच्चे पहली और दूसरी कक्षा की किताबों से एक साथ पढ़ाई करेंगे। जो बच्चे पहले दिन स्कूल आए हैं, उनके माता-पिता को बुलाकर सहमति पत्र पर साइन कराए जा रहे हैं। अगर स्कूल आने पर किसी बच्चे को किसी प्रकार की कोई बीमारी होती है तो उसके जिम्मेदार पालक रहेंगे। इस सहमति पत्र के कारण अभी पालक भी फिलहाल असमंजस में हैं कि बच्चों को स्कूल भेजें या नहीं।

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