पान किसानों पर दोहरी मार, लाकडाउन में नहीं बिके पान, अब मौसम ने किया बर्बाद
उमरियापान। कोरोना के चलते लोगों के मुंह से पान गायब है तो पान उत्पादक किसानों के चेहरों की लालिमा उड गई है। उमरियापान पान की फसल के लिए प्रदेश भर में जाना जाता है। यहां पर 250 चौरसिया परिवार के लिए यह पुस्तैनी व्यवसाय के साथ जीविकोपार्जन का साधन है, लेकिन लाकडाउन के कारण पान से किसानों की आधी आमदनी हो गई है। रही कसर बुधवार को बिगडैल मौसम ने पूरी कर दी। आंधी तूफान और तेज बारिश के चलते लगभग दो दर्जन पान उत्पादक किसानों के करीब 400 पारी पान बरेजा धराशायी हो गये। इससे संजू चौरसिया, कढोरी चौरसिया, मंकू चौरसिया, अन्नू चौरसिया, लल्लू चौरसिया सहित किसानों को भारी नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। जानकारी अनुसार उमरियापान में परबता हार, सकहा हार, निमहाई, नटहाई, गुरही हार, बटपरा हार में पान बरेजा धराशायी होने की खबर है। पान किसान चंद्रकांत चौरसिया ने बताया अप्रैल, मई माह पान उत्पादन के लिए सबसे अच्छा मौसम कहलाता है। लाकडाउन के कारण पान की बिक्री नहीं हो सकी और रही कसर बिगडे मौसम ने पूरी कर दी।
टीन उडे, पेड गिरे उमरियापान में आंधी तूफान से अनेक लोगों के घरों के टीन उड गये। घरौंदे के खप्पड हवा में उडकर जमीन में गिरकर टूट गये। अनेक स्थानों पर पेड भी गिर गये। बारिश रूकने के बाद लोग मरम्मत में जुट गये। आंधी के चलते विधुत तारें भी क्षतिग्रस्त हो गई। जिससे करीब विधुत व्यवस्था छिन्न भिन्न हो गई।
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया उमरियापान।