आज का पंचांग आज का पंचांग बुधवार, 06 मार्च 2024

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला मुख्यालय हरियाणा मो. 9812224501
जय श्री हरि
🧾 आज का पंचांग 🧾
बुधवार 06 मार्च 2024
06 मार्च 2024 दिन बुधवार को फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष कि विजया नाम का एकादशी व्रत है। आज का यह एकादशी व्रत स्मार्त और वैष्णव सभी के लिए है। अर्थात आज का यह एकादशी व्रत सभी कर सकते हैं। इसलिए मेरे विचार से आज अन्य सभी कार्यों से मन हटाकर एकादशी व्रत करना चाहिए। शास्त्रानुसार एकादशी सर्वश्रेष्ठ एवं सर्वाधिक पुण्यदायी व्रत होता है। इसे हर एक व्यक्ति को अवश्य करना चाहिये। आज गोधुली बेला में सायंकाल वृश्चिक लग्न में विवाह का शुभ मुहूर्त भी है, जो की शुभ है। आप सभी विजया एकादशी व्रत के व्रतियों को “विजया एकादशी व्रत” की हार्दिक शुभकामनायें।।
ॐ एकदन्ताय विद्महे वक्रतुंडाय धीमहि तन्नो बुदि्ध प्रचोदयात ।।
☄️ दिन (वार) – बुधवार के दिन तेल का मर्दन करने से अर्थात तेल लगाने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है धन लाभ मिलता है।
बुधवार का दिन विघ्नहर्ता गणेश का दिन हैं। बुधवार के दिन गणेश जी के परिवार के सदस्यों का नाम लेने से जीवन में शुभता आती है।
बुधवार के दिन गणेश जी को रोली का तिलक लगाकर, दूर्वा अर्पित करके लड्डुओं का भोग लगाकर उनकी की पूजा अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – उत्तरायण
☀️ ऋतु – सौर बसन्त ऋतु
⛈️ मास – फाल्गुन मास
🌒 पक्ष – कृष्ण पक्ष
📆 तिथि – बुधवार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष एकादशी तिथि 04:14 AM तक उपरांत द्वादशी
🖍️ तिथि स्वामी – एकादशी तिथि के देवता हैं विश्वेदेवगणों और विष्णु। इस तिथि को विश्वेदेवों पूजा करने से संतान, धन-धान्य और भूमि आदि की प्राप्ति होती है।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र पूर्वाषाढ़ा 02:52 PM तक उपरांत उत्तराषाढ़ा
🪐 नक्षत्र स्वामी – नक्षत्र का स्वामी शुक है । तथा नक्षत्र के स्वामी शुकाचार्य हैं । और जल के देवता वरूण देव हैं।
🔕 योग – व्यातीपात योग 11:33 AM तक, उसके बाद वरीयान योग
⚡ प्रथम करण : बव – 05:27 पी एम तक
✨ द्वितीय करण : बालव – 04:13 ए एम, मार्च 07 तक कौलव
🔥 गुलिक काल : – बुधवार को शुभ गुलिक 10:30 से 12 बजे तक ।
⚜️ दिशाशूल – बुधवार को उत्तर दिशा में दिशा शूल होता है ।इस दिन कार्यों में सफलता के लिए घर से सुखा / हरा धनिया या तिल खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल : – बुधवार को राहुकाल दिन 12:00 से 1:30 तक । राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 06:11:00
🌅 सूर्यास्तः- सायं 05:49:00
👸🏻 ब्रह्म मुहूर्त : 05:02 ए एम से 05:51 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 05:27 ए एम से 06:41 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : कोई नहीं
✡️ विजय मुहूर्त : 02:30 पी एम से 03:17 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:22 पी एम से 06:46 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 06:24 पी एम से 07:38 पी एम
💧 अमृत काल : 10:17 ए एम से 11:49 ए एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:07 ए एम, मार्च 07 से 12:56 ए एम, मार्च 07
🚓 यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
🤷🏻♀️ आज का उपाय-किसी बटुक को हरे फल भेंट करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – विजया एकादशी व्रत (सर्वे), मशहूर फुटबॉल क्लब स्पेन ‘मैड्रिड क्लब’ स्थापना दिवस, प्रसिद्ध क्रान्तिकारी अम्बिका चक्रवर्ती शहीद दिवस, नासिरुद्दीन मुहम्मद हुमायूँ जन्म दिवस, राष्ट्रीय पोशाक दिवस, राष्ट्रीय ओरियो कुकी दिवस, राष्ट्रीय व्हाइट चॉकलेट चीज़केक दिवस, राष्ट्रीय फ्रोजन फूड दिवस, हेल्थकेयर दिवस, घाना स्वतंत्रता दिवस, भारतीय क्रिकेटर अशोक पटेल जन्म दिवस, राष्ट्रीय पोषण माह (1 से 31 मार्च), राष्ट्रीय दंत चिकित्सक दिवस (National Dentist Day)
✍🏼 विशेष – एकादशी तिथि को चावल एवं दाल नहीं खाना चाहिये तथा द्वादशी को मसूर नहीं खाना चाहिये। यह इस तिथि में त्याज्य बताया गया है। एकादशी को चावल न खाने अथवा रोटी खाने से व्रत का आधा फल सहज ही प्राप्त हो जाता है। एकादशी तिथि एक आनन्द प्रदायिनी और शुभफलदायिनी तिथि मानी जाती है। एकादशी को सूर्योदय से पहले स्नान के जल में आँवला या आँवले का रस डालकर स्नान करना चाहिये। इससे पुण्यों कि वृद्धि, पापों का क्षय एवं भगवान नारायण के कृपा कि प्राप्ति होती है।
🗽 Vastu tips 🗼
वास्तु के मुताबिक, घर या दुकान में पानी की सही व्यवस्था और सीढ़ियों की दिशा भी कर्ज से मुक्ति पाने में मददगार होती है। घर या दुकान में पानी की व्यवस्था उत्तर दिशा में करनी चाहिए। इस दिशा में
पानी की व्यवस्था करने से कर्ज से जल्दी छुटकारा पाने में आसानी होती है। पानी के अलावा घर या दुकान में सीढ़ियों की सही दिशा भी कर्ज से मुक्ति दिलाने में लाभदायक होती है। यदि आपके घर या दुकान की सीढ़ियां पश्चिम दिशा की ओर बनी हुई हैं या पश्चिम दिशा की तरफ से नीचे की ओर आती हैं तो पूरे परिवार को कर्ज का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए घर की सीढ़ियां पश्चिम दिशा की ओर नहीं होनी चाहिए।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ♻️
झुर्रियां भगाएं: घी की मदद से आप अपनी त्वचा को जवां बनाए रखने और झुर्रियों को दूर करने के लिए कर सकते हैं। इसमें मौजूद विटामिन ई एंटी-एजिंग को बढ़ावा देता है, इसलिए नियमित रूप से घी खाने और लगाने से आपकी त्वचा जवां, चमकदार और झुर्रियों से मुक्त रहेगी।
लिप्स बनाए सॉफ्ट: घी आपके फटे होंठों को मुलायम बनाने के साथ चमकदार भी बनाता है। यदि होंठ फट रह हों, तो आप रोजाना अपने होंठों पर घी का लिप बाम की तरह प्रयोग कर सकते हैं। यह आपके होठों को मुलायम रखेगा।
मुहासों के लिए देसी घी: घी में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल तत्व कील मुहांसों को दूर रखने में भी सहायक होता है। इसके लिए 1 चम्मच घी में 1 चम्मच दही मिलाकर चेहरे पर लगाएं और कुछ समय बाद साफ पानी से चेहरा धो लें। इससे त्वचा के दाग-धब्बे भी कम होने लगेंगे।
💉 आरोग्य संजीवनी 🩸
भाई जान लेते हैं कि सुखी खासी को खत्म करने के लिए कौन सा सबसे बेहद कारगर घरेलू उपाय होता है।
सुखी खांसी को खत्म करने के लिए आपको मैं जो बता रहा हूं उसको अगर आप फॉलो कर लेते हैं तो आपके सुखी खासी हमेशा के लिए जरूर खत्म हो जाएगी इसके लिए आपको अदरक का बड़ा सा टुकड़ा लेना है और उसको अपने मुंह में रख लेना और उसको धीरे-धीरे कम से कम 2 से ढाई घंटे तक अपने मुंह में रखना और धीरे-धीरे चबाते रहना है इससे आपको बहुत ज्यादा आराम मिलेगा और आपकी खांसी धीरे-धीरे बिल्कुल खत्म हो जाएगी।
इस नुस्खे को आप सुबह और शाम अगर ज्यादा समस्या है तो आप दोपहर में भी कर सकते हैं। लेकिन एक सवाल आपके मन में जरूर आया होगा कि अदरक से हमारे पेट में गर्मी हो जाएगी तो आपके पेट में गर्मी होगी लेकिन हल्की फुल्की होगी अगर आप अंग्रेजी दवाओं का सेवन करते हैं तो उसके तो भैया वह साइड इफेक्ट होते हैं तो इसलिए आप अदरक को खाइए अदरक से ज्यादा नुकसान नहीं होता है यह अदरक आपके सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है अगर आपको बुखार वगैरा के समस्या है तो भी उसमें आपको अदरक से आराम मिलेगा मेरा यह आजमाया हुआ नुस्खा है।
📚 गुरु भक्ति योग 🕯️
आज हम आपको आचार्य श्री गोपी राम की एक ऐसी नीति के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि जीवन में कुछ फैसले बहुत सोच-समझ कर लेना चाहिए। आखिर क्या है इसके पीछे की कहानी आइए जानते हैं।
कर्मायत्तं फलं पुंसां बुद्धि: कर्मानुसारिणी।
तथापि सुधियश्चार्याः सुविचार्यैव कुर्वते॥
आचार्य श्री गोपी राम ने अपनी इस नीति में कर्म के बारे में बताते हुए कहते हैं कि कर्मफल व्यक्ति के कर्म के अधीन ही रहता है। मनुष्य की बुद्धि भी कर्म के अनुसार ही कार्य करती है। फिर भी ज्ञानी व्यक्ति भली-भांति सोच-समझकर ही किसी कार्य को शुरू करते हैं। अगर बिना सोचे समझे आप किसी कार्य को करेंगे तो सफलता हाथ नहीं लगेगी। किसी भी कार्य को करने से पहने उसके लिए एक अच्छी नीति बनाएं तब उस कार्य में जुट जाएं, आपको सफलता निश्चित मिलेगी।
कुछ भी करने से पहले रखें इस बात का ध्यान आचार्य श्री गोपी राम कहते हैं कि मनुष्य को उसके कर्मों के अनुसार फल मिलता है। उनका कहना है कि प्रत्येक बात को अच्छी तरह से सोच समझ कर उसका आंकलन करने के बाद ही उस कार्य पर विचार करना चाहिए। कुलमिलाकर उनका यही कहना है कि बिना-सोचे समझे एकाएक किसी भी कार्य की शुरुआत करना ठीक नहीं है। जो भी कार्य हम करने जा रहे हैं पहले उस पर गंभीरता से विचार कर लें और सही तैयारी के साथ ही उस कार्य को करने में भलाई है। जीवन में निर्णय लेना जरूरी है लेकिन उसके लिए विचार विमर्श भी करना पड़ता है। जो लोग जल्दबाजी में फैसला लेते हैं उन्हें पग-पग पर निराशा हाथ लगती है, वहीं अगर एक सटीक योजना बना कर किसी कार्य को करते हैं तो दिमांग में यह बात स्वीकार होती है कि यहा कार्य में क्यों कर रहा हूं और इसका परिणाम क्या होगा। एकबार मन किसी बात को स्वीकार कर लेता है तो कितनी बार भी निराशा हाथ लगे व्यक्ति की हिम्मत नहीं टूटती है। कहते भी हैं मन के हारे हार है, मन के जीते जीत।
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⚜️ एकादशी तिथि के देवता विश्वदेव होते हैं। नन्दा नाम से विख्यात यह तिथि शुक्ल पक्ष में शुभ तथा कृष्ण पक्ष में अशुभ फलदायिनी मानी जाती है। एकादशी तिथि एक आनंद प्रदायिनी और शुभ फलदायी तिथि मानी जाती है। इसलिये आज दक्षिणावर्ती शंख के जल से भगवान नारायण का पुरुषसूक्त से अभिषेक करने से माँ लक्ष्मी प्रशन्न होती है एवं नारायण कि भी पूर्ण कृपा प्राप्त होती है।
एकादशी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है वो धार्मिक तथा सौभाग्यशाली होता है। मन, बुद्धि और हृदय से ऐसे लोग पवित्र होते हैं। इनकी बुद्धि तीक्ष्ण होती और लोगों में बुद्धिमानी के लिए जाने जाते है। इनकी संतान गुणवान और अच्छे संस्कारों वाली होती है, इन्हें अपने बच्चों से सुख एवं सहयोग भी प्राप्त होता है। समाज के प्रतिष्ठित लोगों से इन्हें मान सम्मान मिलता है।