क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना को लेकर नर्मदा मैया की दंडवत यात्रा पर निकले श्रद्धालु
सिलवानी। विश्व कल्याण एवं क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना को लेकर निरंतर 15 वर्षों से नगर के श्रद्धालुओं का जत्था दंडवत (सर्रे) यात्रा करता है। यात्रा का समापन मकर संक्राति पर बोरास घाट पहुंचकर मां नर्मदा की पूजा अर्चना, प्रार्थना कर भण्डारा किया जाता है।
नगर के श्रद्धालुओं का मानना है कि कलयुग में मां नर्मदा की पूजन, से ही भव सागर से पार किया जा सकता है और उनकी कृपा से ही हम लोगों के सपरिवार में कुशलता है। और हम अपने परिवार, नगर एवं विश्व कल्याण एवं क्षेत्र की सुख समृद्धि की कामना को लेकर निरंतर दंडवत (सर्रे) यात्रा कर रहे है। गुरूवार की सुबह नगर के प्राचीन श्रीराम जानकी मंदिर जमुनियापुरा में पूजा अर्चना यात्रा प्रारंभ की गई। जो नगर के प्रमुख मार्गों से निकलने पर नगरवासियों ने मां नर्मदा की पूजा अर्चना की एवं यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं का फूल माला पहनाकर एवं श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। दण्डवंत यात्रा में डीजे के साथ मां नर्मदा की प्रतिमा भी निकाली गई जिसकी प्रतिदिन दण्डवंत यात्रियों द्वारा प्रातः काल एवं रात्रि में पूजा अर्चना एवं आरती की जाती है। प्रथम दिन की यह यात्रा लगभग 4 किलोमीटर दूरी तय कर ग्राम चिचौली पहुंची। रात्रि विश्राम किया जाएगा। और शुक्रवार को प्रातः आगे प्रस्थान होगी। यह यात्रा लगभग 40 किलोमीटर की दूरी तय कर 13 जनवरी तक यात्रा नर्मदा तट बोरास घाट पहुंचेगी। जहां मकर सक्रांति पर विशेष पूजा अर्चना कर प्रतिमा का विर्सजन कर भण्डारा किया जाएगा।
इस दण्डवंत यात्रा में लक्ष्मीनारायण कुशवाहा, नारायणसिंह कुशवाहा, मनीष कुशवाहा, प्रवेश नामदेव, नीरज नेमा, विकास मिश्रा, रूपेश सेन, हरिशंकर सैन, जीवन सिंह मेहरा, महेन्द्र लोधी, आकाश यादव, विकास यादव, दीपक मेहरा, मनोज रजक, लक्ष्मण ठाकुर, पवन मेहरा, जसवंत सिंह राजपूत, मोनू यादव, वृंदावन शर्मा, विभोर अग्रवाल, सुनील राय, सुमित सेन आदि प्रमुख रूप से शामिल है।
