जेसीबी मशीन का पंजा छीन रहा मजदूरों का हक ग्रामीण मजदूर कर रहे पलायन
रिपोर्टर : भगवत सिंह लोधी
दमोह । जनपद पंचायत जबेरा की ग्राम पंचायतों में इन दिनों मनरेगा का काम मजदूरों की बजाय मशीनों से कराया जा रहा है। जनपद जबेरा ग्राम पंचायत हरदुआ सड़क मनरेगा योजना तहत होने वाले परकूलेशन टैंक निर्माण कार्य में मशीन से कार्य किया जा रहा है पंचायत हरदुआ सड़क गांव मगरई मनरेगा योजना तहत परकूलेशन टैंक निर्माण कार्य जेसीबी मशीनों के पंजों के निशान स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। मजदूरों का हक छीना जा रहा है । मजदूरों को उनका हक़ और दो टाइम की रोटी मुहैया कराई जाएं इसी को ध्यान मे रखते हुए रोजगार गारंटी यानि मनरेगा योजना सरकार ने लागू की है। लेकिन अधिकारी कर्मचारी सरकार के मंसूबों पर पानी फेरा जा रहा है। जनपद जबेरा मे रोजगार गारंटी के तहत होने वाले सभी कार्य मशीनों से किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मज़दूर मजदूरी के लिए यहां वहां भटकने अन्य बड़े शहरों को मजबूर हैं। उनके सामने रोज़ी रोटी का संकट है। निर्माण एजेंसी सरपंच सचिव रोजगार सहायक जनपद पंचायत में बैठे अधिकारीओ द्वारा घर बैठे निर्माण कार्य का मुल्यकन कर दिया जाता है मिली भगत से मशीनों से काम कराकर फर्जी मस्टर रोल बनाकर राशि निकाला लेते हैं। ऐसा भी नहीं इसकी जानकारी अधिकारियों को न हो लेकिन कमीशन खोरी के चलते सब मौन है। जिसकी ग्रामीणों द्वारा शिकायत अधिकारीयों से की जाती है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। जिसमें सरपंच सचिव रोजगार सहायक सचिव मनरेगा के सभी कार्य दिनदहाड़े मशीनों से करवा रहे हैं जिसमें अधिकारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होता है
इस संबंध में जनपद पंचायत जबेरा सीईओ मनीष बागरी का कहना है कि हमें आपके द्वारा जानकारी प्राप्त हुई परकूलेशन टेक जेसीबी से निर्माण कार्य हुआ है हम जांच करवातें है।