गुम हुए पुराने वाहन मालिक, आरटीओ नहीं करा पा रहे टैक्स जमा
ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । जब से परिवहन विभाग ने लाइफ टाइम टैक्स लेना शुरू किया है तब से जिले में कई सो वाहन मलिक गायब हो गए हैं जिनके वहां पुराने थे ।उनकी तलाश में परिवहन विभाग को शायद अब जासूसों का सहारा लेना पड़े । दरअसल ऐसे वाहन मालिकों ने अपना पता बदल लिया है, लेकिन परिवहन विभाग को इसकी जानकारी नहीं दी ।
परिवहन विभाग द्वारा जारी वाहन मालिकों को टैक्स जमा करने के नोटिस रिसीव नहीं हो रहे हैं। नोटिस पुराने पते से घूम कर वापस आ जाते हैं। इससे बेखबर वाहन मालिकों पर टैक्स की राशि लगातार बढ़ रही है। वही परिवहन विभाग को भी लाखों रुपए की राजस्व हानि हो रही है।
बेगमगंज सहित जिले भर में शायद ही ऐसा कोई वाहन मालिक हो जिसने अपना पता बदलने या फिर वाहन किसी अन्य को बेचने की सूचना परिवहन विभाग को दी हो।
मालिक देते हैं अस्थाई पता :-
ऐसे सैकड़ो वाहन मालिक हैं जिन्होंने वाहन खरीदने के दौरान अपना अस्थाई पता बताया था इसी के जरिए उनके वहां का रजिस्ट्रेशन परिवहन विभाग में किया गया। बाद में इन वाहन मालिकों ने अपना पता बदल लिया लेकिन नए पते की जानकारी आरटीओ में नहीं थी । इससे वाहनों का टैक्स आदि समय पर जमा नहीं हो सका।
आरटीओ सूत्रों से बताया गया है कि जिले में लगभग 3 हजार से ऊपर चार एवं छः पहिया वाहन ऐसे हैं जो लाइफटाइम टैक्स जमा करने से पहले के हैं और जिन्होंने टैक्स जमा नहीं किया है। इन लोगों को विभाग ने नोटिस जारी किए हैं लेकिन पता गलत होने से वह वापस आ गए । इससे बेखबर वाहन मालिकों पर टैक्स की राशि लगातार बढ़ रही है। वहीं परिवहन विभाग को भी लाखों रुपए की राजस्व हानि हो रही है ।
बहानेबाजी कर बचने का प्रयास :-
टैक्स जमा नहीं करने वाले वाहनों को जब्त करने के लिए आरटीओ ने मार्च में विभाग के अमले ने पिछले 15 दिनों में लगभग दो दर्जन छोटे-बड़े वाहन जब्त किए थे इस दौरान वाहन मालिकों ने नोटिस नहीं मिलने की बहानेबाजी की लेकिन उनकी एक नहीं चली।
पुनः चुनाव के दौरान फिर से वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान भी बड़ी संख्या में वाहनों को पकड़ा गया है ।जिनका टैक्स अभी तक जमा नहीं हुआ है ।
फार्म 33 से बदला जाता है पता :-
मोटर व्हीकल एक्ट में फार्म 33 का प्रावधान है इसे भरकर वाहन मालिक अपना नया पता आरटीओ को दे सकते हैं। इसके लिए निर्धारित शुल्क लिया जाता है । जिले में पिछले दो सालों में एक भी वाहन मालिक ने अपने पते में परिवर्तन नहीं कराया है । आरटीओ विभाग द्वारा बताया गया कि पिछले 1 अप्रैल से 30 मार्च तक कई वाहन मालिकों द्वारा अपने वाहन पकड़े जाने के बाद टैक्स जमा किया और कुछ के द्वारा टैक्स जमा नहीं किए जाने पर उनसे बड़ी संख्या में टैक्स वसूला गया है।
आरटीओ जगदीश भील द्वारा बताया गया है कि वर्तमान में विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया के दौरान जांच चौकिया पर कुछ वाहन बिना कागजों के पकड़े गए हैं। जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसके अतिरिक्त पूर्व के बकायादारों टैक्स वसूली अभियान चलाया जा रहा है ।