मध्य प्रदेश

कमानिया बना नहीं, बाउंड्रीबाल की छपाई अधूरी, राशि निकाल ली पूरी

टोला सरपंच सचिव का कारनामा, फर्जी बिल लगाकर कर दिये लाखों के वारा-न्यारा
रिपोर्टर : सतीश चौरसिया
उमरियापान,। ढीमरखेड़ा जनपद की ग्राम पंचायत टोला में एक और मामला सामने आया है जहां पर सरपंच-सचिव की संगामित्ती के कारण शासन को लाखों रुपये के राजस्व की हानि हुई है। यह मामला ग्राम पंचायत टोला अंतर्गत आने वाले ग्राम इटवा का है जहां पर शासकीय प्राथमिक शाला इटवा में बाउंड्रीबाल और कमानिया गेट बनाया जाना था, तदउपरांत बाउंड्री की छपाई करके उसमें व्हाईट सीमेंट से पुताई की जानी थी लेकिन यहां पर सरपंच रामसखी और सचिव सुरेश कुमार काछी द्वारा चतुराई करते हुये बाउंड्रीबाल बनवाई गई लेकिन उसमें छपाई नहीं करवाई गई और न ही पुताई करवाई गई। मामले में सबसे बड़ा पहले यह भी सामने आया है कि कमानिया गेट का निर्माण कार्य भी प्रारंभ नहीं हुआ है इसके बाद भी सरपंच और सचिव के द्वारा अधिकारियों की सांठगांठ से पूरी राशि आहरित कर ली है।
औचित्यहीन साबित हो रही बाउंड्रीबाल
ग्रामीणों ने बताया कि शासकीय प्राथमिक शाला इंटवा में शासकीय स्कूल पर गांव के ही एक व्यक्ति द्वारा कब्जा कर लिया गया है और जहां से उसका आना जाना है वहां पर बाउंड्रीबाल नहीं बनाई है जिस कारण से आवारा जानवर के साथ-साथ नागरिक भी स्कूल में बिना किसी काम के प्रवेश कर रहे है। शासन द्वारा लाखों रूपये से उक्त स्कूल को सुरक्षित करने के उद़्देश्य से बाउंड्रीबाल एवं कमानिया गेट बनाने की स्वीकृति दी गई थी जो औचित्यहीन साबित हो रही है। हर कार्य में भ्रष्टाचार करने से सरपंच सचिव बाज नहीं आ रहे है। उनके द्वारा इस कार्य में भी जमकर भ्रष्टाचार किया गया और कार्य पूर्ण होने से पहले ही राशि आहरित कर ली गई।
अभी भी नहीं हटा कब्जा
शासकीय प्राथमिक शाला इटवा में सरपंच पति के सगे संबंधी का कब्जा है। इस संबंध में ग्रामीणों के द्वारा संबंधित विभाग में शिकायतें भी गई लेकिन किसी तरह की कोई कार्यवाही नहंी हो रही है। इस संबंध में सरपंच पति के द्वारा स्कूल का ताला भी तोड़ दिया गया था जिसके विरूद्ध मामला दर्ज करने को लेकर स्कूल प्राचार्य के द्वारा उमरियापान थाने में लिखित शिकायत दी गई थी लेकिन स्थानीय नेताओं के दबाव में सरपंच पति में मामला दर्ज नहीं किया गया है जिस कारण से सरपंच पति के हौसले बुलंद है और उसके द्वारा अपनी पत्नी के स्थान पर खुद ही पंचायत का संचालन किया जाता है।
सरपंच-सचिव नहीं आते पंचायत
ग्रामीणों ने बताया कि टोला सरपंच रामसखी और सचिव सुरेश कुमार काछी दोनों ही पंचायत से हमेशा गायब रहते है। इस संबंध में जब भी ग्रामीणों द्वारा टोला सचिव से फोन पर बात की जाती है कि पंचायत क्यों नहीं आ रहे है कब आयेंगे तो उनके द्वारा यह कह दिया जाता है कि मैं पंचायत के काम से ही जनपद पंचायत कार्यालय ढीमरखेड़ा आया हूं, जबकि वे पूरे दिन उमरियापान में एक दुकान में बैठे रहते है। सचिव के पंचायत नहीं आने से ग्रामीण शासन की योजनाएं से भी वंचित हो रहे है।

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