ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग गुरुवार, 31 अगस्त 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
गुरुवार 31 अगस्त 2023

31 अगस्त 2023 दिन गुरुवार को शुद्ध श्रावण मास के शुक्ल पक्ष कि पुर्णिमा तिथि है। आज श्रावणी पुर्णिमा एवं स्नान-दानादि की पुर्णिमा है। आज रक्षाबन्धन का परम पवित्र एवं पावन व्रत है। परंतु प्रातः 07:46 AM तक ही है उसके उपरान्त रक्षिका बंधनम् (रक्षाबंधन) का पर्व नहीं मनाया जाना चाहिए। आज झूलन यात्रा का समाप्ती दिवस है। आज अमरनाथ यात्रा करके भगवान अमरनाथ जी के दर्शन और पूजन का बहुत ही महत्व होता है। आज श्रावणी उपकर्म के साथ ही संस्कृत दिवस भी है। आज से सूर्यदेवता पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में (रात्री 12:19 मिनट पर) प्रवेश कर जाएंगे। स्त्री.-पु., सूर्य-चंद्र योग, मूषक वाहन, नीरा नाड़ी, तदीशो शुक्र: इसलिए सुवृष्टि योग:। आज केरल राज्य में मनाया जानेवाला ओणम व्रत भी है। अलग-अलग मतों एवं सम्प्रदाय के वैदिक ब्राह्मण लोग अपनी-अपनी परम्परा के अनुसार उपाकर्म विधि करते हैं। आप सभी सनातनियों को पुर्णिमा व्रत, ओणम व्रत एवं रक्षाबन्धन की हार्दिक शुभकामनायेँ।।
मंगल श्री विष्णु मंत्र :-
मङ्गलम् भगवान विष्णुः, मङ्गलम् गरुणध्वजः।
मङ्गलम् पुण्डरी काक्षः, मङ्गलाय तनो हरिः॥
☄️ दिन (वार) – गुरुवार के दिन तेल का मर्दन करने से धनहानि होती है । (मुहूर्तगणपति)
गुरुवार के दिन धोबी को वस्त्र धुलने या प्रेस करने नहीं देना चाहिए।
गुरुवार को ना तो सर धोना चाहिए, ना शरीर में साबुन लगा कर नहाना चाहिए और ना ही कपडे धोने चाहिए ऐसा करने से घर से लक्ष्मी रुष्ट होकर चली जाती है ।
गुरुवार को पीतल के बर्तन में चने की दाल, हल्दी, गुड़ डालकर केले के पेड़ पर चढ़ाकर दीपक अथवा धूप जलाएं ।
इससे बृहस्पति देव प्रसन्न होते है, दाम्पत्य जीवन सुखमय होता है ।
यदि गुरुवार को स्त्रियां हल्दी वाला उबटन शरीर में लगाएं तो उनके दांपत्य जीवन में प्यार बढ़ता है।और कुंवारी लड़कियां / लड़के यह करें तो उन्हें योग्य, मनचाहा जीवन साथी मिलता है।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124
🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ अयन – दक्षिणायन
☀️ ऋतु – सौर शरद ऋतु
⛈️ मास – अधिक श्रावण मास
🌝 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – श्रावण मास शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि 07:05 AM तक उपरांत प्रतिपदा तिथि 03:19 AM तक उपरांत द्वितीया
✏️ तिथि का स्वामी – पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्र देव जी और प्रतिपदा तिथि के अग्नि देव जी है।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र शतभिषा 05:45 PM तक उपरांत पूर्वभाद्रपदा
🪐 नक्षत्र स्वामी – नक्षत्र का स्वामी राहु है। शतभिषा नक्षत्र स्वामी वरुण जी है।
📣 योग – सुकर्मा योग 05:15 PM तक, उसके बाद धृति योग
प्रथम करण : बव – 07:05 ए एम तक
द्वितीय करण : बालव – 05:10 पी एम तक कौलव – 03:18 ए एम, सितम्बर 01 तक
🔥 गुलिक कालः- गुरुवार का (शुभ गुलिक) 03:33:00 से 05:08:00 तक
⚜️ दिशाशूल – बृहस्पतिवार को दक्षिण दिशा एवं अग्निकोण का दिकशूल होता है । यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से सरसो के दाने या जीरा खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल – दिन – 1:30 से 3:00 तक राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदयः- प्रातः 05:46:00
🌅 सूर्यास्तः- सायः 06:22:00
🎆 ब्रह्म मुहूर्त : 04:29 ए एम से 05:13 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:51 ए एम से 05:58 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:56 ए एम से 12:47 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:29 पी एम से 03:20 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:44 पी एम से 07:07 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 06:44 पी एम से 07:52 पी एम
💧 अमृत काल : 11:27 ए एम से 12:51 पी एम
🗣️ निशिता मुहूर्त : 11:59 पी एम से 12:44 ए एम, सितम्बर 01
🚓 यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-किसी पवित्र नदी में दीपदान करें।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – दान पूर्णिमा/ भाद्रपद मासारंभ/ अमरनाथ यात्रा/ विश्व संस्कृत दिवस (श्रावणी पूर्णिमा),भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी स्मृति दिवस, श्री नारायण गुरु जयंती, राष्ट्रीय चिड़ियाघर जागरूकता दिवस , राष्ट्रीय ट्रेल मिक्स दिवस, बाहर खाओ दिवस, अंतर्राष्ट्रीय ओवरडोज़ जागरूकता दिवस, अंतर्राष्ट्रीय कैबरनेट दिवस, विश्व दूरस्थ शिक्षा दिवस, विश्व तंबाकू निषेध दिवस, अफ्रीकी मूल के लोगों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस, विश्व संस्कृत दिवस, किर्गिस्तान स्वतंत्रता दिवस, मलेशिया स्वतंत्रता दिवस (हरि मर्डेका), त्रिनिदाद और टोबैगो स्वतंत्रता दिवस, पंचक जारी, पूर्णिमा समाप्ति प्रातः 07.05
✍🏼 विशेष – पूर्णिमा को घी एवं प्रतिपदा को कुष्मांड खाना एवं दान करना दोनों वर्जित बताया गया है। पूर्णिमा तिथि एक सौम्य और पुष्टिदा तिथि मानी जाती है। इसके देवता चन्द्रमा हैं तथा यह पूर्णा नाम से विख्यात है। यह शुक्ल पक्ष में ही होती है और पूर्ण शुभ फलदायी मानी गयी है।
🏜️ Vastu tips 🗽
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे पश्चिम दिशा के बारे में। वास्तु के अनुसार पश्चिम दिशा का तत्व धातु है। इस दिशा का संबंध हमारे हर्ष से है। अतः इस दिशा में वास्तु अनुसार सब चीजें ठीक होने पर हमारे हर्ष तत्व में बढ़ोतरी होती है। इस दिशा में सफेद रंग करवाने से या सफेद रंग की चीजें रखने से पश्चिम दिशा संबंधी तत्वों के बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं। वास्तु के मुताबिक, कि पश्चिम दिशा का संबंध घर की छोटी बेटी से होता है । अगर आप अपनी छोटी बेटी के कमरे की पश्चिम दिशा में धातु की कोई चीज़ रखेंगे, या सफेद रंग की कोई चीज़ रखेंगे, तो उसके हर्ष तत्व में निश्चय ही बढ़ोतरी होगी।
साथ ही घर का माहौल भी अच्छा बना रहेगा। इसके अलावा अगर आपकी छोटी बेटी घर के पश्चिम दिशा में पड़ने वाले नदी, तालाब या सरोवर के पास कुछ समय बिताएंगी, तो उसका पूरा दिन अच्छा बीतेगा। साथ ही आपको बता दूं कि शरीर में मुंह और हमारे चेहरे का संबंध भी पश्चिम दिशा से है। अतः इस दिशा का वास्तु दुरुस्त रखने से आपका मुंह और चेहरा दुरुस्त रहेंगे।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
सुसाइड फैक्ट्री’ कोटा ? राजस्थान का कोटा शहर कोचिंग हब के तौर पर पहचान रखता है लेकिन अब इसी शहर में छात्रों की खुदकुशी के मामले बढ़ रहे है। कोटा के कोचिंग सेंटर्स में चल क्या रहा है। कैसे हफ्ते-हफ्ते होने वाले टेस्ट छात्रों के लिए जानलेवा साबित हो रहे हैं। राजस्थान की गहलोत सरकार ने अगले दो महीनों तक परीक्षाओं पर रोक लगा दी है। लेकिन क्या इतना काफी होगा। ऐसा क्यों है सिर्फ कोटा से ही इतने ज्यादा सुसाइड केस सामने आ रहे हैं। ऐसे हालात ही क्यों बने कि आज कोटा में पढ़ने वाले छात्र तनाव में हैं और पेरेंट्स के दिल में किसी अनहोनी का डर न सभी सवालों के जवाब आप हमारी इस रिपोर्ट में देखिए।
खुद को दूसरों से कंपेयर मत करो अगर आपको बच्चा पढ़ाई में कमजोर है और खुद को किसी पढ़ाई में तेज बच्चे के कंपेयर कर रहा है, तो उसे कुछ बातें समझाना जरूरी है। उसे बताएं कि खुद को कभी किसी से कंपेयर नहीं करना चाहिए, सिर्फ खुद को बेहद बनाने में ही सारा ध्यान लगाना चाहिए। बच्चे को बताएं कि जब हम खुद को दूसरों के साथ कंपेयर करने में समय व्यर्थ कर रहे होते हैं, उस समय दूसरे मेहनत करके आगे निकल रहे होते है।
💉 आरोग्य संजीवनी 🩸
हड्डियों की मजबूती के लिए वेटलिफ्टिंग करने से बोन डेंसिटी बेहतर होती है। दरअसल, जो लोग वेटलिफ्टिंग करते हैं उनकी हड्डियों पर प्रेशर पड़ता है, जिस वजह से नई बोन सेल्स का निर्माण होता है। महिलाओं को हड्डियों की मजबूती के लिए वेटलिफ्टिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए।
मेटाबॉलिज्म के लिए वेटलिफ्टिंग करने से मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है, जिससे कैलोरी बर्न करने की जर्नी आसान हो जाती है। अगर आप शरीर की एक्स्ट्रा चर्बी कम करने के लिए मेहनत कर रहे हैं तो वेटलिफ्टिंग एक्सरसाइज करना शुरू कर दें।
दिल की सेहत के लिए वेटलिफ्टिंग वेटलिफ्टिंग करने से ब्लड फ्लो अच्छा होता है और हार्ट हेल्थ यानी दिल की सेहत बेहतर होती है, जिससे आप दिल की बीमारियों से बच सकते हैं। इसके साथ ही वेटलिफ्टिंग एक्सरसाइज से डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी कम होती है।
📖 गुरु भक्ति योग 🕯️
ज्योतिष के अनुसार मरने से पहले मृत्यु के देवता व्यक्ति को कई तरह के संकेत देते हैं। गरुड़ पुराण के मुताबिक, मृत्यु से कुछ समय पहले ही मृतक को इसका आभास हो जाता है और उसे कुछ संकेत मिलने लगते हैं। मान्यताओं के अनुसार, गरुड़ पुराण में भगवान विष्णु स्वयं इन संकेतों के बारे में बताते हैं। कुछ लोग यमराज के संकेत को स्वप्नों में या आदृश्य अनुभवों के माध्यम से महसूस करते हैं। यह स्वप्नों और आध्यात्मिक अनुभवों के माध्यम से आगामी घटनाओं की भविष्यवाणी करने का एक तरीका हो सकता है। तो आइए जानते हैं आचार्य श्री गोपी राम से कि मृत्यु से पहले यमराज क्या-क्या संकेत देते हैं।
👉🏽 मरने से पहले मिलने लगते हैं ये संकेत
यदि किसी की छवि पानी में, तेल में, दर्पण में नहीं बनती है या उसका प्रतिबिंब विकृत दिखाई देता है, तो यह माना जाता है कि व्यक्ति के शरीर छोड़ने का समय निकट आ गया है।
जब मृत्यु नजदीक आ जाती है तो व्यक्ति की आंखों की रोशनी चली जाती है और उसे अपने आस-पास बैठे लोग भी नजर नहीं आते।
जिनके कर्म अच्छे होते हैं उनके सामने एक दिव्य प्रकाश दिखाई देता है और व्यक्ति मृत्यु के समय भी नहीं डरता।
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जब मृत्यु का समय करीब आता है तो यम के दो दूत मरने वाले व्यक्ति के सामने आकर खड़े हो जाते हैं। जिनके कर्म अच्छे नहीं होते, वे यम के भयंकर दूतों को सामने खड़े देखकर भयभीत होते रहते हैं।
शरीर छोड़ने के अंतिम समय में व्यक्ति की आवाज भी खत्म हो जाती है और वह बोलने की कोशिश करता है लेकिन बोल नहीं पाता है। आवाज घर्र-घर्र करने लगती है जैसे किसी ने गला दबा दिया हो।
बालों का सफेद होने लगना, दांतों का टूट जाना, आंखों की रोशनी का कमजोर होना और शरीर के अंगों का सही से काम न करना भी मौत से पहले के संकेत हो सकते हैं।
गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के कुछ दिन पहले सपने में पूर्वज नजर आने लगते हैं। यदि सपने में पूर्वज रोते हुए या उदास नजर आए तो समझ लीजिए कि उसकी मृत्यु करीब है।
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⚜️ जिनकी कुण्डली में चन्द्रमा की दशा चल रही हो उसे पूर्णिमा के दिन उपवास रखना अर्थात व्रत करना चाहिये। जिनके बच्चे कफ रोगी हों अर्थात सर्दी, जुकाम, खाँसी और निमोनियाँ समय-समय पर होती रहती हो उनकी माँ को वर्षपर्यन्त पूर्णिमा का व्रत करना और चन्द्रोदय के बाद चंद्रार्घ्य देकर व्रत तोड़ना चाहिये।
पूर्णिमा माता लक्ष्मी को विशेष प्रिय होती है। इसलिये आज के दिन महालक्ष्मी की विधिवत पूजा करने से मनोवान्छित कामनाओं की सिद्धि होती है। पूर्णिमा को शिवलिंग पर शहद, कच्चा दूध, बिल्वपत्र, शमीपत्र, फुल तथा फलादि चढ़ाकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से शिव की कृपा सदैव बनी रहती है। पूर्णिमा को शिव पूजन में सफ़ेद चन्दन में केशर घिसकर शिवलिंग पर चढ़ाने से घर के पारिवारिक एवं आन्तरिक कलह और अशान्ति दूर होती है।
जिस व्यक्ति का जन्म पूर्णिमा तिथि को होता है, वह व्यक्ति पूर्ण चन्द्र की तरह आकर्षक और मोहक व्यक्तित्व का स्वामी होता है। इनकी बुद्धि उच्च स्तर की होती है। ऐसे जातक अच्छे खान पान के शौकीन होते हैं तथा ये सदा ही अपने कर्म में जुटे रहते हैं। ऐसे लोग अत्यधिक परिश्रमी होते हैं और इसी वजह से धनवान भी होते हैं। परन्तु इनमें एक बहुत बड़ी कमी ये होती है, कि ये सदैव परायी स्त्रियों पर मोहित रहते हैं।

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