मध्य प्रदेश

सरकार बने या न बने हमारा लक्ष्य गोमाता सुरक्षित करने का : कम्प्यूटर बाबा

दो बस एवं आधा दर्जन से अधिक कारों के काफिले में साधूसंत
रिपोर्टर : विनोद साहू
बाड़ी । कम्प्यूटर बाबा के नाम से मशहूर बाबा तब सुर्खियों में आये जब उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार की शिवराज सिंह की सरकारी नमामी देवी नर्मदा यात्रा के समय जगह जगह वृक्षारोपण में जमकर धांधली की आलोचना करते हुए समस्त बाबाओं के साथ एक अप्रैल से 15 मई 2018 में अमरकंटक से यात्रा शुरु की । जिससे घबराकर शिवराज सरकार ने उन्हें धर्मस्य विभाग का राज्यमंत्री बनाकर उन्हें प्रतिबंधित किया, लेकिन बाबाओं की फितरत चंचल होती हैं बह किसे के बंधकर नहीं रहते, यहीं कम्प्यूटर बाबा ने किया जब राजमंत्री होते हुए बह कुछ नहीं कर पा रहे तब उन्होंने पद छोड़कर कमलनाथ का दामन थामा और राजमंत्री बने कमलनाथ की पंद्रह माह की सरकार में बाबा जी ने नर्मदा नदी के संरक्षण में दिनरात छापामार कार्यवाही की पुख्ता जानकारी मिलने पर उन्होंने रात के दो बजे भी नर्मदा घाट पहुँचकर जेसीबी व डम्फरों को जब्त कराया ।
सरकार बदलने के बाद तोड़ा आश्रम ।
मध्यप्रदेश में पुनः शिवराज सिंह सरकार बनने के बाद सरकार ने इंदौर स्थित कम्प्यूटर बाबा के आश्रम को अवैध निर्माण बताकर धवस्त कर दिया और विरोध करने पर जेल भी भेजा गया लेकिन बाबाओं के लिए जेल और महल में कोई अंतर नहीं लगता लिहाजा कम्प्यूटर बाबा की सनातन धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए लगे रहे ।
सेकड़ों गायों की असमय मौत पर खोला मोर्चा।
कम्प्यूटर बाबा जब सड़क मार्ग पर चलते हैं तो उन्हें भारत सरकार की टोलयुक्त सड़क पर हर जगह गायों की दुघर्टना में मौतों से व्यथित हो जाते । रायसेन जिले से निकलते समय रात लगभग दो बजे बगासपुर और सुल्तानपुर जोड़ के बीच लगभग एक दर्जन गाय दुघर्टना की शिकार होकर मौत के मुँह में जाती दिखाई देने पर बाबा रात को ही सड़क पर बैठ गये और अलसुबह जैसे ही इस घटना की जानकारी प्रशासन को लगी तो कलेक्टर के साथ पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुँचे और बाबा जी पूर्ण आश्वासन दिया कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि गायों को सड़क पर न बैठने दे । लेकिन सरकार की इच्छाशक्ति न होने के चलते कोई सुधार नहीं हुआँ आज भी हाईवे पर गायों की अघोषित गोशाला नजर आती हैं ।
चित्रकूट से उज्जैन तक गोरक्षा के लिए जन जाग्रति के लिए यात्रा ।
26 सितंबर से कम्प्यूटर बाबा दो बसें व आधा दर्जन कारों में साधूसंतों के साथ गो सरंक्षण के लिए जन जाग्रति यात्रा पर निकले । इस यात्रा में कम्प्यूटर बाबा का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म संस्कृति को भाजपा की फर्जी चोले से अबगत कराना हैं , बाबा जी ने कहा कि मेरा न शिवराज सिंह से बैर हैं और न कमलनाथ से प्रेम लेकिन भाजपा सनातन धर्म और गाय का उपयोग अपनी राजनीति की बैतरणी पार करने के लिए करती हैं जबकि इनका न सनातन संस्कृति से सरोकार और न गोरक्षा से मतलब , कमलनाथ सरकार सनातन धर्म संस्कृति को मानती ही पालन भी करती हैं ढेड बर्ष की सरकार में कमलनाथ से हर जिले में गोशालाओं का निर्माण कराया लेकिन शिवराज सरकार ने उन गोशालाओं का संचालन रोक दिया नतीजतन आज गोशाला सड़क पर नजर आती ..छत्तीसगढ़ सरकार ने गोबर खरीदना शुरू कर दिया जिससे छत्तीसगढ़ में गाय सड़क से उठकर अब घरों में लोगों को सुख शांति दे रही हैं । मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सरकार बनने के बाद मेरा पूरा ध्यान मध्यप्रदेश में गायों के संरक्षण के लिए रहेगा ।

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