टेक्नोलॉजीमध्य प्रदेश

स्मार्ट चिप की कमी से ड्राइविंग लाइसेंस बनने का संकट

रूस युक्रेन युद्ध और चीन में कोरोना महामारी से सप्लाई हुई प्रभावित
रिपोर्टर : शिवलाल यादव

रायसेन । जिला परिवहन विभाग में स्मार्ट चिप की कमी से ड्राइविंग लाइसेंस की समस्या बनी हुई है।जिससे वाहन चालकों को बेवजह जिला परिवहन विभाग खरगावली के चक्कर काटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
देशभर में बनी हुई है यह समस्या….
भारत देश में स्मार्ट चिप की आपूर्ति यूक्रेन से की जाती है। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध होने के कारण आपूर्ति लगातार प्रभावित रही है। वहीं चीन से भी स्मार्ट चिप की सप्लाई की जाती है। लेकिन कोरोना महामारी के दौरान प्रभावित हुई आपूर्ति में अब तक सुधार नहीं हो पाया है।
स्मार्ट चिप बाहर से आती है। कमी की वजह से ड्राइविंग लाइसेंस के लम्बित प्रकरण लगातार बढ़ रहे हैं। कुछ माह पहले पांच सौ स्मार्ट चिप आए थे, लेकिन वर्तमान में 1500 मामले अब भी लम्बित हैं। जगदीश सिंह भील आरटीओ, रायसेन
मिल रहे सिर्फ कोरे आश्वासन….
वाहनों के रजिस्ट्रेशन व ड्राइविंग लाइसेंस कार्ड लेने के लिए लोग लगातार परिवहन कार्यालय खरगावली रायसेन के चक्कर लगा रहे हैं। कर्मचारी कुछ दिन बाद आने का आश्वासन देकर उन्हें लौटा रहे हैं। स्मार्ट चिप न होने से यह समस्या कुछ माह से लगातार बनी हुई है। वर्तमान में लम्बित मामलों की संख्या हजारों में पहुंच गई है। फिलहाल इसका समाधान होता नजर नहीं आ रहा है।
हालांकि जिला परिवहन विभाग के सूत्रों के अनुसार 2000 स्मार्ट चिप की डिमांड थी। लेकिन 500 चिप ही मिले हैं। वर्तमान में करीब 1500 कार्ड बनना शेष है। स्थिति यह है कि दिसंबर 2022 में जिन लोगों ने ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदन किया और वाहनों का रजिस्ट्रेशन करवाया। उन्हें ही अब तक कार्ड नहीं मिल पाया है।
हर दिन 50 से 80आवेदन….
नए ड्राइविंग लाइसेंस, पुराने लाइसेंस का नवीनीकरण और डुप्लीकेट लाइसेंस बनवाने के लिए दफ्तर में हर दिन करीब 50 से 80 आवेदन आते हैं। जिले में चिप युक्त कार्ड बनाने की जिम्मेदारी स्मार्ट चिप कंपनी लिमिटेड के पास है। लेकिन, चिप की कमी से काम प्रभावित है।

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