ज्योतिष

Aaj ka Panchang आज का पंचांग शनिवार, 26 अगस्त 2023

आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
✦••• जय श्री हरि •••✦
🧾 आज का पंचाग 🧾
शनिवार 26 अगस्त 2023

26 अगस्त 2023 दिन शनिवार को शुद्ध श्रावण मास के शुक्ल पक्ष कि दशमी तिथि है। आज की दशमी तिथि शनिवार होने के कारण वाहन खरीदने के लिए उपयुक्त नहीं है। परंतु लिखा है:- “दोषसंघविनाशकौ रवियोग:” अर्थात आज के मुहूर्त में अगर ग्रह दोष आदि की शान्ति करवाएँ तो सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त है।।
शनि देव जी का तांत्रिक मंत्र – ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः।।
☄️ दिन (वार) -शनिवार के दिन क्षौरकर्म अर्थात बाल, दाढ़ी काटने या कटाने से आयु का नाश होता है । अत: शनिवार को बाल और दाढ़ी दोनों को ही नहीं कटवाना चाहिए।
शनिवार के दिन प्रात: पीपल के पेड़ में दूध मिश्रित मीठे जल का अर्ध्य देने और सांय पीपल के नीचे तेल का दीपक जलाने से कुंडली की समस्त ग्रह बाधाओं का निवारण होता है ।
शनिवार के दिन पीपल के नीचे हनुमान चालीसा पड़ने और गायत्री मन्त्र की àएक माला का जाप करने से किसी भी तरह का भय नहीं रहता है, समस्त बिग़डे कार्य भी बनने लगते है ।
शिवपुराण के अनुसार शनि देव पिप्लाद ऋषि का स्मरण करने वाले, उनके भक्तो को कभी भी पीड़ा नहीं देते है इसलिए जिन के ऊपर शनि की दशा चल रही हो उन्हें अवश्य ही ना केवल शनिवार को वरन नित्य पिप्लाद ऋषि का स्मरण करना चाहिए।
शनिवार के दिन पिप्पलाद श्लोक का या पिप्पलाद ऋषि जी के केवल इन तीन नामों (पिप्पलाद, गाधि, कौशिक) को जपने से शनि देव की कृपा मिलती है, शनि की पीड़ा निश्चय ही शान्त हो जाती है ।
🔮 शुभ हिन्दू नववर्ष 2023 विक्रम संवत : 2080 नल, शक संवत : 1945 शोभन
🌐 संवत्सर नाम अनला
🔯 शक सम्वत : 1945 (शोभकृत् संवत्सर)
☸️ काली सम्वत् 5124_

🕉️ संवत्सर (उत्तर) पिंगल
☣️ आयन – दक्षिणायन
☀️ ऋतु – सौर शरद ऋतु
⛈️ मास – अधिक श्रावण मास
🌓 पक्ष – शुक्ल पक्ष
📆 तिथि – श्रावण माह शुक्ल पक्ष दशमी तिथि 12:08 AM तक उपरांत एकादशी
✏️ तिथि स्वामी – दशमी तिथि के देवता हैं यमराज। इस तिथि में यम की पूजा करने से नरक और मृत्यु का भय नहीं रहता है।
💫 नक्षत्र – नक्षत्र ज्येष्ठा 08:37 AM तक उपरांत मूल
🪐 नक्षत्र स्वामी – ज्येष्ठा नक्षत्र का स्वामी ग्रह बुध है। तथा नक्षत्र के देवता देवराज इंद्र हैं ।
🔊 योग – विष्कुम्भ योग 04:26 PM तक, उसके बाद प्रीति योग
प्रथम करण : तैतिल – 01:10 पी एम तक
द्वितीय करण : गर – 12:08 ए एम, अगस्त 27 तक
🔥 गुलिक काल : – शनिवार को शुभ गुलिक प्रातः 6 से 7:30 बजे तक ।
⚜️ दिशाशूल – शनिवार को पूर्व दिशा का दिकशूल होता है ।यात्रा, कार्यों में सफलता के लिए घर से अदरक खाकर, घी खाकर जाएँ ।
🤖 राहुकाल -सुबह – 9:00 से 10:30 तक।राहु काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं करना चाहिए |
🌞 सूर्योदय – प्रातः 06:21:58
🌅 सूर्यास्त – सायं 18:57:35
🎆 ब्रह्म मुहूर्त : 04:27 ए एम से 05:11 ए एम
🌇 प्रातः सन्ध्या : 04:49 ए एम से 05:56 ए एम
🌟 अभिजित मुहूर्त : 11:57 ए एम से 12:49 पी एम
✡️ विजय मुहूर्त : 02:32 पी एम से 03:23 पी एम
🐃 गोधूलि मुहूर्त : 06:50 पी एम से 07:12 पी एम
🏙️ सायाह्न सन्ध्या : 06:50 पी एम से 07:56 पी एम
💧 अमृत काल : 01:14 ए एम, अगस्त 27 से 02:44 ए एम, अगस्त 27
🗣️ निशिता मुहूर्त : 12:01 ए एम, अगस्त 27 से 12:45 ए एम, अगस्त 27
❄️ रवि योग : पूरे दिन
🚓 यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
👉🏽 आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
🤷🏻‍♀️ आज का उपाय-शनि मंदिर में सात बादाम चढ़ाएं।
🪵 वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
⚛️ पर्व एवं त्यौहार – मूल समाप्त/रवियोग, मदर टेरेसा जयन्ती, प्रसिद्ध राजनेत्री मेनका गाँधी जयन्ती, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और (स्वतन्त्रता सेनानी) बंसीलाल जी जयन्ती, राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़ा, महिला समानता दिवस (Womens Equality Day)
✍🏼 विशेष – दशमी तिथि को कलम्बी एवं परवल का सेवन वर्जित है। दशमी तिथि धर्मिणी और धनदायक तिथि मानी जाती है। यह दशमी तिथि पूर्णा नाम से विख्यात मानी जाती है। यह दशमी तिथि कृष्ण पक्ष में मध्यम फलदायिनी मानी जाती है। दशमी को धन देनेवाली अर्थात धनदायक तिथि माना जाता है। इस दिन आप धन प्राप्ति हेतु उद्योग करते हैं तो सफलता कि उम्मीदें बढ़ जाती हैं। यह दशमी तिथि धर्म प्रदान करने वाली तिथि भी माना जाता है। अर्थात इस दिन धर्म से संबन्धित कोई बड़े अनुष्ठान वगैरह करने-करवाने से सिद्धि अवश्य मिलती है। इस दशमी तिथि में वाहन खरीदना उत्तम माना जाता है। इस दशमी तिथि को सरकारी कार्यालयों से सम्बन्धित कार्यों को आरम्भ करने के लिये भी अत्यंत शुभ माना जाता है।
🗺️ Vastu Tips 🗽
वास्तु शास्त्र में आज हम बात करेंगे काटने के बाद पेड़ के गिरने की दिशा से मिलने वाले फलों के बारे में। पेड़ को काटते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पेड़ कटने के बाद किस दिशा में गिरेगा, क्योंकि अलग-अलग दिशाओं में पेड़ के कटकर गिरने से अलग-अलग शुभ-अशुभ फलों की प्राप्ति होती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर पेड़ कटकर गिरने के बाद पूर्व दिशा में गिरे तो धन-धान्य की वृद्धि होती है। अगर आग्नेय कोण, यानि दक्षिण-पूर्व दिशा में गिरे तो अग्नि का भय होता है। दक्षिण दिशा में गिरे तो कई तरह की परेशानी आ सकती है। नैऋत्य कोण, यानि दक्षिण-पश्चिम दिशा में गिरे तो परिवार में कलह होती है। पश्चिम दिशा में गिरे तो चोर का भय होता है।
उत्तर दिशा में गिरे तो धन का आगमन होता है और ईशान कोण, यानि उत्तर-पूर्व दिशा में वृक्ष गिरे तो वह अत्यंत श्रेष्ठ फल देने वाला होता है। वास्तु शास्त्र में ये थी चर्चा काटने के बाद पेड़ के गिरने की दिशा से मिलने वाले फलों के बारे में।
किसी भी वृक्ष को काटे जाने के लिये मृगशिरा, पुनर्वसु, अनुराधा, हस्त, मूल, उत्तराफाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, स्वाति और श्रवण नक्षत्र शुभ होते हैं। इन्हीं नक्षत्रों में से किसी भी एक नक्षत्र में पेड़ काटे जा सकते हैं। किसी भी पेड़ को काटने से पहले उसकी विधि-पूर्वक पूजा जरूर करनी चाहिए।
♻️ जीवनोपयोगी कुंजियां ⚜️
राखी पर बहन को देने के लिए गिफ्ट आइडियाज घड़ी रक्षाबंधन के त्योहार पर बहन जब आपकी कलाई पर राखी बांधे तो आप उसकी कलाई पर घड़ी पहना दें। अगर आपकी बहन को घड़ी का शौक है तो उसे ये गिफ्ट काफी पसंद आएगा, आप घड़ी के अलावा ब्रेसलेट भी बहन को गिफ्ट कर सकते हैं।
मेकअप किट आजकल लड़कियों को मेकअप का काफी शौक होता है। ऐसे में रक्षाबंधन के खास मौके पर आप अपनी बहन को एक अच्छी ब्रांडेड मेकअप किट दे सकते हैं। अगर आप पूरी किट नहीं देना चाहते हैं तो आप लिपस्टिक, नेल पॉलिश, आई लाइनर इत्यादि भी दे सकते हैं।
स्मार्ट वॉच स्मार्ट वॉच आजकल ट्रेंड में हैं और काफी स्टाइलिश भी लगती हैं। रक्षाबंधन पर आप बहन को स्मार्ट वॉच गिफ्ट कर सकते हैं, इससे आपकी बहन अपनी फिटनेस जर्नी को भी मॉनिटर कर पाएगी।
ईयरबड्स रक्षाबंधन पर आप बहन को ईयरबड्स गिफ्ट में दे सकते हैं। आजकल मोबाइल के साथ ईयरफोन नहीं मिलते हैं, ऐसे में आपकी बहन रक्षाबंधन पर गिफ्ट में ईयरबड्स मिलने पर खुश हो जाएगी।
🍵 आरोग्य संजीवनी🍶
वायरल इन्फेक्शन में सिरदर्द: बरसात और गर्मी के बीच ज्यादातर लोग वायरल इंफेक्शन से परेशान हैं। दरअसल, इस बदलते मौसम में वातावरण में कई वायरस एक्टिव होते हैं और ये लोगों को हर साल अपना शिकार बना लेते हैं। इसकी वजह से लोगों को बुखार, शरीर में दर्द और फिर सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन आज हम बात सिर्फ सिर में दर्द की करेंगे कि क्यों लोगों को ये समस्या, वायरल में और इसके बाद भी ज्यादा परेशान करती है। इसका कारण क्या है और क्या कोई उपाय इसमें काम आ सकता है। आइए, जानते हैं इन चीजों के बारे में विस्तार से।
अदरक को घी में पकाकर खाएं ये बहुत पुराना नुस्खा है। दरअसल, घी में अदरक पकाकर सोते समय इसका सेवन करना आपके गले को आराम दिलाता ही है और ये सिर दर्द को भी कम करने में भी मददगार हो सकता है। तो, 100 ग्राम अदरक को कूटकर 2 चम्मच घी में पकाएं और हर बार इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें।
🌹 गुरु भक्ति योग 🌸
शनिवार के दिन जरूर करें ये 8 उपाय -अगर आप कोर्ट-कचहरी से जुड़े किसी मामले में बुरी तरह से फंसे हैं और उससे पीछा छुड़ाना चाहते हैं तो शनिवार के दिन थोड़ी-सी उड़द की दाल लेकर पीपल के पेड़ के पास जमीन में दबा दें और पीपल के पेड़ के सामने दोनों हाथ जोड़कर अपनी परेशानी से छुटकारा पाने के लिए प्रार्थना करें। ऐसा करने से आपको कोर्ट-कचहरी के मामलों से जल्दी छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
अगर आप अपनी आमदनी में बढ़ोतरी करना चाहते हैं तो इस दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को काले रंग के चमड़े का जूता या काले रंग का छाता भेंट करें। ऐसा करने से आपकी आमदनी में जल्द ही बढ़ोतरी होगी।
शनि की ढैय्या के प्रभाव से बचना चाहते हैं तो इस दिन एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर, उसमें एक रुपये का सिक्का डालें। अब उस कटोरी में अपना चेहरा देखने की कोशिश करें और फिर उस तेल को सिक्के समेत किसी को दान में दे दें। ये प्रक्रिया आप शनिवार से शुरू करके अगले सात शनिवार तक जारी रखेंगे, तो और भी शुभ फलदायी होगा, बाकी आपकी इच्छा पर निर्भर करता है। ऐसा करने से आपको शनि की ढैय्या के प्रभाव से छुटकारा पाने में मदद मिलेगी।
अगर आप लंबी आयु का वरदान पाना चाहते हैं और ताकतवर बनना चाहते हैं तो शनिवार के दिन आप शनि स्तोत्र का पाठ करें। अगर शनि स्तोत्र आपके पास उपलब्ध न हो या आप उसे पढ़ने में समर्थ न हो तो शनि स्तोत्र का ऑडियो सुन लें। ऑडियो आपको इंटरनेट पर आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। ऐसा करने से आपको लंबी आयु का वरदान मिलेगा और आप ताकतवर होंगे।
अपने घर-परिवार को दूसरों की बुरी नजर से बचाने के लिए इस दिन स्नान आदि के बाद सबसे पहले शनिदेव की आराधना करें। उसके बाद एक काले रंग का कपड़ा लेकर किसी लौहार, बढ़ई या किसी मोची को दान कर दें। ऐसा करने से आपके घर-परिवार को किसी की बुरी नजर नहीं लगेगी।
अगर आप अपने घर की सुख-समृद्धि बनाए रखना चाहते हैं तो उसके लिए इस दिन एक लोटा जल में थोड़े-से चावल के डेन मिलाकर, पीपल की जड़ में डाल दें और प्रार्थना करते हुए पीपल के पेड़ की 5 बार परिक्रमा करें। ऐसा करने से आपके घर की सुख-समृद्धि बनी रहेगी।
अगर आपका कोई मित्र ही आपका शत्रु बन गया है तो इस दिन आप एक मुट्ठी काले तिल लेकर अपने ऊपर से छः बार क्लॉक वाइज और एक बार एंटी क्लॉक वाइज वारकर अपने घर से दूर किसी वीरान जगह पर फेंक दें। ऐसा करने से आपके प्रति मित्र की शत्रुता कम होगी।
अगर आपको किसी काम को पूरा करने में बाधाएं आ रही हैं तो इस दिन आपको किसी जरूरतमंद को काले रंग के चमड़े के जूते और मौजे दान करने चाहिए और उनका आशीर्वाद लेना चाहिए। ऐसा करने से आपके काम में आ रही बाधाएं दूर होगी और आपका काम जल्द ही पूरा होगा।
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⚜️ दशमी तिथि के देवता यमराज जी बताये जाते हैं। यमराज दक्षिण दिशा के स्वामी माने जाते हैं। इस दशमी तिथि में यमराज के पूजन करने से जीव अपने समस्त पापों से छुट जाता है। पूजन के उपरान्त क्षमा याचना (प्रार्थना) से जीव नरक कि यातना एवं जीवन के सभी संकटों से मुक्त हो जाता है। इस दशमी तिथि को यम के निमित्ति घर के बाहर दीपदान करना चाहिये, इससे अकाल मृत्यु के योग भी टल जाते हैं।
दशमी तिथि को जिस व्यक्ति का जन्म होता है, वो लोग देशभक्ति तथा परोपकार के मामले में बड़े तत्पर एवं श्रेष्ठ होते हैं। देश एवं दूसरों के हितों के लिए ये सर्वस्व न्यौछावर करने को भी तत्पर रहते हैं। इस तिथि में जन्म लेनेवाले जातक धर्म-अधर्म के बीच के अन्तर को अच्छी तरह समझते हैं और हमेशा धर्म पर चलने वाले होते हैं।

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