मध्य प्रदेशहेल्थ

दिल-दिमाग पर ठंड का अटैक, जिला अस्पताल में चार दिन में हार्टअटैक, पैरालिसिस 23 से ज्यादा मरीज पहुंचे

डॉक्टरों की सलाह- खाने में नमक कम लें, वजन न बढ़ने दें, टहलने की आदत डालें, योगासन करें।
डॉक्टरों की सलाह- खाने में नमक कम लें, वजन न बढ़ने दें, टहलने की आदत डालें, योगासन करें।

रिपोर्टर : शिवलाल यादव,
रायसेन। रायसेन जिले में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। लगातार तीन दिन से तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है। उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाओं के थपेड़ों ने लोगों की जान मुश्किल में डाल दी है। लगातार गिरते तापमान का असर अब लोगों के दिल, दिमाग पर पड़ने लगा है। पिछले 4 दिन में जिला अस्पताल में 23 से ज्यादा मरीज गंभीर हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक व ब्रेन हेमरेज के आए हैं। जिसके कारण जिला अस्पताल का आईसीयू फुल है, वहीं निजी अस्पतालों में भी केस बढ़ रहे हैं।
डॉक्टरों के अनुसार पहले जहां एक ओर जिला अस्पताल में हार्ट अटैक के प्रतिदिन 2 से 3 मरीज ही पहुंचते थे, अब इनकी संख्या 10 से 11 ज्यादा मरीज है। यही हाल पैरालिसिस के मरीजों का भी है। इनकी संख्या भी प्रतिदिन 3 से अधिक है। ऐसे में जिला स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी करते हुए वृद्ध, बच्चों और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखने की अपील की है।
21 साल में दूसरी बार दिसंबर में ऐसी कड़ाके की पड़ रही ठंड……
इस समय उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। जम्मू-कश्मीर में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। बीते चार दिनों मंगलवार से शुक्रवार तक अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 9 से 10 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया जा चुका है। यह बीते 21 साल में दूसरी बार है।
2019 में 29 दिसंबर को पारा 3.5 से नीचे गया था। जबकि विगत 21 साल के रिकॉर्ड में दिसंबर माह में न्यूनतम पारा 5 डिग्री से ऊपर ही रहा है। यही ठंड अब लोगों को सताने लगी है। लगातार 10 डिग्री और उसके नीचे बने तापमान के कारण शहर के सरकारी जिला अस्पताल में हार्ट अटैक, ब्रेन स्ट्रोक व ब्रेन हेमरेज और पैरालाइसिस के मामले बढ़ने लगे हैं।
यह हैं हार्ट अटैक के लक्षण…..,
मेडिकल ऑफीसर एवं हार्ट रोग स्पेशलिस्ट डॉ. एमएल अहिरवार के अनुसार दिल तक खून पहुंचाने वाली किसी एक या एक से अधिक धमनियों में रुकावट आने पर हार्ट अटैक आता है। सर्दियों में दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है। क्योंकि रक्त की धमनियां सिकुड़ती हैं। अगर सीने, बांह, कोहनी या छाती की हड्डियों में असहजता, दबाव, भारीपन या दर्द का अहसास हो तो कभी भी हार्ट अटैक की शिकायत हो सकती है।इस दौरान पीठ, जबड़े, गले और बाहों में मरीज असहज महसूस करते हैं। मितली, पेट में समस्या, बहुत ज्यादा कमजोरी, दिल की धड़कनों का तेज या अनियमित होना भी इसके लक्षण हैं। ऐसी स्थिति तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें और तत्काल इलाज कराएं।
हार्टअटैक से मरीज ऐसे बचें…..
@ खाने में नमक कम लें।
@ वजन न बढ़ने दें।
@ कड़ाके की ठंड से बचें।
@ टहलने की आदत डालें।
@ योगासन करें।
नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच कराएं।
@ बीपी पेशेंट दवाओं का सेवन न छोड़ें।
@ सुबह सूर्योदय के बाद टहलने निकलें।
एक सप्ताह में 8 से 10 लोगों को हो रहा ब्रेन हेमरेज….
जिला मेडिकल ऑफिसर डॉ. एमएल ने बताया कि इस बार सर्दी में हर सप्ताह करीब 8-10 लोगों को ब्रेन हेमरेज हो रहा है। जबकि आम दिनों में इनकी संख्या दो दिन में एक मरीज की होती है। इन मामलों में हाई ब्लड प्रेशर के मरीज ज्यादा हैं। अब 23 से 35 साल के युवकों में भी ब्रेन हेमरेज के मामले बढ़ रहे हैं। लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
शीतलहर से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी….
​​​​​​​सीएमएचओ डॉ. दिनेश खत्री ने एडवायजरी जारी करते हुए बताया कि शीतलहर से बचाव के संबंध में शासन से दिशा-निर्देशों की जानकारी प्राप्त हुई है। इसमें कहा गया है कि दीर्घकालीन बीमारियां जैसे- डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, श्वांस संबंधी बीमारियों वाले मरीज जिनकी आयु 64 वर्ष से अधिक है, इन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है। इन्हें पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और घर पर ही रहने की सलाह दी गई है।

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