ज्योतिष

बुध की राशियों पर दशा, वक्री बुध के विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होंगे

Astologar Gopi Ram : आचार्य श्री गोपी राम (ज्योतिषाचार्य) जिला हिसार हरियाणा मो. 9812224501
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🔮 09 अप्रैल 2024 : आज देर रात 3 बजकर 53 मिनट पर बुध मीन राशि में वक्री होंगे और वक्री यानि उल्टी गति से गोचर करते हुए 9 अप्रैल की रात 9 बजकर 32 मिनट पर मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे। इसके बाद 25 अप्रैल की शाम 6 बजकर 25 मिनट पर बुध मीन राशि में मार्गी यानि सीधी गति से गोचर करने लगेंगे और मार्गी गति से गोचर करते हुये 10 मई की शाम 6 बजकर 44 मिनट पर मेष राशि में प्रवेश कर जाएंगे। बता दें कि बुध बुद्धि और वाणी के देवता हैं। जन्मपत्रिका में बुध का सीधा प्रभाव बिजनेस पर और दिमागी रूप से मेहनत वाले कामों पर पड़ता है, जबकि शरीर में इसका प्रभाव मुख्य रूप से गले और कन्धों पर रहता है । तो आचार्य श्री गोपी राम से जानते हैं कि आज से लेकर 10 मई तक वक्री बुध के विभिन्न राशि वालों पर क्या प्रभाव होंगे और उस स्थिति में शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको क्या उपाय करने चाहिए।
🐑 मेष राशि : वक्री बुध आपके बारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के बारहवें स्थान का संबंध आपके व्यय और शय्या सुख से है। वक्री बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको शैय्या सुख पाने के लिए कोशिश करनी पड़ सकती है। साथ ही आपको अपनी आमदनी भी संभलकर खर्च करनी चाहिए। आजीविका में कुछ उतार-चढ़ाव बन सकते हैं। अतः वक्री बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए 10 मई तक आपको अपने गले में एक पीले रंग का धागा पहनना चाहिए।
🐂 वृषभ राशि : वक्री बुध आपके ग्यारहवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के ग्यारहवें स्थान का संबंध हमारे आय और इच्छाओं की पूर्ति से होता है। वक्री बुध के इस गोचर से आपको अचानक से धन लाभ का मौका मिलेगा। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी होगी। आपको हर तरह के सुखसाधनों की प्राप्ति होगी। साथ ही इस बीच अगर आपकी कोई इच्छा है तो वह भी जल्द ही पूरी हो जाएगी। लिहाजा वक्री बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए 10 मई तक अपने गले में तांबे का पैसा धारण करें।
👩‍❤️‍👨 मिथुन राशि : वक्री बुध आपके दसवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दसवें स्थान का संबंध हमारे करियर, राज्य और पिता से होता है। वक्री बुध के इस गोचर से आपको करियर में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं। साथ ही आपके पिता के करियर की गति भी इस बीच कुछ थम सकती है। 10 मई तक आपको अपनी और अपने पिता की सेहत का ध्यान रखना चाहिए। अतः वक्री बुध के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए 10 मई तक आपको मां दुर्गा की उपासना करनी चाहिए।
🦀 कर्क राशि : वक्री बुध आपके नवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के नौवें स्थान का संबंध हमारे भाग्य से होता है। वक्री बुध के इस गोचर से आपको अपने भाग्य का साथ मिलेगा। आप जितनी मेहनत करेंगे, उसका पूरापूरा फल आपको मिलेगा। इस दौरान आपकी आर्थिक स्थिति भी ठीक बनी रहेगी। लिहाजा वक्री बुध के शुभ फल बनाये रखने के लिए आपको 10 मई तक हरे रंग की चीज़ों को उपयोग में लाने से बचना चाहिए।
🦁 सिंह राशि : वक्री बुध आपके आठवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के आठवें स्थान का संबंध हमरे आयु से है। वक्री बुध के इस गोचर से आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहेंगे। आप अपने कार्य़ अच्छे से कर पाएंगे और नये विषयों पर अच्छे से विचार कर पायेंगे। साथ ही आपको अपनी मेहनत का अच्छा रिजल्ट भी जल्द ही मिलने की उम्मीद है। तो वक्री बुध के शुभ फलों को सुनिश्चित करने के लिए बुधवार के दिन मिट्टी के बर्तन में थोड़ासा शहद डालकर घर से दूर कहीं विराने में दबा दें।
👰🏻‍♀ कन्या राशि : वक्री बुध आपके सातवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के सातवें स्थान का संबंध हमारे जीवनसाथी से है। वक्री बुध के इस गोचर के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ आपके रिश्तों में नोकझोक होने की सम्भावना है। आपको अपने रिश्ते को संभालकर रखने की जरूरत है। साथ ही अपने जीवनसाथी का ख्याल भी रखने की जरूरत है। लिहाजा वक्री बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए मिट्टी के बर्तन में पानी में भिगे हुए हरे मूंग मंदिर में दान करने चाहिए।
⚖️ तुला राशि : वक्री बुध आपके छठे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के छठे स्थान का संबंध हमारे मित्र, शत्रु और स्वास्थ्य से है। वक्री बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपको अपने दोस्तों का साथ मिलेगा और दुश्मनों से छुटकारा मिलेगा। साथ ही इस दौरान आप खुले दिल वाले होंगे। जो भी करेंगे दिल खोलकर करेंगे। प्रिंटिंग, प्रेस और कागज, कलम से जुड़े लोगों को अच्छा फायदा मिलेगा। साथ ही समुद्री यात्राओं का भी शुभ फल मिलेगा। अतः वक्री बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए कोई भी शुभ कार्य शुरू करने से पहले किसी कन्या का आशीर्वाद जरूर लें और हो सके तो उन्हें कुछ गिफ्ट भी दें
🦂 वृश्चिक राशि : वक्री बुध आपके पांचवें स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के पांचवे स्थान का संबंध हमारे संतान, बुद्धि, विवेक और रोमांस से है। वक्री बुध के इस गोचर के प्रभाव से आपका मन पढ़ाईलिखाई में लगेगा। इससे आपको विद्या का लाभ मिलेगा। गुरु से भी उचित सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही लवमेट के साथ रिश्तों में मधुरता आयेगी। वक्री बुध के शुभ फल बनए रखने के लिए 10 मई तक गाय की सेवा करें।
🏹 धनु राशि : वक्री बुध आपके चौथे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के चौथे स्थान का संबंध हमारे भवन, भूमि, वाहन और माता से है। वक्री बुध के इस गोचर से आपको भूमिभवन और वाहन का लाभ पाने में अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। आपको अपनी मेहनत का उचित फल भी प्राप्त होगा। आपको अपनी माता का पूरा सहयोग मिलेगा। इस दौरान आपको अपने कार्यों में धैर्य बनाये रखने की आवश्यकता है। साथ ही वक्री बुध के अशुभ फलों से बचने के लिए केसर का तिलक अपने मस्तक पर लगाना चाहिए।
🐊 मकर राशि : वक्री बुध आपके तीसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के तीसरे स्थान का संबंध हमारे पराक्रम, भाईबहन और यश से है। वक्री बुध के इस गोचर से भाईबहनों के साथ आपके रिश्ते बेहतर होंगे। आपके सारे काम बनेंगे। आपको अपने कामों में भाईबहनों से भी पूरा सहयोग प्राप्त होगा। साथ ही 10 मई तक आपकी आर्थिक स्थिति ठीक रहेगी। आप दूसरों को अपनी बातों से प्रभावित करने में भी सफल होंगे। तो वक्री बुध के अति शुभ फल प्राप्त करने के लिए 10 मई तक सुबह उठकर फिटकरी से अपने दांत साफ करें।
⚱️ कुम्भ राशि : वक्री बुध आपके दूसरे स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका के दूसरे स्थान का संबंध हमारे धन और स्वभाव से है। वक्री बुध के इस गोचर से आपके धन की स्थिति अच्छी होगी। आपको अचानक से धन लाभ हो सकता है। साथ ही आपको करियर में भी बेहतरी मिलेगी। 10 मई तक आपको नई चीजों को जानने का, समझने का मौका मिलेगा। इस दौरान आपकी बौद्धिक क्षमता ठीक रहेगी। तो वक्री बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए अपने पास चांदी की कोई चीज रखें।
🐬 मीन राशि : वक्री बुध आपके पहले यानि लग्न स्थान पर गोचर करेंगे। जन्मपत्रिका में लग्न स्थान का संबंध हमारे शरीर और मुख से है। वक्री बुध के इस गोचर के प्रभाव से समाज में आपका मानसम्मान या पदप्रतिष्ठा इस बात से तय होगी कि आप 10 मई तक किस तरह के कामों में अपना सहयोग देते हैं। वैसे तो आपकी पत्रिका में राजा के समान सुख की प्राप्ति है, लेकिन 10 मई तक आपको अपनी जीभ के स्वाद पर कंट्रोल रखना चाहिए। लिहाजा वक्री बुध के शुभ फल सुनिश्चित करने के लिए और अशुभ फलों से बचने के लिए आपको हरे रंग की चीजें मंदिर में दान करनी चाहिए।

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