मध्य प्रदेश

अतिथि शिक्षकों को अभी तक नहीं मिला न्याय

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । मध्य प्रदेश सरकार विभिन्न योजनाओं के तहत लोगों को लाभ पहुंचा रही है वही अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई कर रही है लेकिन अतिथि शिक्षकों की तरफ आज तक सरकार ने ध्यान नहीं दिया है जिससे 15 साल का लंबा समय बीत जाने के बाद भी आज तक उन्हें न्याय नहीं मिल पाया है।
अतिथि शिक्षक अल्प मानदेय में 15 वर्षों से कार्य कर रहे है। और अपने हक के लिए कई बार ज्ञापन आदि के माध्यम से सरकार से गुहार लगा चुके हैं लेकिन सरकार ने अभी तक कोई नीति अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की नहीं बनाई । मुख्यमंत्री भी कई मंचो से आश्वासन दे चुके हैं लेकिन आज तक अतिथि शिक्षक भाई बहिनों की फाइले न्याय देने के लिए नहीं खुली है अतिथि शिक्षकों के हालात ऐसे नहीं हैं कि बे कुछ काम धंधा कर सके क्योंकि 15 साल अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य करते हुए उम्र भी निकल चुकी है लेकिन सरकार को आज तक तक अतिथि शिक्षकों और उनके परिवार की की दयनीय स्थिति नहीं दिख रही है।
अतिथि शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल को शिक्षा मंत्री ने जानकारी दी कि उनकी जो भी फाइल है वह सीएम कार्यालय भेज दी गई है । लेकिन आज दिनांक तक अतिथि शिक्षकों का निराकरण नहीं हुआ है।
अतिथि शिक्षक मांग करते हैं कि मुख्यमंत्री अतिथि शिक्षकों के हित में शीघ्र निर्णय लेकर अतिथि शिक्षकों का पद स्थाई कर अतिथि शिक्षकों को नियमित कर वेतन वृद्धि करें जिससे वह अपने परिवार का पालन सही तरीके से कर सकें ।
मांग करने वालों में विनीत भार्गव, योगेश शर्मा, साहिल गुप्ता, अमर सिंह साहू, पुष्पेंद्र जाट, मसरूर खान, अरुणा गौर, जानकी पंथी, ज्ञान सिंह यादव, उमेश यादव, आशीष भार्गव, कमलेश साहू, राघवेंद्र सिंह ठाकुर सहित ब्लॉक के सभी अतिथि शिक्षक शामिल हैं।

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