शिव की भक्ति मोक्ष का साधन हैं : महेश गुरुजी उज्जैन
रिपोर्टर : राजकुमार रघुवंशी
सिलवानी । सिलवानी अंचल के ग्राम पठा पौड़ी में सप्तदिवासिय श्री शिवपुराण का आयोजन पटेल मनमोद सिंह रघुवंशी के द्वारा किया जा रहा है।
महा शिव पुराण का वाचन बाबा महाकाल की नगरी से पधारे हुए श्री महेश गुरुजी उज्जैन द्वारा किये जा रहे है। भक्तो को शिवपुराण श्रवण कराते हुए श्री गुरु जी ने कहा कि शिव की भक्ति से जीव आत्मा भव से पार लग जाती है, शिव की भक्ति मोक्ष का साधन है, बाबा भोले नाथ बहुत ही भोले है। बहुत जल्द प्रसन्न होते हैं। शिव आदि अनंत है, जीव आत्मा को कर्म ऐसे करे की पुण्य की प्राप्ति हो, ये अहंकार, लोभ, धन दौलत, सब संसार की नाश्व भोगी वस्तुएं है, शिव की भक्ति और परोपकार ही जीव आत्मा के साथ परलोक जायेगा, कोई कितना ही बड़ा आदमी क्यों न हो, कोई कितना अहंकारी क्यों न हो, और कितना ही गरीब, अमीर क्यों न हो सब को पंच तत्व में ही मिलना है। बस पुण्य कर्म किए है। गरीब अमीर किसी ने भी उसी प्रकार फल प्राप्त होगा परलोक में इस संसार की मोह माया ना फसे जीव यदि मानव को आत्म कल्याण करना है तो भगवान शिव की भक्ति में लीन हो जाओ, जिस मानव ने शिव से नाता जोड़ लिया, वो सदा सदा के लिए शिव का हो गया, ये संसार के नाते, रिश्ते सब यही रह जाएंगे शरीर के साथ, पर भगवान शिव से जोड़ा गया नाता तुम्हे और तुम्हारी सभी पीढ़ीयो को भव से पार लगा देगी। श्रीमहेश गुरु जी ने कहा कि लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि हमें मानव जीवन क्यों मिला है। व्यक्ति को मानव जीवन दो कारणों से मिलता है। पहला पूर्व जन्म के कर्मों के फल भोगने और दूसरा प्रभु भक्ति और भजन करने के लिए। यह बात जानने में कई बार मनुष्य का पूरा जीवन निकल जाता है। हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि विपरीत परिस्थितियों में भगवान शिव ही तुम्हारे साथ रहेंगे। भगवान शिव की भक्ति, करते समय मन में छल-कपट मत रखना।



