सिहोरा नगर पालिका के वार्डो की दुर्दशा, जिम्मेदार तोड़ रहे कुर्सी, अधिकारी बने मौन

वार्ड क्रमांक 01 में पनप रहे डेंगू मच्छर, गली, नाली, सड़कों की हालत ग्रामीणों से बत्तर
ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
जबलपुर। मध्य प्रदेश सरकार जहां नगरीय विकास से लेकर ग्राम विकास की ओर नियंत्रण कार्य कर रही है तो वहीं दूसरी ओर नगरीय निकाय के वार्डों की स्थिति दिनों दिन बत्तर (खराब) होती जा रही है । आज हालात इतने खराब है कि कहीं नाली टूटी कहीं सड़क टूटी कहीं वार्डों की सड़कों में भारी गर्मी में पनप रहे डेंगू मच्छर तो कहीं लगा कचरो का अंबार साथ ही कहीं नहीं उठ रहा कचरा।
जिस प्रकार से मध्य प्रदेश शासन आम नगरियों के हित में कार्य कर रही है इस तरह स्थानीय कर्मचारी अधिकारी गण केवल मोटी-मोटी रकम की सैलरी तो ले रहे हैं लेकिन निकाय के वार्डों में आज की वर्तमान स्थिति क्या है उसे और ना तो मुख्यालय में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी भ्रमण करते हैं ना ही नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पार्षद गण। आज हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अगर कोई पीड़ित आवेदन लेकर इनके पास जाता है तो उसके कार्य को टालते हुए लंबे समय के लिए लटका देते हैं और प्रतिनिधि वार्ड मेंबर से कहते हैं कि जल्द ही आपका कार्य कर दिया जाएगा।
सालों से पड़ी नालियां सड़क टूटी, नहीं इस और स्थानीय प्रशासन का ध्यान- सिहोरा नगर पालिका परिषद में 18 वार्डों की स्थिति इतनी खराब और देनी है कि बोलने बतलाने वाला अब हताश होकर बैठ गया है देखा जाए तो स्थानीय निकाय चुनाव के दौरान वार्ड मेंबर से लेकर मुख्य नगर पालिका अधिकारी एवं अध्यक्ष की जवाब दे ही बनती है कि हमारे नगर की सुंदरता स्वच्छता एवं जनहित से जुड़ी विभिन्न प्रकार की समस्याओं का चरित्र निराकरण करना होता है लेकिन आज हालात कुछ उल्टे हैं। एक और जहां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव द्वारा नियंत्रण विभिन्न जिलों में लोका अर्पण कर विकास की गंगा बाहर रहे हैं वहीं दूसरी ओर स्थानीय प्रशासन इस और हिल वाली करते हुए एक दूसरे के ऊपर पल्ला झाड़ने हुए समय एवं फंड का रोना एवं करण पूर्ण करने की जवाब दे ही से पीछे नजर आ रहे हैं। स्थानीय स्थानीय वार्ड वासियों ने मीडिया के सामने आकर इन कर्मचारियों अधिकारियों को ऊपर आरोप लगाते हुए कहा कि सब एक दूसरे की साथ गांठ में काम चल रहा है आज सिहोरा नगर के प्रत्येक वार्डों की दुर्दशा देखने वाला ना तो कोई जानती नहीं बचा है ना ही कोई उच्च अधिकारी किसी वार्ड में नाली का बेहतर गंदा पानी कहीं लगे कचरे के ढेर कहीं बैक बाजार रहे मच्छर गंदगी से प्रदूषण से आज जनता हलकान हो गई है जब भी इन समस्याओं को लेकर उनके कर्मचारियों के पास जाया जाता है तो आजकल करके पल्ला झाड़ देते हैं वही जब दोबारा इसे फोन पर संपर्क किया जाता है तो इनके द्वारा मोबाइल फोन नहीं उठाया जाता।
सिहोरा नगर पालिका परिषद के 18 वार्डों के कैसे हैं हालात – जाने वार्ड नंबर एक, वार्ड क्रमांक दो,वार्ड नंबर दस, वार्ड नंबर चार, वार्ड नंबर आठ, वार्ड नंबर 13, वार्ड नंबर सत्रह।
इंजीनियर को एक वर्ष पहले कराया गया अवगत – सिहोरा नगर पालिका में पदस्थ इंजीनियर गौरव चौधरी को एक वर्ष पहले वार्ड क्रमांक 1 पार्षद प्रमोद चौधरी ने गौहर भाईजान से लेकर शमशान घाट तक बनी सीसी सड़क में भर रहे पानी पनप रहे डेंगू मच्छर को लेकर सुधाकर करने के लिए घटनास्थल का निरीक्षण एवं लिखित रूप से आवेदन दिया गया था लेकिन आज दिवस तक ना तो इंजीनियर ने इस ओर कोई ध्यान दिया ना ही पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी एवं वार्ड प्रभारी ने ध्यान दिया। जहां तक कि डिवीजन पर बैठे उच्च अधिकारियों को विभिन्न वार्डो में क्या क्या समस्या है उस ओर जाकर निरीक्षण करना एवं उसका हल निकाला चाहिए। पर आज के हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि स्थानीय जनता अपने कार्य के लिए चक्कर लगाती रहतीं हैं। फिर भी उसके कार्य अधूरे पड़े हुए हैं। क्या इस ओर जिला प्रशासन कोई ठोस कदम उठाएगा या फिर इन कर्मचारियों की मनमानी इसी प्रकार से चलती रहेंगी। और नगर की आम जनता परेशान होती रहेंगी।