जिला अस्पताल में महिला डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप, प्रसूता की मौत, पति ने 2 हजार रुपये की रिश्वत का लगाया आरोप

मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर, स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले के बिगड़े हालात सिस्टम को आखिर सुधरे कौन सुधारे
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन । जिला अस्पताल की प्रसवोत्तर प्रसूति केंद्र रायसेन का बिगड़ा ढर्रा सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। महिला मेटरनिटी यूनिट में फिलहाल तीन डॉक्टर महिला डॉक्टर सुनीता अतुलकर, मेडिकल आफिसर दीपक गुप्ता, डॉ शबाना मसूद पदस्थ हैं। यहां लंबे अरसे से इनकी मनमानी और लापरवाही गुटबाजी का जंगल राज चल रहा है। 24 घण्टे यहां इन तीनों डॉक्टरों के बिना इजाजत के पत्ता तक नहीं हिलता। हाल ही में मेटरनिटी यूनिट की महिला डॉ शबाना मसूद की मनमानी उदासीनता का ताजा मामला सामने आया है।
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर शबाना मसूद पर डिलीवरी के समय पैसे मांगने के आरोप उसके पति ने लगाए हैं। डिलीवरी के दौरान मृतिका छोटी बाई के पति ने आरोप लगाया है कि डॉ शबाना मसूद ने हमसे ₹2000 रुपये मांगे थे । हमने नहीं दिए तो लापरवाही बरतने से उसकी पत्नी छोटी बाई की मौत हो गई । छोटी बाई के पति ने क्या कहा यह तो हम आपको वीडियो के माध्यम से सुनाएंगे। लेकिन यह वही डॉक्टर हैं जिन पर पहले भी यह रिश्वतखोरी के आरोप लग चुके है । उन्होंने एक मरीज से कहा था कि सरकारी अस्पताल में इलाज अच्छा नहीं होता है। इसीलिए आप प्राइवेट अस्पताल में इसका इलाज कराएं । इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था । तब जिला कलेक्टर अरविंद दुबे ने संज्ञान लेते हुए एक जांच कमेटी बनाई गई थी उसका क्या हुआ यह तो अभी तक पता नहीं चला है । लेकिन अब यह महिला डॉक्टर फिर सुर्खियों में आ गई हैं। पूरा मामला क्या है आप खुद जानिए जैसा कि मृतका के पति ने हमको बताया ।
मामला-01
बरेली निवासी रोहित कुमार की पत्नी छोटी बाई को डिलीवरी होनी थी। बरेली के सिविल अस्पताल से रोहित कुमार की पत्नी छोटी बाई को जिला अस्पताल रायसेन रैफर कर दिया गया। जहां डॉ शबाना मसूद ने 31 मार्च 2023 को शाम के वक्त प्रसूता छोटी बाई को सीजर ऑपरेशन के लिए ओटी लेकर गईं। वहां प्रसूता की मां से 2 हजार रुपये रिश्वत की पेशकश की। लेकिन प्रसूता के परिजन रुपयों के इंतजाम नहीं कर सके।यहां से प्रसूता की अचानक तबियत खराब होने लगी तो 31 मार्च की रात के समय आनन फानन में गंभीर हालत में उसे एम्स हॉस्पिटल भोपाल रैफर कर दिया गया। यहां प्रसूता छोटी बाई ने दम तोड़ दिया। एम्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने मृतका छोटी बाई के परिजनों को बताया कि जिला अस्पताल रायसेन के डॉक्टरों ने सीजर ऑपरेशन लापरवाही पूर्वक किया था जिस कारण छोटी बाई की मौत का कारण बनीं। इस गंभीर लापरवाही की शिकायत प्रसूता छोटी बाई की सीएम हेल्पलाइन सहित स्वास्थ्य मंत्री, कलेक्टर अरविंद दुबे से कर इंसाफ की गुहार लगाई है।
मामला 02
प्रसूति यूनिट में पिछले दिनों एक प्रसूता की डिलीवरी हो रही थी।इस दौरान सिविल सर्जन डॉ एके शर्मा भी मौजूद थे। डॉक्टरों नर्सों ने घोर लापरवाही बरतते हुए डिलीवरी के दौरान नवजात का जब हाथ पकड़कर खींचा तो वह नीचे गिर गया। जिससे बच्चे का हाथ फ्रेक्चर हो गया। गलती छिपाने स्वास्थ्य अमले ने नवजात शिशु के हाथ में प्लास्टर चढ़वा दिया।
मामला-03
सालेरा निवासी बाबू सिंह बैरागी की बहू और हेमराज बैरागी की पत्नी की पहली डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां डॉ सुनीता अतुलकर स्टाफ द्वारा प्रसूता का सीजर ऑपरेशन किया। डिलीवरी के दौरान बाबू सिंह की बहू को एक नवजात शिशु हुआ। महिला डॉ सुनीता अतुलकर ने लापरवाही पूर्वक ऑपरेशन किया। जिससे प्रसूता को अत्यधिक रक्तस्राव हो रहा था। खून रोकने के लिए परिजनों की मर्जी के खिलाफ उनसे बगैर पूछे महिला डॉ अतुलकर द्वारा प्रसूता की बच्चादानी का ऑपरेशन कर बाहर निकाल फेंक दी। जिससे बाबू सिंह की बहू की जिंदगी खराब कर दी।
