मध्य प्रदेशविधिक सेवा

राष्ट्रीय युवा दिवस पर शासकीय महाविद्यालय में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन

सिलवानी । प्रधान जिला एवं सत्र न्‍यायाधीश रायसेन अनीस कुमार मिश्रा के निर्देशानुसार, तहसील विधिक सेवा समिति सिलवानी द्वारा गुरुवार को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर शासकीय महाविद्यालय सिलवानी में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।
उक्त शिविर में अध्यक्ष तहसील विधिक सेवा समिति सिलवानी अतुल यादव ने उपस्थित छात्र/छात्राओं को युवा दिवस पर संबोधित करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारतीय संस्कृति की अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाया है तथा उनकी शिक्षा की अवधारणा ही समाज को सही दिशा दिखा सकती है । स्वामी विवेकानंद की जीवनी, चरित्र निर्माण ही शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है । स्वामी विवेकानंद के संदेश को विश्व उन्नति का मार्ग बताया । विवेकानंद जी के अनुसार व्यक्ति को तब तक मेहनत करती रहनी चाहिए जब तक जो अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच जाता । अगर कोई भी व्यक्ति अपने लक्ष्य को पाने के लिए कड़ी लगन और मेहनत करेगा, तो वो जरूरी कामयाब होगा । स्वामी विवेकानंद के विचार और कार्य युवा के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत की तरह काम करते हैं । उनके विचारों को पढ़ने से युवाओं के अंदर कुछ हासिल करने की उम्मीद पैदा होती है, क्योकि आज के समय में बहुत से युवा नशाखोरी के आदि होते जा रहे है । हमें जितना हो सके इससे दूर ही रहना चाहिए क्योंकि किसी भी प्रकार का नशा उनके लिए आगे चलकर हानिकारक और जानलेवा साबित हो सकता है। नशे से कई परिवार बिखर गये। नशा विनाश का कारण है।
उक्त शिविर में न्यायाधीश द्वारा छात्र/छात्राओं को बताया कि कानून हमारी सुरक्षा व सरंक्षण के लिए है। हमें विधि की जानकारी होना चाहिए। तभी हम अपने व किसी अपनों के साथ होने वाले अन्याय व अत्याचार के विरुद्ध आवाज उठा सकते हैं। भारतीय संविधान द्वारा हमें अधिकार दिए गए हैं और कर्तव्यों की व्याख्या भी की गई है। इनका हमें भली प्रकार से निर्वहन करना चाहिए । शिविर में छात्र/छात्रओं को जानकारी देते हुये कहा कि बालिकाओं के प्रति लैंगिक अपराधों के मामलों में वृद्धि हो रही है जो कि चिंता का विषय है। इसलिये बालक-बालिकाओं को लैंगिक हमलों, लैंगिक उत्पीड़न और अश्लील साहित्य के अपराधों से बचाने कि लिये पॉक्सो अधिनियम बनाया गया है। उन्होंने बताया कि 12 वर्ष से कम आयु की बालिका के साथ लैंगिक अपराध में फांसी तक की सजा का प्रावधान है। शिविर में उपस्थित न्यायाधीश अतुल यादव द्वारा छात्र/छात्राओं को वर्तमान में चल रहे ज्‍वलन्‍त समाजिक मुददो पर भारतीय न्‍याय प्रक्रिया की भूमिका के बारे में बताया गया ।
उक्त शिविर में महाविद्यालय प्राचार्य डॉं बी.डी. खरवार, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष श्याम साहू, प्राध्यापक मनोहरलाल कोरी, डॉं लक्ष्मीकांत नेमा, डॉ रमानुज रघुवंशी, डॉं अभिलाषा ठाकुर, डीसी साहू, राघवेन्द्र नेमा, सहित छात्र एवं छात्राएं मौजूद रही ।

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