हजारों का ठेका लाखों की कमाई, फिर भी नगर पालिका का खजाना रहता हैं खाली

नगर पालिका परिषद सिहोरा के वसूली कर्मचारियो पर लगा प्रश्न् चिन्ह,
ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
जबलपुर। जिले के सिहोरा नगर पालिका परिषद के कर्मचारियो पर अवैध रूप से नगर में अन्य वाहनो के प्रवेश आवागमन के द्वारा नगर टैक्स को लेकर की की जा रही वसूली करने पर लगा प्रश्न्न चिन्ह ?
अवैध वसूली करने का मामला प्रकाश में आया – बताया गया कि
कृषि वाहन चालक हार्वेस्टर से वसूले 300 रुपए
थाने की सेटिंग से चल रही अवैध वसूली,
बाजार वसूली की आड़ में निकलने वाले वाहनों से करते हैं लाखों की कमाई पर
सिहोरा नगर पालिका में बाजार वसूली का ठेका, ठेके पर दिया हुआ है लेकिन नियम यह है की बाजार में लगने वाली दुकानों से अस्थाई अतिक्रमण के नाम पर नगर पालिका की निर्धारित दरों पर वसूली की जा सकती है लेकिन ठेकेदार बाजार वसूली की आड़ में रेलवे फाटक में गुर्गे लगाकर आने जाने वाले वाहनों से भी टैक्स की लंबी वसूली की जा रही है हद तो तब हो गई जब कृषि कार्य में लगे हार्वेस्टर से भी नगर पालिका के ठेकेदार के गुर्गे ने ₹300 वसूल लिए, जबकि कृषि कार्य हेतु जो वाहन होते हैं वह टैक्स फ्री होते हैं, इनकी काली कमाई का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि हरगढ़ के आसपास की खनिज खदानों से निकलने वाले ट्रकों से अवैध वसूली करके प्रतिदिन 20 से ₹30000 की काली कमाई की जा रही है, स्थानीय पुलिस प्रशासन नगर पालिका प्रशासन सब मौन साधे हुए हैं और नगर पालिका के ठेकेदार के गुर्गे रात दिन अवैध वसूली में जुट कर लाखों रुपए की अवैध कमाई कर रहे हैं और दिलेरी से फर्जी रसीद भी दे देते हैं, नगर पालिका की जो बाजार वसूली की रसीद है, केवल बाजार के लिए है, ये रसीद आने जाने वाले वाहनों से अवैध वसूली के नाम पर प्रयोग की जा रही है, उल्लेखनीय है कि यहां पर वन विभाग का चेकिंग नाका भी है वहां पर भी पेपर एवं वनोपज चेकिंग के नाम पर आने जाने वाले वाहनों से अवैध वसूली की जाती है चाहे वन संबंधित खनिज या लकड़ी वाहन में हो या नहीं, इस नाके में भी लाखों की अवैध कमाई होती है, सिहोरा के सभी जिम्मेदार आंख में पट्टी बांधकर मौन साधे हुए हैं चुनाव आयोग से कार्यवाही की अपील है।