नहीं थम रहा है यात्री बसों में नकली टिकटो का कारोबार, यात्रियो का गुस्सा सातवे आसमान पर
रिपोर्टर : कुंदनलाल चौरसिया
गौरझामर । यात्री बसों में यात्रियों को किराए के बदले मे दिए जाने वाला टिकट एक टिकट न होकर एक कागज का टुकडा जिस पर सिर्फ,बस सर्विस, लिखा होता है थमाया जा रहा है यात्रियो ने हमारे पत्रप्रतिनिधि को बताया है की यहां चल रही निजी यात्री बसो मे यात्रियो को अवैध नकली टिकट दिये जाने के विरोध मे ऐसे बस वालो पर कडी से कडी कार्रवाही करने हेतु आरटीओ का ध्यान कई बार आकर्षित कराया है लेकिन जबावदारो व्दारा अपने कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही भारतीय लोकतन्त्र मे बेहद निंदनीय है बतादे बसो मे नकली टिकटो के दिये जाने के दुष्परिणाम यात्रियो को तरह तरह से भुगतना पड रहे है जिस पर बस वाले भी इसे गम्भीरता से नही ले रहे है यात्रियो का कहना है की ये नकली टिकट कोर्ट कचहरी मे गवाहो के खर्चे मे मान्य नही होते ,बस के अचानक फेल हो जाने पर दूसरी बस मे इन टिकटो को मान्य नही किया जाता जिससे यात्रियो को डबल किराया देना पडता है ,यही नही बस के दुर्घटना ग्रस्त हो जाने पर यात्री नकली टिकट जिस पर बस कम्पनी का नाम टिकट पर प्रिंट नही होने के कारण क्लैम्प केश करने मे भारी परेशानी का सामना पडता है, यात्री की अनायास बस के छूट जाने पर भी इस नकली टिकट के माध्यम से बस की जानकारी भी नही ले पाते ,नकली टिकट के कारण बस मे परिचालक की मनमानी और लिए जाने वाले मनमाने ज्यादा किराये की शिकायत भी यात्रियो को करने मे परेशानी होती है ,यही नही नकली टिकट के कारण मुख्यमंत्री हेल्पलाइन एक सौ इक्यासी व आरटीओ को भी शिकायत करने मे यात्रियो बेहद दिक्कतें आ रही है इन सब परेशानियो के चलते यात्रियो को बसो के नकली टिकट नासूर बने हुए है आरटीओ को इस ओर यात्रियो के व्यापक विरोध व जन आन्दोलन के पूर्व इस ओर अपने कर्तव्य का निर्वहन अविलंब करना चाहिये जिससे यत्रियो को राहत मिल सके।