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राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने किसानों की समस्या को लेकर धरना देकर दिया ज्ञापन

भाजपा कांग्रेस दोनो ही एक थैले के चट्टे बटटे है : राहुल राज
कई किसानों की गेंहू खरीदी की राशि आज दिनांक कई किसानों के खातों में नहीं आई है।
सिलवानी। शुक्रवार को नगर के बजरंग चीराहे पर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर एक दिवसीय धरना देकर तहसीलदार रामजीलाल वर्मा को ज्ञापन सौंपा।
धरना प्रदर्शन में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष राहुल राज ने कहाकि भाजपा और कांग्रेस दोनो ही एक थैले के चट्टे बटटे है। जब कांग्रेस की सरकार आती है तो भाजपाईयों के काम और ठेके होते है। और भाजपा सरकार में कांग्रेसियों के कार्य और ठेके चल रहे है। किसान संघ ही किसानों के हक की लड़ाई लड़ रही है। गेंहू खरीदी की राशि आज दिनांक कई किसानों के खातों में नहीं आई है। किसान बैंक और आधार कार्ड सेन्टर के चक्कर काट रहे है। सरकार मस्ती में मस्त है।
राहुल राज ने आरोप लगाया कि जिले के वरिष्ठ अधिकारियों की पत्नि के नाम से जिले में वेयर हाउस है जिनको भरने के जिले को छोड़कर अन्य जिलों से माल परिवहन कर गोदामों को भरा जा रहा है और सरकारी धन का दुरूपयोग किया जा रहा है।
राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष शोभाराम भल्लावी ने कहाकि मुख्यमंत्री द्वारा कंस मामा बनकर किसानो को लूटा जा रहा है। प्रदेश सरकार ने जो वायदे किसानों से किये थे वो अभी तक पूरे नहीं हुये। देश को पालने वाले किसानों के छोटे कर्जो को माफ नहीं किया गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उद्योगपतियों अडानी अंबानी जैसों के करोड़ो रूप्यों के कर्जे माफ किये जा रहे है। किसान आज भी आजादी के बाद अपने हक की लड़ाई लड़ रहा है। वही किसानों से कर्ज बसूली की जा रही है। व्यापाम घोटाले में मुख्यमंत्री ने सारे गवाहों को मौत के घाट उतार दिया है।
ज्ञापन में उल्लेख किया है कि बीकलपुर गेंहू खरीदी केन्द्र पर 600 क्विंटल अनाधिकृत रूप् से पाया गया था। जिसकी जांच को ठण्डे बस्ते में डाल दिया गया। लगभग 1 माह पूर्व गेंहू, चना की जो खरीदी गई थी किसानों को एक माह बाद भी किसानोे को राशि प्राप्त नहीं हुई। जबकि नियमानुसार 7 दिवस में किसानों को उपज का भुगतान हो जाना था। धनगवां, बीकलपुर पावर हाउस पर दो टांसफार्मर रखे जावे, क्योंकि यहां ओवरलोड हो रहे है। पूर्व में इस संबंध में शिकायत की गई थी। लगभग 12 माह गांबों की अटल ज्योति, घरेलु और खेतों के लिए 10 भी बिजली नहीं मिल पा रही है। जिससे मूंग की फसल सूखने की कगार पर है। ग्रामीण क्षेत्र में 4 से 5 घंटे अघोषित कटौती की जा रही है। समस्त ग्रामों को 10 घंटे कृषि कार्य एवं 24 घंटे घरेलू उपयोग के लिए बिजली दी जावे। वर्ष 2020 के बीमा से किसानों को वंचित किया गया, किसानों को बीमा राशि दिलाई जावे। मूंग फसल के समर्थन मूल्य खरीदी के पंजीयन प्रारंभ कराया जावे। बरसात के पूर्व तहसील के समस्त ग्रामों की बिजली लाइनों को दुरूस्त किया जावे, कही जगह बिजली लाइले बीच सड़क पर लटक रही है, जिससे दुर्घटना की आषंका है। कई किसानों के 3 एचपी से 5 एचपी, एवं 5 एचपी से 7.5 एचपी कर दिये गये है। जिनके तत्काल 3 के 3 एवं 5 एच.पी करवाये जावे, उसी हिसाब से बिल की राशि ली जावे, बढ़ी हुई राशि न ली जावे।घरेलू कनेक्शनों में भी सभी लोगों के घर मीटर लगाये जावे, जो मीटर काम नही कर रहे है और ऐवरेज बिल देकर 2 से 3 गुना राषि विभाग द्वारा बसूल की जा रही है। वास्तविक राशि ली जावे।
धरना प्रदर्शन को मनमोहनसिंह, कृष्णकुमार रघुवंशी, शिवकुमार रघुवंशी, बालमुकुन्द, मुकेश शर्मा, मनोजकुमार, महेन्द्र यादव, श्रीराम सेन आदि ने संबोधित किया। मंच संचालन देवेन्द्र रघुवंशी ने किया। इस अवसर पर महेन्द्र रघुवंशी, भरत पटेल, मुन्ना करेले, अंकित, अभिषेक पटेल, गुलशनकुमार, के.वी. गौर, योगेन्द्रसिंह सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे।

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