धार्मिकमध्य प्रदेश

कलश यात्रा, ध्वजारोहण के पंचकल्याणक महोत्सव प्रारम्भ

रिपोर्टर : दिलीप गुप्ता
बम्होरी । पंचकल्याणक महोत्सव का पहले दिन कलश यात्रा समारोह संपन्न हुआ जिसमें आचार्य विद्यासागर जी के परम प्रभावी शिष्य निर्यापक मुनि श्री 108 समता सागर जी, मुनि श्री 108 महा सागर जी, मुनि श्री 108 निष्कंप सागर जी,
ऐलक श्री 105 निश्चय सागर जी सहित सभी सभी महापात्र पात्र एवं जैन एवं सभी वर्ग के व्यक्ति ग्रामवासी प्रतिष्ठित व्यक्ति नगर के चल समारोह में शामिल हुए।
यह यात्रा घोड़ा, हाथी, डीजे, बैंड, बगियों कलश लिए महिलाएं शामिल हुई । यह शोभा यात्रा नगर से मुख्य मार्गो से होकर पंच कल्याणक स्थल पर पहुँची, जहाँ पर सभा मण्डप अयोध्या नगरी के रूप में साज सज्जा से तैयार कर पंचकल्याणक का शुभारंभ ध्वजारोहण पूर्वक किया गया ध्वजारोहण का विधि विधान और मंत्र उच्चारण वाणी भूषण प्रतिष्ठाचार्य विनय भैया जी बंण्डा द्वारा किया गया। मुनि संघ की पावन उपस्थिति और मुनि श्री संघ द्वारा उच्चारित मंत्रो से पूर्व दिशा में फहराई ध्वजारोहण करने का सोभाग्य पुण्यशाली पात्र सुभाष, रेखा जैन, आभास, आशीष जैन (बम्होरी ) परिवार को प्राप्त हुआ उन्होंने अपने दान राशि उसी समय आयोजन समिति को धन राशि जमा कर दी। मण्डप उद्धघाटन के बाद मुनि संघ और श्री जिंबिम्बो का मंगल प्रवेश कराया गया। मुनि संघ के मंचासीन होते ही श्रीजी का अभिषेक एवं शांतिधारा की गयी। शांतिधारा का सौभाग्य श्रद्धालु पात्रो को प्राप्त हुआ। तत्पश्चात नगर के सभी समुदायों के विशिष्ट प्रतिनिधियों ने उपस्थित होकर के मुनि संघ का मंगल आशीर्वाद लिया और पंचकल्याणक आयोजन में अपना सहयोग प्रदान करने का भाव प्रकट किया। आज श्रुतपंचमी का विशेष पर्व होने के कारण जैन परंपरा में ज्ञान की परंपरा और शास्त्रों को निबद्ध आज की तिथि में किया गया था इसलिए ज्ञान पर्व के रूप में श्रुतपंचमी पर्व पर श्रुत की पूजा की गई। इस कार्य को सम्पन्न कराने में सभी महापात्रों का विशेष सहयोग रहा। कार्यकर्ताओ ने व्यवस्थाओं को बनाने में अपना विशेष योगदान दिया। नगर के सभी युवा उत्साहित होकर के कार्यक्रम को सफल बनाने में संलग्न रहे।

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