मध्य प्रदेश

बीके शिवानी बहन को सुनने पहुची हजारों की भीड़, मेडिटेशन और आत्म परिवर्तन से मानव कल्याण

ब्यूरो चीफ : मनीष श्रीवास
जबलपुर । जबलपुर जिले में प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी विश्वविद्यालय माउंट आबू से पधारी बी के शिवानी बहन ने अपने प्रेरणादायक विचारों से विश्व भर के आध्यात्मिक जगत में चर्चा की केंद्र में रहने वाली प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय माउंट आबू संस्थान की बी के शिवानी बहन ने शनिवार को एमएलबी ग्राउंड जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थिति लोगों को खुश रहने सहित रिश्ते बचाने और सफल होने के मंत्र दिए। एमएलबी मैदान में उपस्थित हजारों जिज्ञासु श्रद्धालु जन शिवानी बहन के प्रभावशाली विचारों से प्रशन्न हो गए।
उन्होंने ‘खुशियों का एक एसा पासवर्ड’ विषय पर खुश रहने के मंत्र के साथ-साथ दैनिक जीवन में मेडिटेशन को अहम बताते हुए कहा कि हर कोई मेडिटेशन से जुड़े और जुड़ने के लिये परित्यक्त रहें । यह कठिन प्रक्रिया नहीं बल्कि बेहद आसान सरल है। मन को शांति इसी से मिलती है। उन्होंने कहा कि हम खुद को बदलना नहीं चाहते बल्कि संसार को बदलना चाहते हैं। हमें बीज को पानी देना है वृक्ष को नहीं। बीज हमारी आत्मा है, पेड़ हमारा शरीर और शरीर के रिश्ते तथा संसार है। हमें खुद यानी बीज को संस्कारों का पानी खाद देना है पर हम पेड़ यानी शरीर को देते है। आत्मा की उन्नति के लिए हमारे पास समय नहीं है, संसार के लिए बहुत समय है। अब से निकालिए। बीज पर ध्यान दीजिए। 
उन्होंने स्वास्तिक का आध्यात्मिक महत्व बताते हुए चारो युग का राज बता दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी कार्य करने से पहले मन की स्थिति को तैयार करे की उस कार्य को करने के लिए मन कितना तैयार है। वही ये कर्म समकार सतयुगी यानी आत्मिक है या कलयुगी अथवा देह । उन्होंने कहा कि कर्म में आत्म संस्कार अर्थात ज्ञान सुख शांति प्रेम आनंद लाइए ताकि मानसिक शारीरिक आध्यात्मिक स्वास्थ्य बना रहे। 
उन्होंने कहा की यही हमें लगता है कि हमारा कोई भी रिश्ता उतना मजबूत नहीं है, जितना हम चाहते हैं तो अपने कर्म चेक करें। कोई ऐसा कर्म न करें, जिससे किसी का मन दुखी हो। यहीं जीवन जीने का सही तरीका है। हम सारा दिन अपने बारे सोचते हैं। कभी यह नहीं सोचा हम अपने कर्मो से दूसरों को कितना अशांत करते हैं। जब किसी को गलत कहते हैं तो रिश्ते बिगड़ते हैं। बेहद प्रभावशाली ढंग से अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा कि हम दूसरों को क्यों कहते हैं कि वे गलत है। हम ये क्यों नहीं देखते कि कहीं हम गलत तो नहीं? उन्होंने कहा कि मनुष्य जैसा बोता है, वैसा काटता है। उसी तरह यदि हम किसी को खुशी देंगे तभी हमें खुशियां मिलेंगी। उन्होंने सात्विक अन्न, अच्छा धन, पॉजिटिव मन फिर स्वस्थ तन की परिकल्पना पर भी अपनी बात रखी। समय से पहले भर गया पंडाल- जबलपुर के एमएलबी ग्राउंड में
उन्हें सुनने हजारों की संख्या में लोग शाम पांच बजे से ही पहुंच गये थे। इसलिए समय से पहले ही मैदान भर गया था। इस आध्मिक मौके पर माउंट आबू से आए ब्रम्हाकुमार डॉ बनारसी भाई, डॉ मोहित गुप्ता दिल्ली, डा ब्रजेश सिंघल ग्वालियर जोन समन्वयक बीके हेमा बहन इंदौर, सहायक समन्वयक आशा बहन भिलाई, ऊषा बहन उज्जैन, शक्ति बहन खंडवा ने भी सभा को संबोधित किया। शहर के प्रथम नागरिक महापौर जगत बहादुर अन्नू सिंह ने शिवानी बहन का सम्मान पत्र व गोल्ड का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत अभिवादन किया। इस कार्यक्रम के दौरान जबलपुर जिले से लेकर ग्रामींण क्षेत्रों में बने सभी कार्यकर्ता भईय्या बहन उपस्थित रहें ।

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