धार्मिकमध्य प्रदेश

पर्यूषण पर्व हुआ शुरू, मंदिरों में हुए विशेष कार्यक्रम

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । जैन धर्म में पर्वाधिराज माने जाने वाले पर्युषण पर्व आज से प्रारम्भ हो गए हैं। आज सुबह से ही दिगंबर जैन धर्मावलंबियों की ओर से शहर के जिनालयों में अभिषेक, शांतिधारा व पूजन का क्रम जारी है। मंदिरों में नवकार मंत्र की गूंज से वातावरण धर्म मय हो गया है। आज पहला व्रत उत्तम क्षमा धर्म से प्रारंभ हुआ। जैन धर्मावलंबियों की ओर से संयम साधना का यह पर्व 29 सितंबर तक मनाया जाएगा। इस दस लक्षण धर्म पर्व का समापन क्षमावाणी के साथ होगा।
दस लक्षणों का विशेष महत्व:- श्री दिगंबर जैन मंदिर के अध्यक्ष अक्षय जैन सर्राफ ने जानकारी देते हुए बताया कि इन दिनों जिनालय में विशेष पूजन-अर्चन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वैसे तो जैन धर्म संसार में नियम-कायदों,
आचार- विचार व चर्या में सर्वोच्च स्थान पर है।
शुद्ध आचरण ही जैनों की पहचान है, किन्तु दशलक्षण पर्व में इसे और भी पुष्ट करने का अभ्यास जैन धर्मावलंबियों की ओर से किया जाता है। जीवन में उत्तम क्षमा, मार्दव, आर्जव, सत्य, संयम, शौच, तप, त्याग, आकिंचन्य, बह्मचर्य इन दस धर्मों का विशेष महत्व है।
नगर के जिनालयों में विशेष आयोजन:-
अखंड जिला जैन परिषद के अध्यक्ष पुष्पेंद्र जैन ने बताया कि प्रतिदिन सुबह दैनिक अनुष्ठान के बाद संध्या काल मे व्याख्यान और धर्म चर्चा मंदिर जी मे की जाएगी। उधर हदाईपुर पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर के विमल जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि जिनालय में पाठशाला के बच्चों द्वारा विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। लोग 10 दिनों तक निराहार रहकर उपवास करेंगे।
निक्की जैन ने बताया कि पर्यूषण पर्व का प्रारंभ बड़े ही हर्षोल्लास पूर्वक किया गया। यहां रात्रि 8:30 बजे से 9:30 बजे तक प्रवचन दशलक्षण पर्व के दौरान किए जाएंगे। जिसके लिए विशेष तैयारियां की गई हैं।

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