मध्य प्रदेश

आंधी रात से रही बिजली गोल , कुछ इलाकों में अभी भी ब्लैक आउट, लोग परेशान

ब्यूरो चीफ : शब्बीर अहमद
बेगमगंज । विद्युत वितरण कंपनी की मनमानी के चलते शहर के लोग पूरी रात अंधेरे में गुजारने पर मजबूर हुए वहीं कुछ इलाके करीब 16 घंटे से लाइट नहीं होने का भीषण गर्मी में दंश झेल रहे हैं। बीती रात जर्जर बिजली केवल के चलते भयानक फाल्ट हुआ कई मकानों के मीटर जल गए आतिशबाजी जैसा नजारा देख लोग सोती नींद से घबराकर उठ बैठे करीब एक दर्जन मकानों के मीटर बुरी तरह से जल गए हैं फाल्ट करीब 3 स्थानों पर हुआ जिसके कारण करीब 10 घंटे तक रात से लेकर दोपहर तक लोग बिजली नहीं होने का दंश झेलते रहे लेकिन घड़ी पर इलाके के 1 फेस करीब 16 घंटे बाद भी चालू नहीं किया जा सका। घड़ी पर मेले में करीब एक घंटे के लिए लाइट आई और फिर जो गई तो खबर लिखे जाने तक 1 फेस की लाइट नहीं आई थी।
विद्युत वितरण कंपनी की मनमानी एवं अव्यवस्था के चलते विद्युत का संचालन एवं संधारण बुरी तरह से फेल हो गया है।
जर्जर विद्युत लाइन जरा – सी हवा चलते ही फाल्ट होकर बंद हो जाती है । जिसे सुधारने के लिए विद्युतकर्मियों द्वारा कई घंटों बाद मशक्कत की जाती है और रात में तो कोई भी विद्युतकर्मी फॉल्ट हुई लाइन को सुधारने को तैयार नहीं होता है । बहाने बाजी करके दिन में सुधार किया जाता है ।
जिसके कारण रात भर लोग इस भीषण गर्मी में बिना पंखे ,कूलर के अंधेरे में गर्मी से तपते रहे ।
नागरिकों का कहना है कि पिछले कुछ माह से बिजली का संकट गहराने से ऐसा लग रहा है कि दिग्गी सरकार लौट आई हो ।
विद्युत वितरण कंपनी सहित एसडीएम एवं कलेक्टर को भी कई शिकायतें किए जाने के बावजूद भी बिजली व्यवस्था सुधारने का नाम नहीं ले रही है । विगत दिनों विधानसभा प्रबंध समिति में भी बिजली की समस्या सामने आने पर बिजली कंपनी को कड़ी फटकार लगाई गई थी लेकिन उस फटकार का भी कर्मचारियों पर कोई असर होता नजर नहीं आ रहा। आक्रोशित लोग सरकार पर दोष मढ़ रहे हैं कि अक्षमता के चलते विद्युत वितरण कंपनियां निरंकुश हो गई है ।
जिससे विद्युत उपभोक्ताओं के साथ मनमानी की जा रही है । भीषण गर्मी के इस मौसम में बिजली नहीं मिलने से लोग बहुत ज्यादा परेशान हो रहे हैं।
कूलर , पंखे बंद होने के साथ आटा चक्कियां बंद एवं पेयजल सप्लाई भी ठप हो जाती है। जिसके कारण नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । वैवाहिक कार्यक्रम में लोगों को जनरेटर का सहारा लेना पड़ रहा है गरीब लेकिन भाई भी नहीं ले पा रहे हैं।
लोगों का ऐसा मानना है कि जब आशीष भालेकर के हाथ में कमान थी तब बिजली की कोई समस्या नहीं थी उनके जाने के बाद से आज तक बिजली व्यवस्था दुरुस्त नहीं हो पाई है लोगों ने बिजली कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों से आशीष भालेकर को भी उनकी कमान सौंपने की मांग की है।

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