मध्य प्रदेश

12 लाख का स्टाप डेम का मामला, सिंगौटा नाले में दिया लेआउट, बना दिया रिमझा नाले पर, जांच के नाम पर अधिकारी कर रहे गुमराह


सहायक सचिव और भ्रष्टाचारी इंजीनियर का कारनामा
भ्रष्टाचारियों ने शासकीय राशि को हड़पने के लिए और अपने आप को फायदा पहुंचाने के लिए रोजगार सहायक ने अपने खेत के पास स्टाप डेम का निर्माण कार्य करा लिया। डेम का निर्माण वह भी घटिया स्तर का कराया गया है।
सिलवानी। सिलवानी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बम्हौरी वर्धा में इंजीनियर और सहायक सचिव की मिलीभगत से नियम के विपरीत जहां स्वीकृत हुआ स्टाप डेम वहां न बनाकर दूसरे गांव की नदी पर निर्माण करा दिया गया। इस मामले की ग्रामीणों द्वारा लगभग तीन माह पूर्व षिकायत जनपद एवं जिला पंचायत में की गई थी तब अधिकारियों ने एक सप्ताह में जांच करने का आष्वासन दिया गया था परंतु जांच के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ग्राम पंचायत बम्हौरी वर्धा में रोजगार सहायक विनोद मेहरा की पदस्थापना हुई है तबसे कार्यों के आड़ में लाखांे का गोलमाल किया जा रहा है। पंचायत के नियम कानून और तकनीकी खामियों को दरकिनार करते हुए पंचायत के पैसे को बंदरबांट करने की जुगत में लगा रहता है। ग्राम पंचायत के अंतर्गत बहने वाले बम्हौरी वर्धा में ही रिमझा नाले में स्टाप डेम निर्माण का कार्य किया गया है। स्टाम डेम की टीएस एवं एएस जारी कर इंजीनियर द्वारा ग्राम सिंगौटा में ग्रामीणों की मौजदूगी में ले आउट दिया गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि रोजगार सहायक ने स्वयं के कृषि भूमि को लाभ पहुंचाने के उद्देष्य से उक्त डेम को सिंगौटा लेआउट देने के बावजूद रिमझा में बना दिया गया और लाखों की राशि को बंदरबांट इंजीनियर, सचिव की मिलीभगत से किया गया।
यह है मामला
ग्राम पंचायत बम्हौरी वर्धा के द्वारा लगभग 12 लाख की राशि से स्टाप डेम का निर्माण ग्राम बम्हौरी वर्धा में किया गया है। जबकि पूर्व में इंजीनियर द्वारा ग्राम सिंगौटा में ही स्टाप डेम का ले आउट दिया गया था। और ग्रामीणों के भी आरोप है कि स्टाप डेम सिंगौटा में बनना था जो कि सरपंच ने अपने खेत के पास बम्हौरी में बना लिया है। डेम का उद्देश्य किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना तथा पानी को रोकना था, लेकिन पंचायत की राशि को बंदरबांट करने के लिए सरपंच-सचिव की मिलीभगत से स्टाप डेम को अपना फायदा देखते हुए अपने खेत के पास निर्माण करवाया गया है। जिसका उद्देश्य सिर्फ प्रशासन की राशि को बंदरबांट करना और स्वयं को फायदा पहुंचाना था।
ग्राम पंचायत बम्हौरी वर्धा के ग्राम सिंगौटा में जल संरक्षण एवं किसानों को सिंचाई उपलब्ध कराने के लिए महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत स्टाप डेम का निर्माण की प्रषासकीय स्वीकृति लागत राषि 11.69 लाख की दिनांक 02.02.2019 को स्वीकृत दी गई जिसकी समयावधि दस माह निर्धारित की गई और अभी तक 1044332 रूपये आहरण किये जा चुके है।
नाले के रेत से किया निर्माण
पंचायत के नियम कानून को धता बताते हुए अपनी मनमानी और अपनी कलाबाजी से पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है। इंजीनियर के द्वारा बिना जांचे परखे स्टाप डेम के निर्माण का कार्य किया गया। और वर्तमान में स्टाप डेम क्षतिग्रस्त हो गया और स्टाप डेम में गेट तक नहीं लगे है।
जांच होने पर हो सकती है बड़ी कार्रवाई
ग्राम पंचायत बम्हौरी वर्धा में सरपंच एवं सरपंच पुत्र विनोद मेहरा जो कि रोजगार सहायक के पद पर पदस्थ है जो पूर्व में कई वित्तीय अनियमितताओें में कार्रवाई भी हो चुकी है लेकिन अधिकारियों की भेंट पूजा कर पुनः बहाल होकर अपने फायदे ंके लिए सरकारी राषि का दुरूपयोग कर रहा है। स्टाप डेम निर्माण की यदि जांच कराई जाये तो इंजीनियर, सरपंच, सचिव और रोजगार सचिव पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
ग्रामीणों द्वारा इस मामले में लगभग तीन माह पूर्व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रष्मि चैहान से अवगत कराया गया था तब, उन्होंने एक सप्ताह मेें जांच करने की बात कही गई थी, वहीं जिला पंचायत सीईओ पीसी षर्मा ने भी मीडिया से तीन दिन में जांच कर कार्यवाही की बात कही थी। लेकिन तीन माह से अधिक होने के बाद कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे भ्रष्ट सरपंच सचिवों के हौसले बुलंद है।

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