कृषिमध्य प्रदेश

गेहूं खरीदी में गड़बड़झाला, बारिश होने से पहले सोसाइटी ने जांच कर गेहूं खरीदा

फिर वेयरहाउस में रखने के बाद सर्वेयर, सुपरवाइजर ने किया निरस्त, किसानों की 22 करोड रुपए से ज्यादा राशि फंसी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन । इस बार जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं चना खरीदी के लिए प्रत्येक केंद्र पर सर्वेयर रखे गए हैं, जो उपज की पहले जांच करेंगे उसके बाद ही उसकी तुलाई कराने की मंजूरी देंगे। इस व्यवस्था से गुणवत्तायुक्त गेहूं खरीदने की कवायद की जा रही है। हालांकि खरीदी से पहले समिति प्रबंधक भी गेहूं की जांच करते हैं। इसके लिए केंद्र पर गेहूं की ग्रेडिंग करने की सुविधा भी रखी है। बाबजूद इसके गेहूं रिजेक्ट करने की नौबत आ गई और रायसेन जिले के 31 खरीदी केंद्र पर 88 हजार 768 क्विंटल गेहूं रिजेक्ट कर दिया गया है। जिससे किसानों का 21 करोड़ 43 लाख 200 रुपए का भुगतान अटक गया। गेहूं रिजेक्ट होने के मामले में रायसेन जिले का नंबर प्रदेश में चौथे स्थान पर हो गया है।
सर्वेयरों ने स्थित हटवा कर गेहूं किया फेल…..
केंद्रों पर भुगतान पत्रक बनते समय सर्वर पर अस्वीकृत लिखा आ रहा है। खास बात कि रिजेक्ट किया गेहूं वेयर हाउसों में भंडारण के लिए व्यवस्थित रुप से स्टिक लगाकर रख दिया था। उसके बाद नागरिक आपूर्ति निगम और वेयर हाउसिंग कार्पोरेशन के सर्वेयर, सुपरवाइजर ने स्टिक हटवाकर बड़ी मात्रा में खरीदे गए गेहूं को फेल कर दिया है।अगर हम सूत्रों की मानें तो ज्यादातर खरीदी केंद्र पर सर्वेयर और सुपरवाइजर की मनमानी चल रही है। अब जिला केन्द्ररीय सहकारी बैंक ने रिजेक्ट गेहूं को अपग्रेड करने या फिर किसानों को वापस करने के निर्देश सभी सोसाइटी प्रबंधकों को दिए हैं। ऐसे में नुकसान किसानों का ही होना है।

Related Articles

Back to top button