धार्मिक

पूर्णाहुति के साथ यज्ञ और श्री राम कथा का विश्राम

रिपोर्टर : मधुर राय
बरेली । समनापुर काछी में चल रहे श्रीराम महायज्ञ एवं संगीतमय श्रीराम कथा का सप्तम दिवस पूर्णाहुति कन्या भोज भंडारा एवं विदाई के साथ समापन हुआ। कार्यक्रम के आखिरी दिन क्षेत्र के बहु प्रचलित संतों का समागम हुआ ।
जिसमें कीर्तन कराने वाले लालबाबा जी पूज्य रूपदास जी महंत मदागन घाट एवं दूर-दूर से साधु संतों का आगमन हुआ ।
विश्राम दिवस पर कथा का वर्णन करते हुए दीदी रत्न मणि द्विवेदी ने बताया कि मनुष्य का जीवन तभी सफल है जब वह ईश्वर की शरण में आ जाए । अपने मन को केंद्रित करके ईश्वर की भक्ति में लगा लेना ही मनुष्य के जीवन की वास्तविक सफलता है ।
हमारा मन निरंतर विषयों के अधीन होकर इधर-उधर भटकता रहता है हमको इसको ईश्वर चरणों में लगाने की बहुत आवश्यकता है ।
समापन के अवसर पर यज्ञ के संयोजक परम पूज्य टीकम दास जी महाराज ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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