जनपद सीईओ और सचिव के खिलाफ धरने पर बैठा भाजपा कार्यकर्ता
सिलवानी। जनपद पंचायत सिलवानी में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती रश्मि चौहान के संरक्षण ग्राम पंचायतों में खुला भ्रष्टाचार किया जा रहा है। शिकायत करने पर उल्टी शिकायत की जा रही है। इसी प्रताड़ना से परेशान होकर बम्होरी युवा भाजपा नेता कृष्णकांत आचार्य बुधवार को अपने निवास पर अनशन पर बैठ गये।
कृष्णकांत आचार्य ने बताया कि उन्होंने तहसील मुख्यालय पर धरने की अनुमति एसडीएम महोदय से मांगी गई थी, कोरोना एवं जनता कर्फ्यू के कारण अनुमति नहीं मिलने से वह अपने निवास पर ही धरने पर बैठ गये। उनका कहना है कि मेरे द्वारा अनशन पर बैठना बड़ा ही दुखदाई है क्योंकि जहां एक और हमारे विधायक सिलवानी क्षेत्र में विकास को अग्रसर कर रहे हैं लेकिन ऐसे अधिकारियों की वजह से कहीं ना कहीं उनके विकास कार्यों में रोड़ा लग रहा है जहां जनपद पंचायत जो कि किसी भी क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी होता है वही पंचायतों में होने वाले निर्माण कार्य जिनमें अभी कुछ दिन पूर्व ही विधायक द्वारा तालाबों के गहरीकरण के लिए शिलान्यास किए थे जिसमें कि कोरोना काल में भी गरीब मजदूरों को तालाबों के गहरीकरण के लिए मजदूरी मिल सके एवं जीवन यापन कर सकें। लेकिन इन तालाबों के गहरीकरण भी मशीनों के द्वारा किए गए जिसकी आज दिन तक कोई भी जांच या कार्यवाही नहीं हुई। वहीं जनपद पंचायत में अगर उच्च अधिकारियों द्वारा जांच की जाए तो सैकड़ों मजदूर फर्जी भी मिल सकते हैं जहां पर मशीनों द्वारा कार्य किया जाता है एवं फर्जी फोटो खींचकर उनके भुगतान किए जाते हैं जिसमें कई मजदूर तो संबंधित कर्मचारी अधिकारी के परिवार के लोग जहां कार्रवाई नहीं होना एवं मेरे द्वारा जांच की मांग की गई तो जनपद पंचायत के अधिकारी, इंजीनियर एवं कर्मचारियों में खलबली मच गई। ऐसा ना हो कि अब हमारे पिछले कारनामों की जांच हो जाए और हम सब पर कार्यवाही हो जाए इसलिए मेरे खिलाफ षड्यंत्र तहत सिलवानी थाने में आवेदन भी दिया गया मैं चाहता हूं कि मेरे द्वारा कोई ऐसी कार्यवाही की गई है उसकी जांच हो लेकिन उससे पूर्व जनपद पंचायत के निर्माण कार्यों की भी जांच होना चाहिए। वहीं जानकारी के अनुसार किसी भी अधिकारी को कोविड-19 महामारी में मुख्यालय नहीं छोड़ना चाहिए लेकिन 2 दिन से जनपद के मुख्य अधिकारी सिलवानी से गायब है। कलेक्टर महोदय एवं अधिकारी अगर चाहे तो रायसेन के टोल पर इसकी जानकारी ले सकते हैं।
ग्राम पंचायत कस्बा बम्हौरी की जब मैंने जांच कराई और आवेदन दिया था वरिष्ठ अधिकारी जिला स्तर पर प्रदेश स्तर पर जो ग्राम पंचायत सरपंच दोषी पाए गए आधी अधूरी जांच करके सरपंच को बचाया गया परंतु दोषी होने के कारण उन्हें तत्काल प्रभाव से उनके वित्तीय अधिकार छीन लिए गए परंतु पूरी जांच नहीं हो पाई उसका मुख्य कारण जनपद सीईओ मैडम जिन्होंने सरपंच से मोटी रकम ली और भी घोटाले उजागर होते उन्हें दबाया गया। ग्राम पंचायत सचिव सीबी चौबे ग्राम पंचायत कस्बा बम्हौरी से मतलब नहीं रखते हैं कोरोना काल में सब की ड्यूटी लगी हुई है सभी अधिकारी कर्मचारी ईमानदारी से नगर में ड्यूटी कर रहे हैं परंतु ग्राम पंचायत सचिव गोल है। विकास कार्य में अड़ंगा बन रहे हैं वर्तमान सरपंच उनसे परेशान हो रहे हैं अपनी ड्यूटी छोड़कर कहीं एकांत में समय बिता रहे हैं। दुर्भाग्य ग्राम पंचायत कस्बा बम्हौरी का ग्राम पंचायत बम्हौरी में सीसी निर्माण कार्य किए गए हैं उनमें नाली निर्माण कार्य में होना चाहिए परंतु जनपद कार्यालय में नालियों का पैसा निकाला गया है किंतु धरातल पर जमीनी स्तर पर जांच होगी तो नाली गोल है भारी पैमाने पर भ्रष्टाचार है और इस भ्रष्टाचार को दबाने में मुख्य भूमिका जनपद सीईओ सिलवानी की रही है।
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