मध्य प्रदेश

हर सड़क जख्मों से कराह रही है, जिम्मेदार अधिकारी बने लापरवाह, आखिर सड़कों के विकास की धमनियों में कब आएगी नई रवानी

रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन
रायसेन। वास्तव में सडकें विकास की धमनियां हैं…यह लिखे बोर्ड कुछ वर्ष पहले तक सडक़ों और हाइवे के किनारे दिखाई देते थे। लेकिन अब ये गायब हैं। रायसेन शहर सहित तमाम मुख्य सडक़ें फिलहाल बुरी तरह जख्मी हैं, पुलों और पुलियाओं के सरिए निकल रहे हैं। वाहन गड्ढों में हिचकौले खाते हुए गिरने का डर साथ लिए चलते हैं। पूरा शहर सड़क़ों की बदहाली से कराह रहा है। बारिश में जब इनके गड्ढों में पानी भर जाता है तो स्थिति और खराब हो जाती है। विकास की गूंज है, लेकिन विकास की धमनियां बुरी तरह जख्मी हैं। हर सडक़ बीमार है। लोग यही पूछते हैं कि-विकास की इन धमनियों में नई रवानी आखिर कब आएगी।
सलामतपुर के रेलवे ओवर पुल पर 40 से ज्यादा गड्ढे…
बेरखेड़ी भोपाल रोड़ से आगे बढ़ते ही जो रेलवे का ओवर फ्लाई ब्रिज पड़ता है उसे बने हुए ज्यादा अर्सा नहीं हुआ, लेकिन उसकी हालत बहुत ही खराब हो गई है। इस रेलवे ओवर पुल पर 40 से ज्यादा गड्ढे उभर आए हैं। कुछ तो बहुत खतरनाक गहराई की स्थिति में हैं। सरियों का जाल पूरा निकल आया है। पुल के बीचों बीच यह स्थिति बहुत खतरनाक है। कई बार वाहन चालक इसमें से गुजरते समय हादसे की आशंका से जूझते हैं। वाहनों के पंचर होने और एक्सीडेंट से वाहनों के कल पुर्जे टूट फूट होने का भी डर बना रहता है। खासकर दुपहिया वाहन चालकों को ज्यादा खतरा बना रहता है।
गांव, गलियां ही नहीं मुख्य सडक़ें भी तबाह….
चाहे नेशनल हाईवे 46 हो अथवा नेशनल हाईवे 12, 69 अथवा सागर भोपाल स्टेट हाइवे की सड़कों के हालात बारिश के मौसम में बद से बदतर बन गए हैं। फिलहाल जब जिला मुख्यालय के मुख्य मार्गों की ही हालत बुरी तरह खराब हो तो गांव और गलियों की हालत पर कौन ध्यान देगा। रामलीला मार्ग से लेकर गर्ल्स स्कूल डाइट मार्ग से लेकर सागर स्टेट हाइवे तक मुखर्जी नगर मेनगेट के सामने सागर भोपाल राज्यमार्ग राय ऑनलाइन कम्यूटर वर्क के सामने से लेकर केनरा बैंक स्टेट बैंक सागर रोड़ ब्रांच तक और गर्ल्स स्कूल तक सड़क पर अनगिनत छोटे बड़े अनगिनत गहरे गड्ढ़े उभर आए हैं। नगर सहित लगभग हर मुख्य मार्ग और गलियों की यही कहानी है, लोग यहां से निकलते हुए डरते हैं, विवाद होते हैं, लेकिन सुनवाई कहीं कोई नहीं होती।
झूठे हैं अधिकारी…26 जुलाई से अब तक तीन दिन नहीं हुए!
सडक़ों की दुर्दशा की तस्वीर जब मीडिया कर्मियों ने चैनल न्यूज़ बनाई और अखबारों में भी फोटो सहित सड़कों की सच्चाई हालात पर खबरें भी प्रकाशित की ने थी तो तत्कालीन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव के निर्देश पर 26 जुलाई को एमपीआरडीसी के जनरल मैनेजर मोहम्मद आसिफ रिजवी, लोनिवि के कार्यपालन यंत्री हेमंत राजपूत और नपा सीएमओ आरडी शर्मा सीएमओ यहां का संयुक्त दौरा किया था। उन्होंने रामलीला मार्ग के गड्ढों सहित बेतवा और बैस नदी के पुलों के गड्ढों को देख चिंता जताई थी। एमपीआरडीसी के जीएम रिजवी ने उस समय दो-तीन दिन में पुल और सडक़ों के गड्ढों की मरम्मत का दावा किया था। लेकिन शायद ये सरकारी कामकाज की शैली है या अधिकारियों का झूठ कि 26 जुलाई से अब तक तीन दिन पूरे नहीं हो पाए। सडक़ों की मरम्मत नहीं हो पाई और वे सुधरने की जगह और बदहाल हो गईं।
आदर्श पंचायत खरबई बीदपुरा की सड़कों की हालत भी खराब…
आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में विकास के दावे की पोल खोलती जनपद पंचायत साँची के तहत आने वाली वाली ग्राम पंचायत बीदपुरा ,खरबई को आदर्श पंचायत घोषित की थी। यहां की अंदरूनी सड़कों की हालत खस्ताहाल बनी हुई है।इन पंचायतों की दलित आदिवासी बस्ती तक पहुंचना और वहां से आना दूभर है। आजादी के इतने साल बाद भी इन बस्तियों को एक पक्की सडक़ नहीं मिली। हाल ही में सडक़ न होने से जबबीदपुरा में यहां जननी एक्सप्रेस नहीं पहुंच पाई तो दो प्रसूताओं को खाट पर डालकर कीचड़ और पानी में धंसते हुए ग्रामीणों की अस्पताल तक पहुंचने की शर्मनाक तस्वीर उजागर हुई थी।
दीवानगंज से सेमरा भरतीपुर की पीएम सड़क योजना की सड़क की हालत बद से बदतर बनी हुई है।

दीवानगंज क्षेत्र के कई गांव पहुंचना दूभर…….
गीदगड़ और सरार कचनारिया ग्राम की हालत बहुत खराब है। यहां कोई पक्की सडक़ न होने से बारिश के दिनों में कई दिन तक एंबूलेंस तक गांव में नहीं पहुंच पाती, इससे बीमारों और गर्भवतियों को खाट पर लादकर अस्पताल पहुंचाना ग्रामीणों के लिए भारी तकलीफदेह होता है। तहसील गैरतगंज के संदूक ,हिनोतिया महलपुर के अंदर के गांवों की सड़कों की हालत खराब हो चुकी है। देहगांव क्षेत्र में बम्होरी सिलवानी मार्ग पर अतिवृष्टि से टूटी पुलिया और रास्ते बर्बाद हो चुके हैं। इनकी मरम्मत की ओर ध्यान न दिए जाने से ग्रामीणों का आना-जाना मुश्किल हो रहा है।
इस संबंध में अरविंद कुमार दुबे कलेक्टर रायसेन का कहना है कि संबंधित अधिकारियों से तत्काल इस बारे में चर्चा कर पुल और सडक़ों की मरम्मत कराने को कहता हूं। ये वाकई गंभीर स्थिति है। इसे ठीक कराया जाएगा।

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