पहले किए उपभोक्ताओं के बिजली माफ, बिल माफी योजना में सरकार ने बिल में दी, अब जुर्माने ब्याज सहित बिल की रकम जमा करवाकर दी जा रही सजा

समाधान योजना पड़ी गरीब उपभोक्ताओं की जेबों पर भारी
रिपोर्टर : शिवलाल यादव
रायसेन। मप्र मध्य क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी कार्यालय पाटनदेव में इन दिनों गरीब, मिडिल क्लास के उपभोक्ताओं की जेब पर शिवराज सरकार की समाधान योजना भारी पड़ रही है। समाधान योजना में बिलों की राशि कम कराने के लिए रोजाना सैकड़ों उपभोक्ता भटकते हुए नजर आ रहे हैं। एक किलोवॉट क्षमता वाले बिजली कनेक्शन धारियों की समस्या इन दिनों बढ़ी हुई है। कंपनी के विभागीय अधिकारियों की मानें तो इस समाधान योजना की मियाद 31 जनवरी 2022 तक बढ़ा दी गई है।
कोरोना महामारी के दौरान हरेक लोगों के घर का बजट गड़बड़ा गया था।जिससे गरीब मिडिल क्लास के बिजली उपभोक्ताओं को इसकी मार झेलना पड़ी थी। बिजली कंपनी रायसेन के उप महाप्रबंधक राजेश दुशाद, मनीष श्रीवास्तव सिटी जेई, एसके पटेल इंजीनियर ग्रामीण क्षेत्र ने बताया कि 31 अगस्त 2020 तक समाधान योजना में बिजली बिलों की राशि कोई जनवरी माह 2022 बिजली बिलो की राशि को दिसंबर माह 2021 उपभोक्ताओं के बिलों की राशि फिर जोड़ दी गई है। दिसंबर माह 2021 जनवरी माह 2022 बिजली बिलो की शिवराज सररकार की राशि को दिसंबर 2021, जनवरी माह 2022 में उपभोक्ताओं के बिलों की राशि फिर जोड़ दी गई है। जिससे बिजली उपभोक्ताओं में मप्र आक्रोश तेजी से पनप रहा है। बिजली बिलों की बड़ी हुई राशि देखकर काफी हैरान परेशान हैं। वह शहर के बिजली कंपनी रायसेन के दफ़्तर में आए दिन भटकने के लिए मजबूर हैं।
ये बोले…..,गरीब उपभोक्ता
उपभोक्ता उषा यादव, डेविड मसीह, रमाकांत मीणा, सोनिका यादव ,सोहेल खान ने बताया कि हर महीने कम राशि के आते थे। लेकिन दिसंबर माह 2021 और 31 जनवरी माह 2022 के एक से दो हजार राशि बिलों के भुगतान के लिए मिले हैं। यह बिलों की राशि अदा करने में उन्हें काफी बड़ा मुश्किल हो रहा है।
समाधान योजना एक नजर में….
बिजली वितरण कंपनी में बिजली बिल समाधान योजना के अंतर्गत 31 अगस्त 2021 तक के बिल राशि जमा करने पर समाधान योजना स्थगित कर कर दी थी । कुल बिलों में उपभोक्ता एकमुश्त राशि जमा करने पर 40 फीसदी प्लस एक हजार रुपए की ब्याज राशि जमा करने पर राहत दी जा रही है। इसी तरह 25 फीसदी बिलों की कुल राशि 6 आसान किश्तों में ब्याज सहित रकम जमा करने की सुविधा दी जा रही है।