शनिवार को श्रद्धा भक्ति के माहौल में मनाई जाएगी हरछठ, मनाई जाएगी भगवान बलराम जयंती
रिपोर्टर : शिवलाल यादव, रायसेन।
रायसेन। भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की षष्ठी को हलछठ या हरछठ मनाई जाती है। इस बार शनिवार 28 अगस्त को हल छठ का पर्व श्रद्धालु महिलाओं द्वारा असीम उत्साह श्रद्धाभक्ति के माहौल में मनाई जाएगी। भाद्रपद शुक्ल की हल छठ को भगवान बलराम का जन्मोत्सव विभिन्न किसान संगठनों सहित किसानों द्वारा धूमधाम से मनाई जाएगी। भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई भगवान बलरामजी के जन्मोत्सव के रूप में व्रत त्यौहार मनाया जाता है।
हलछठ को सुबह श्रद्धालु महिलाएं स्नान आदि से निवर्त होकर घर की दीवार पर गोबर से हरछठ का चित्र बनाया जाता है। इस चित्र में भगवान गणेश लक्ष्मी, शिव पार्वती, चन्द्रमा सूर्य, गंगा जमुना नदी आदि के स्वरूप बनाए जाते हैं। इसके बाद हलछठ कमल के फूल, छूल के पत्ते व हल्दी से रंगा कपड़ा भी रखा जाता है।हलछ्ठी की पूजन व्रत में पसाई धान के चावल दही महुआ आदि का प्रसाद का भोग लगाया जाता है। महिलाओं में बाजार में पहुंच कर पूजन सामग्री की खरीद दरी भी शुरू कर दी है।
इस पूजन में सतनजा यानी सात प्रकार का भुना हुआ अनाज प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। इस भुने हुए अनाज में गेंहू, मक्का, चना, मटर, ज्वार, बाजरा, अरहर आदि शामिल रहते हैं।